छत्तीसगढ़। जशपुर जिले के बगीचा थाना क्षेत्र से एक नाबालिग 19 फरवरी की रात क्रिकेटर बनने का सपना लिए घरवालों को बिना कुछ बताए घर से भाग गया था। जिसको लेकर घर वालों का रो रोकर बुरा हाल था। परिजनों ने बगीचा थाने में इस संबंध में एफआईआर दर्ज करवाया था। जिसके बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए, नाबालिग किशोर को दस्तयाब कर लिया है। पुलिस की ओर से किशोर की तलाश के लिए लगातार प्रयास जारी था। घटना के बाद अपना तंत्र को एक्टिवेट किया था। चूंकि बच्चे का मोबाइल लगातार बंद आ रहा था, इन परिस्थितियों में किशोर के एक साथी को पुलिस ने उसके वाट्सएप पर मैसेज कराया। जिसका किशोर ने मोबाइल किशोर खोला तो बाकायदा मैसेज का रिप्लाई किया गया।
लिस की ओर से बातों में आने के बाद उसने अपने दिल्ली के टिकट को वाट्सएप किया। जो पुलिस के लिए बड़ा सुराग बना। पुलिस ने किशोर से मिले टिकट के आधार पर युवक की तलाश शुरू की। टिकट में गाड़ी नबर था जो प्रयागराज से दिल्ली कौशाम्बी तक चलती थी। इस बीच जशपुर पुलिस की टीम भी उत्तर प्रदेश पहुंच गयी, जहां उत्तरप्रदेश के खोखराज थाना क्षेत्र से बच्चे को रेस्क्यू कर लिया गया। किशोर ने बताया कि वह मात्र 2500 रुपये लेकर घर से निकला था, जहां उसने यूट्यूब पर किसी अकेडमी का नाम देख लिया था। पर मासूम को यह पता नही था कि यह अकेडमी में पैसे लगते हैं। बच्चा के पास दिल्ली की टिकट कटाने के बाद मात्र 500 रुपये बचे थे, जो आने वाली मुसीबत को न्योता दे रहा था। मगर पुलिस ने वक्त रहते काम किया और बच्चे को रेस्क्यू कर लिया। बग़ीचा लाकर पुलिस अब परिवार को सुपुर्दगी के लिए कारवाई कर रही है। यह भी गौरतलब है कि बच्चे ने ये सारा सफर बस से ही तय कर रहा था।