छत्तीसगढ़। धमतरी जिला कलेक्टर जेपी मौर्य की शिकायत के बाद जिले के आबकारी अफसर पर गाज गिरी है। हेराफेरी के एक मामले में जिले के आबकारी अधिकारी मोहित जायसवाल को तत्काल प्रभाव से आयुक्त कार्यालय में अटैच कर दिया गया है। दरअसल जिले की आबकारी विभाग में मगरलोड और धमतरी के देशी.विदेशी मदिरा बिक्री की लाखों रुपए विभागीय खाते में जमा नहीं करने के मामले में जिला कलेक्टर ने राज्य शासन को पत्र लिखा था। इसके बाद राज्य शासन ने आबकारी अधिकारी को आयुक्त मुख्यालय में अटैच कर दिया गया है। बता दें कि जिला कलेक्टर ने शासन को पत्र लिखा था कि इस पर हेराफेरी में आबकारी अफसर मोहित जायसवाल के अलावा एडमिन एजेंसी लिपिक रविंद्र साहू व आबकारी उप निरीक्षक वैभव मित्तल की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। बकायदा कलेक्टर ने इस मामले में जांच टीम गठित कर शासन को पत्र लिखा गया था। गौरतलब है कि आबकारी अधिकारी मोहित जायसवाल धमतरी में करीब 4 साल से पदस्थ है। जानकारी के मुताबिक जिले के आबकारी विभाग मगरलोड एवं धमतरी की देसी विदेशी मदिरा बिक्री की लाखों रुपए के विभागीय खाते में जमा करने में हेराफेरी की गई है जबकि नियम अनुसार शराब दुकान बंद होने के बाद दिनभर की बिक्री से आए रुपए अगले दिन जमा करना होता है यहां ऐसे नहीं किया गया था। फिलहाल इस कार्रवाई के बाद अब धमतरी जिले के आबकारी विभाग की कमान जांजगीर चांपा जिले में पदस्थ रहे अतिरिक्त आबकारी अधिकारी राकेश जायसवाल संभालेंगे।