रायपुर। राज्य के ऐसे ग्रामीण इलाके जहां भू-जल स्त्रोत उपलब्ध नहीं है अथवा जल प्रदूषित होने की समस्या विद्यमान है, ऐसे ग्रामीण अंचल ईलाकों के एक लाख 98 हजार परिवारों को समूह जल प्रदाय योजना के जरिए स्वच्छ जल की आपूर्ति नल से किए जाने की कार्ययोजना लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने तैयार की है। जल जीवन मिशन के अंतर्गत राज्य में 18 समूह जल प्रदाय योजनाओं का निर्माण 757.83 करोड़ की लागत से कराया जाएगा।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में गिरौदपुरी समूह जल प्रदाय योजना और खर्वे समूह जल प्रदाय योजना का निर्माण क्रमशः 62.23 करोड़ एवं 6.89 करोड़ रूपए की लागत से कराया जाएगा। इसी तरह गरियाबंद जिले में 10.34 करोड़ रूपए से सुपेबेड़ा समूह जल प्रदाय, धमतरी जिले में 31.45 करोड़ की लागत वाली संकरा समूह एवं 32.45 करोड़ की लागत वाली घटुला समूह जल प्रदाय योजना, महासमुन्द जिले में 66.58 करोड़ से समोदा-अछोला समूह जल प्रदाय योजना का निर्माण होगा। दुर्ग जिले में 45.07 की लागत से चंदखुरी-कोलिहापुरी-पिसेगांव समूह जल प्रदाय योजना, 21.22 करोड़ से कोदरागहन-सुरपा समूह जल प्रदाय, 25.81 करोड़ की लागत से जेवरा-सिरसाखुर्द-भटगांव समूह, 26.30 करोड़ की लागत से निकुम समूह जल प्रदाय योजना, 46.72 करोड़ की लागत से पथरिया समूह जल प्रदाय, 22.80 करोड़ की लागत से अमलेश्वर-झीट समूह तथा 20.04 करोड़ की लागत से कौही समूह जल प्रदाय योजना का निर्माण होगा। इसी तरह बालोद जिले में 42.21 करोड की लागत से कनेरी समूह जल प्रदाय, कबीरधाम जिले में 53.44 करोड़ की लागत से ठाठापुर-दशरंगपुर-इंदौरी, बेमेतरा जिले में 110.54 करोड़ की लागत से कुम्हीगुड़ा समूह तथा 106.08 करोड़ की लागत से अमलडीहा समूह जल प्रदाय योजना तथा सूरजपुर जिले में 28.35 करोड़ की लागत से बिहारपुर समूह जल प्रदाय योजना निर्माण होगा।