रायपुर। नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आज नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उनकी टीम के साहसिक प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा नक्सल उन्मूलन के लिए उठाए गए प्रभावी कदमों को सराहते हुए, मुख्यमंत्री और उनकी टीम को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि नक्सल मोर्चे पर छत्तीसगढ़ सरकार बेहतर कार्य कर रही है, जिससे नक्सलियों के खिलाफ़ चलाए जा रहे अभियानों को अभूतपूर्व सफलता मिल रही है। शाह ने कहा कि हमने डिफेंसिव नीति को छोड़कर आक्रमक नीति को अपनाया है।
बैठक के दौरान गृह मंत्री शाह ने विशेष रूप से हाल ही में हुए नक्सली मुठभेड़ का उल्लेख किया, जिसमें छत्तीसगढ़ पुलिस ने 31 नक्सलियों को ढेर किया था। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की पुलिस, डीआरजी, और बस्तर बटालियन के जवानों ने बेहतरीन तालमेल और खुफिया जानकारी के साथ इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। यह नक्सल उन्मूलन अभियान राज्य सरकार की रणनीति, खुफिया तंत्र और केंद्रीय बलों के सहयोग का बेहतरीन उदाहरण है। गृह मंत्री ने आगे कहा, “छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सलवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में उल्लेखनीय प्रगति की है। पिछले नौ महीनों में 194 से अधिक माओवादी मारे गए हैं, 800 से ज्यादा नक्सलियों की गिरफ्तारियां हुई हैं और 738 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है और मुख्यमंत्री साय और उनकी टीम के प्रयासों की सराहना के योग्य है।”
उन्होंने कहा कि “डबल इंजन की सरकार” के सहयोग से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से विकास कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है, जिससे वहां के लोग मुख्यधारा में लौट रहे हैं। अमित शाह ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ सहित सभी नक्सल प्रभावित राज्यों को हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि इन क्षेत्रों में शांति और विकास को बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सल प्रभावित गाँवों में विकास का नया अभियान चलाया, जिससे गाँवों में विकास पहुंचा है। सरकार ने नक्सलियों के वित्तीय पोषण को भी रोका है।