छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में महिला सरपंच को धमकाकर 10 लाख रुपए की रंगदारी मांगने के आरोप में पुलिस ने पूर्व नक्सली कमांडर और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया है। बलरामपुर जिले के पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने बुधवार को बताया कि महिला सरपंच से रंगदारी मांगने के आरोप में पूर्व नक्सली जोनल कमांडर प्रवीण खेस उर्फ नेपाली तथा उसके साथी संजय लोहार को गिरफ्तार किया गया है। साहू ने बताया कि खेस को पड़ोसी जिले सरगुजा के मैनपाट क्षेत्र से तथा लोहार को बलरामपुर जिले के राजपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पिछले महीने चांदो थाना क्षेत्र के अंतर्गत खजुरियाडीह गांव की सरपंच संगीता पैकरा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि दो फरवरी को कुछ लोग उनके घर पहुंचे और नक्सलियों के नाम पर धमकी देकर उससे 10 लाख रुपए की मांग की। उन्होंने बताया कि पुलिस जांच में सामने आया कि खेस के साथ चार अन्य लोग भी शामिल हैं। चारों को गिरफ्तार करने के बाद खेस की तलाश शुरू की गई। अधिकारी ने बताया कि झारखंड निवासी खेस और लोहार को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान इनसे माओवादियों की कोयल शंख जोनल कमेटी के आठ पर्चे भी बरामद किए गए। माओवादियों की यह कमेटी झारखंड-छत्तीसगढ़ सीमा पर सक्रिय है।
साहू ने बताया कि खेस और लोहार को अलग-अलग धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि खेस को इससे पहले नक्सली गतिविधि में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। वह वर्ष 2009 में जेल से रिहा हुआ था। तब से वह सामान्य जीवन व्यतीत कर रहा था। लेकिन पिछले कुछ महीने से उसे बलरामपुर जिले में देखा जा रहा था।