छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़: सोसायटियों में अव्यवस्था...टोकन लेने हड़बड़ी

Admin2
28 Nov 2020 6:02 AM GMT
छत्तीसगढ़: सोसायटियों में अव्यवस्था...टोकन लेने हड़बड़ी
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धान बेचने के लिए टोकन जारी होने के पहले ही दिन दिखी व्यवस्था में खामियां

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। संपूर्ण प्रदेश में एक दिसंबर से धान खरीदी प्रारंभ होने वाली है। उससे पहले सोसायटियों में शुक्रवार से किसानों को टोकन का वितरण प्रारंभ किया गया है, लेकिन पहले ही दिन इसको लेकर सोसायटियों में जमकर अव्यवस्था और किसानों के बीच अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला। किसानों में पहले टोकन लेने को लेकर इस कदर मारामारी रही कि छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में डोंगरगांव के कृषि उपज मंडी में संचालित सेवा सहकारी समिति के सामने आसपास के किसान एक दिन पूर्व रात से सोसायटी के बाहर जागरण करते हुए देखे गए।

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में आगामी एक दिसंबर से विभिन्न सोसायटियों के माध्यम से धान खरीदी करने का फैसला लिया था। जिसके परिप्रेक्ष्य में किसानों को टोकन जारी करने की प्रक्रिया आज से प्रारंभ किये जाने का आदेश प्रसारित किया गया था। इसके तहत्? किसानों को अपना-अपना धान पंजीयन प्रमाणपत्र लेकर सोसायटियों में उपस्थित होने के निर्देश दिये गये थे। गांव-गांव में किसानों को इसकी सूचना प्रेषित किये जाने के बाद आज तड़के से नगर के कृषि उपज मंडी प्रागंण में संचालित सेवा सहकारी समिति में किसानों का हुजूम उमड़ पड़ा।

टोकन के निर्देशों की उड़ी धज्जियां

शुक्रवार से जिले में धान बिक्री करने के लिए टोकन वितरण भी शुरू हो गया है। पहले दिन टोकन लेने की मारामारी में किसानों ने कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए जारी निर्देशों का भी पालन नहीं किया। सोसायटियों में भी कर्मचारियों ने अनदेखी की। इसके कारण टोकन लेने सोसायटियों के बाहर किसानों में धक्का-मुक्की तक हुई। शारीरिक दूरी को छोड़ किसान एक-दूसरे को धक्का देकर आगे बढऩे की कवायद में लगे रहे। बताया गया कि पहले दिन जिले में करीब 38 हजार क्विंटल धान खरीदने के लिए किसानों को टोकन दिया गया है।

खलिहान की ओर दौड़े किसान

बदलीनुमा मौसम से नुकसान होने की संभावना को लेकर किसानों का रूख शुक्रवार को परिवार सहित खेत व खलिहान की ओर रहा। दिनभर किसान खेत और खलिहान में रखी उपज को समेटेने में लगे रहे। वर्तमान में ज्यादातर किसानों की फसलें खेतों में ही रखी हुई है। वहीं अधिकांश किसानों ने मिंजाई के बाद खलिहान में ही उपज की रखवाली कर रहे हैं। किसानों को बेसब्री से धान खरीदी शुरू होने का इंतजार है। राहत की बात यह है कि इस साल खरीदी केंद्रों की संख्या ब?कर 132 हो गई है। पहले 114 केंद्रों में खरीदी होती थी। इस वर्ष 18 नए खरीदी केंद्र बनाए गए है। इन नए केंद्रों के बनाए जाने से किसानों को उपज बेचने के लिए लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी।

सरकार को किसानों की चिंता

नहीं: कौशिक

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कुछ धान खरीदी केंद्रों में तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि सभी केन्द्रों में इसी तरह की अव्यवस्था है। किसानों में काफी रोष है लेकिन सरकार को किसानों की कोई चिंता नहीं है। पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि टोकन वितरण के स्पष्ट निर्देश न होने से किसान दिनभर परेशान रहे।

कांग्रेस करेगी निगरानी

धान खरीदी की निगरानी के लिए कांग्रेस की त्रि-स्तरीय समितियां बनाई जा रही है। कांग्रेस संचार प्रमुख शैलेष नितिन त्रिवेदी ने बताया कि छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती राज्यों से धान का अवैध परिवहन किया जाता है कांग्रेस की जिला और ब्लाक समितियां ऐसे ही परिवहन वाले धान को रोकने का काम करेगी। 11 सदस्यीय इस समिति में कांग्रेस नेताओं, किसानों, किसान कांग्रेस के पदाधिकारियों को शामिल किया गया है। राजीव भवन में कंट्रोल रुम भी बनाया जाएगा।

कलेक्टर बोले-पहले छोटे रकबे वाले फिर बड़े किसानों को दें टोकन

एक दिसंबर से धान की खरीदारी होने जा रही है। इसके पहले शुक्रवार को कलेक्टर डा़ एस़ भारतीदासन ने धान उपार्जन केंद्रों का निरीक्षण किया। कुछ जगहों पर टोकन सिस्टम बेहतर नहीं होने पर कलेक्टर ने आला-अधिकारियों को फटकार भी लगाई और शनिवार की शाम तक व्यवस्था बेहतर करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप छोटे किसानों का टोकन पहले काटकर दें। किसान एवं कर्मचारियों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसका ध्यान रखने के निर्देश दिए।कलेक्टर सबसे पहले धान उपार्जन केंद्र संकरी पहुंचे। इसके बाद पिपरौद, पटेवा ,भलेरा, गौरभाट और खुटेरी उमरिया पहुंचकर वहां निरीक्षण करते हुए समिति के कर्मचारियों और संबंधित अधिकारियों से कहा कि आगामी एक दिसंबर से धान की खरीदी की जानी है। उन्होंने कहा कि किसानों की सुविधाओं में किसी प्रकार की कमी न हो। उन्होंने इन केंद्रों में किसानों की पंजीयन संख्या व धान के रकबे की जानकारी ली।

बिचौलियों पर रखें नजर : कलेक्टर ने धान उपार्जन केंद्रों में बने चबूतरों का भी निरीक्षण किया और कहा कि धान का एक दाना भी बर्बाद नहीं होना चाहिए। उन्होंने परिवहन व्यवस्था की जानकारी ली और टोकन की जंपिंग न होने देने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने अनुविभागीय दंडाधिकारी राजस्व को बिचौलियों पर नजर रखने, उपार्जन केंद्रों की उपयुक्त व्यवस्था देखने के लिए निरीक्षण टीम बनाने के निर्देश दिए और महत्वपूर्ण बिंदुओं की जांच के लिए चेक लिस्ट बनाने को कहा।

आनलाइन होगी एंट्री: कलेक्टर ने धान खरीदी केंद्रों में बारदाने की उपलब्धता तथा कांटा-बाट के सत्यापन की जानकारी ली। उन्होंने नए और पुराने बारदानों के अनुसार स्केटिंग करने,अ ाद्र्रता मापन, गुणवत्ता परीक्षण करने और खरीदी का आनलाइन एंट्री करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर आरंग के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व विनायक शर्मा, अभनपुर के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व निर्भय साहू, जिला खाद्य अधिकारी अनुराग सिंग भदोरिया, जिला विपणन अधिकारी, सहकारिता एवं पंजीयन विभाग के अधिकारी, तहसीलदार समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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