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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भिलाई। उतई नगर के मुक्तिधाम में शव दाह करने के लिए पर्याप्त संसाधन नही होने के बावजूद बाहर से कोरोना से मृतकों के शव को उतई मुक्तिधाम में दाह संस्कार करने के लिए लाया जा रहा है। इसका वार्डवासियों ने शुक्रवार को विरोध भी किया। इसके बाद किसी तरह से छह शवों को जलाया गया।
बता दें कि जिस वार्ड में मुक्तिधाम है उस वार्ड में रहने वाले रहवासी काविड-19 के शवों के लाने एवं यहां जलाने की जानकारी पर विरोध किया। उनका कहना है कि कोविड 19 पूरे प्रदेश में भयावह रूप से पैर पसार रहा है जिससे ज्यादा प्रभावित अनेक लोग मौत के आगोश में समा रहे है ।
जिससे मुक्तिधामों में भीड़ का माहौल देखते बनता है। लोग कितने दुखी व भयभीत है। जानकारी के अनुसार यह बात भी खुलकर आई है कि कोविड हवा के माध्यम से भी फैलकर आमजन को प्रभावित कर सकता है।
ऐसी स्थिति में कोविड से ज्यादा प्रभावित मृतकों की बढ़ती संख्या के कारण उनका दाह संस्कार शहरों व आवासीय क्षेत्रों के बीच स्थित मुक्तिधामों में करना बीमारी को और ज्यादा बढ़ावा देना है और ऐसा करने से मुक्तिधाम के आसपास के रहवासी भी भय के माहौल में रहने व जीने को मजबूर है ।
जिला प्रशासन को चाहिए कि कोरोना से प्रभावित मृतकों का दाह संस्कार शहरी व आवासीय क्षेत्रों से दूर खुले क्षेत्रो में करें जहां से कम से कम ढाई किलोमीटर तक कोई आवासीय क्षेत्र ना हो। इसके लिए उतई अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे जिलाधीश दुर्ग भूरे से मौखिक चर्चा हुई की, इस मामले पर भविष्य में कोई परेशानी ना बढ़े उसके मद्देनजर जिला प्रशासन व सरकार फैसला पूरे प्रदेश के मामले में ले। मृतकों का दाह संस्कार आवासीय क्षेत्र से बाहर करें।
उतई में भिलाई इस्पात संयंत्र की वाहन से आई छह लाशों के अंतिम संस्कार किया गया। दाह संस्कार में लगे शासकीय कर्मचारी व प्लेसमेंट कर्मचारी जान जोखिम में डाल कर शासन के आदेशों का पालन कर रहे है। दाह संस्कार के समय नोडल अधिकारी अंकालू राम साहू, रोहित पटेल, राकेश साहू तोषण साहू प्लेसमेंट कर्मचारी रवि पटेल, झंकार साहू, दिलीप ढीमर लोकनाथ मौजूद थे। देर शाम और शव आने की जानकारी मिल रही है। इस विषय पर आमजनों में रोष व्याप्त है खासकर मुक्तिधाम से लगे आवासीय क्षेत्र के लोगों में ज्यादा ही डर व भय देखने को मिल रहा हैं।
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