छत्तीसगढ़: किसानों के लिए अच्छी खबर, अब स्वयं के बारदाने में भी बेच सकेंगे धान
रायपुर। खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत की अध्यक्षता में आज उनके निवास कार्यालय सरगुजा कुटीर मठपुरैना रायपुर में आगामी खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में प्रदेश के किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदने के लिए गठित मंत्रीमंडलीय उप समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में धान खरीदी की तैयारियों को लेकर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। मंत्रीमंडलीय उप समिति में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के किसान हितैषी नीतियों के तहत लगभग 105 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा गया है। उप समिति में यह भी निर्णय लिया गया कि किसानों को समर्थन मूल्य में धान बेचने में कोई परेशानी न हो इसे ध्यान में रखते हुए किसानों को स्वयं के बारदाने में भी धान बेचने धान खरीदी के पहले दिन से ही अनुमति दिया जाएगा।
मंत्रीमंडलीय उप समिति की बैठक में अधिकारियों ने बताया कि पिछले वर्ष राज्य सरकार द्वारा समर्थन मूल्य में खरीदे गए धान का समितियों से शत-प्रतिशत निष्पादन पूर्ण कर लिया गया है। आगामी खरीफ विपणन वर्ष में किसानों से धान और मक्का खरीदने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में ढाई लाख से अधिक अतिरिक्त किसानों ने धान विक्रय के लिए पंजीयन करवाएं हैं। पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 48 हजार हेक्टेयर खेती के रकबा में वृद्धि हुई है। इन तथ्यों के हिसाब से किसानों द्वारा 105 से 107 लाख मीट्रिक टन धान समितियों में विक्रय की संभावना है। इसके लिए बारदाने की व्यवस्था सहित अन्य आवश्यक तैयारी की जा रही है। केन्द्र सरकार द्वारा जूट कमिश्नर के माध्यम से मिलने वाले बारदाने के अलावा पीडीएस राईस मिलर्स से भी बारदानों की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा एचडीपी बैग तथा अतिरिक्त बारदाने के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी है। केन्द्र सरकार द्वारा इस वर्ष 61.65 मीट्रिक टन अरवा चावल लेने की सहमति प्रदान की गई है। पिछले वर्ष राज्य सरकार द्वारा 16 लाख से अधिक मीट्रिक टन उसना चावल केन्द्रीय पूल में दिया गया था। इस वर्ष केन्द्र सरकार द्वारा उसना चावल खरीदने से मना करने की स्थिति में उन्हें खाद्य मंत्री द्वारा आग्रह प्रस्ताव भेजा गया है। उल्लेखनीय है कि खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में किसानों से समर्थन मूल्य पर सामान्य धान 1940 रूपए और ग्रेड-ए धान 1960 रूपए प्रति क्विंटल के भाव से खरीदा जाएगा। साथ ही मक्का 1870 रूपए प्रति क्विंटल के भाव से खरीदा जाएगा।