रायपुर (जसेरि)। छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े व्यापारिक संगठन चैंबर ऑफ कामर्स का चुनाव कोरोना से दो चुनाव अधिकारीयों की निधन के बाद बेमुद्दत टाल दिया गया है। कोरोना को ध्यान में रखते हुए चैंबर ने पहली बार तय किया था कि पूरी वोटिंग रायपुर के बजाय प्रदेश में चार-पांच जगह होगी। दोनों चुनाव अधिकारी इन्हीं मतदान केंद्रों की व्यवस्था बनाने गए थे। माना जा रहा है कि दोनों ही वहीं से संक्रमित होकर लौटे, फिर कुछ दिन में कोरोना से हार गए। अभी स्पष्ट नहीं किया गया है कि अब चैंबर चुनाव कब होने की संभावना है। चैंबर के वरिष्ठ सदस्य और निर्वाचन पदाधिकारी संतोष गोलछा का मंगलवार को सुबह निधन हो गया। इसकी सूचना मिलते ही चैंबर के पदाधिकारियों ने तत्काल चैंबर में अवकाश घोषित किया। इसके बाद चैंबर के मुख्य चुनाव अधिकारी शिवराज भंसाली ने चुनाव अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी। मंगलवार को आनन-फानन में यह फैसला इसलिए किया गया क्योंकि करीब एक हफ्ता पहले एक और वरिष्ठ सदस्य तथा चुनाव अधिकारी रमेशचंद्र बाबरिया का भी निधन हुआ था। मुख्य चुनाव अफसर ने जारी बयान में बताया कि कोविड-19 की परिस्थिति को देखते हुए अनिश्चितकाल के लिए चुनाव स्थगित किया जा रहा है। सहायक निर्वाचन अधिकारी प्रकाशचंद्र गोलछा ने
बताया कि संतोष गोलछा के निधन की सूचना मिलते ही पूरे चैंबर में शोक की लहर दौड़ गई। दफ्तर में मुख्य निर्वाचन अधिकारी शिवराज भंसाली, निर्वाचन अधिकारी बालकृष्ण दानी, केसी माहेश्वरी, संजय देशमुख, चुनाव अधिकारी विजय जैन, महावीर तालेड़ा, अनिल जैन, चैंबर कार्यालय प्रभारी एसएम रावते तथा कार्यालय के कर्मचारियों ने मृतकों को चैंबर दफ्तर में ही श्रद्धांजलि थी, इसके बाद अवकाश घोषित कर दिया गया। रायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू ने मुख्य चुनाव अधिकारी से मिलकर चुनाव स्थगित करने ज्ञापन सौंपा था। अब चुनाव को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है। व्यापारिक पैनल भी आगे की रणनीति चुनाव की तारीख तय होने के बाद ही स्पष्ट करेंगे।
खत्म होगा चुनावी वायदों का दौर
चैंबर चुनाव अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने की घोषणा के बाद अब व्यापारिक गुटों द्वारा किए जा रहे चुनावी प्रचार पर बी विराम लग जाएगा। मार्च में होने वाले चुनाव को देखते हुए व्यापारिक पैनलों पर भी राजनीतिक दांवपेंच हावी होने लगी थी। व्यापारिक गुटों के चुनावी प्रचार के दौरान अपने व्यापारी साथियों से लुभावने वायदे करने में लगे रहे। साथ ही बहुत से कामों के लिए क्रेडिट लेने की भी होड़ मची रही। व्यापारिक सूत्रों का कहना है कि इस बार का चैंबर चुनाव पिछले कई सालों के चैंबर चुनाव से ज्यादा रोमांचक मुकाबला होगा। विशेषकर इस बार का चुनाव विभिन्ना जिलों में होने के कारण मुकाबला और रोमांचक हो गया है। वैसे तो छत्तीसगढ़ चैंबर आफ कामर्स के चुनाव में जय व्यापार पैनल, व्यापारी एकता पैनल, व्यापारी विकास पैनल मिलाकर तीन पैनल है। लेकिन व्यापारियों के बीच की यह जंग मुख्य रूप से जय व्यापार पैनल और व्यापारी एकता पैनल के बीच ही होगी। जय व्यापार पैनल से अध्यक्ष प्रत्याशी अमर पारवानी व व्यापारी एकता पैनल से अध्यक्ष प्रत्याशी योगेश अग्रवाल है।
बरलोटा बने रहेंगे...
इस बीच सूत्रों से पता चला है की अब चैंबर का चुनाव कराने के बजाये वर्तमान अध्यक्ष जितेंद्र बरलोटा को ही आगामी कार्यकाल के लिए अध्यक्ष बनाए रखा जाएगा। ऐसा हुआ तो वे आगामी 3 साल के लिए फिर से अध्यक्ष बने रह सकते हैं