समर्थन लेने हर दांवपेंच आजमा रहे व्यापारी पेनल
इवेंट कंपनी का मालिक, क्क-3 पार्टी आयोजन कर्ता, जबलपुर का फरार हिस्ट्रीशीटर धन बल के साथ चेंबर पर कब्जा करने की फिराक में...
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इडस्ट्रीज के चुनाव भले ही मार्च तक टल गया हो, लेकिन व्यापारी पेनलों का व्यापारियों और संगठनों का समर्थन हासिल करने के लिए जोड़-तोड़ का खेल जारी है। एक ओर जहां पुराने और चेंबर में सालों से काबिज एकता व्यापारी पेनल में फूट से हलचल मची हुई है तो वहीं जय व्यापार पेनल ज्यादा से ज्यादा व्यापारी संगठनों का समर्थन हासिल करने के लिए हर पैतरा आजमा रहा है। युवा चेंबर के अजय भसीन के साथ आने से जय व्यापार पेनल के पदाधिकारी गदगद हैं। प्रगति पेनल ने पहले ही उसे समर्थन का ऐलान कर दिया है। राजेन्द्र जग्गी और यूएन अग्रवाल के पेनल ने फिलहाल पत्ते नहीं खोले हैं। आने वाले दिनों में चेंबर चुनाव को लेकर घमासान और तेज होगा। जय व्यापार पेनल ने अध्यक्ष सहित तीन पदों के लिए उम्मीदवार घोषित कर दिया है जबकि एकता पैनल की ओर से अभी अध्यक्ष पद के उम्मीदवार का ही ऐलान किया गया है। पंच कमेटी की बैठक में बाकी पदों के लिए जल्द ही नाम तय होने की संभावना है।
हालाकि अब चुनाव के मार्च तक आगे बढ़ जाने से व्यापारी पेनलों के पास उम्मीदवारों के चयन और रणनीति बनाने के लिए पर्याप्त समय है। लेकिन उम्मीदवार तय होने से व्यापारियों और संगठनों का समर्थन हासिल करने में आसानी होगी, इसे देखते हुए उम्मीदवारों का चयन जल्द होने की संभावना है।
एकता पेनल में खंड वार टीम गठित
व्यापारी एकता पेनल ने भिलाई सहित तमाम बड़े शहरों में जहां सदस्यों की संख्या ज्यादा है वहां खंडवार टीम बनाकर संगठन को मजबूत और अपने सदस्यों को एकजूट रखने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। भिलाई में ही 15 खंड बनाकर टीम तैयार करना शुरू कर दिया है ताकि वहां के अधिकतर मतदाताओं को अपने पक्ष में किया जा सके। पेनल के अध्यक्ष
श्रीचंद्र सुंदरानी ने बताया कि ऐसा करने के पीछे हमारा मकसद एकता पेनल को संगठित और दमदार बनाना है। जय व्यापार पेनल की बैठक में बनी रणनीति एकता पेनल को कड़ी चुनौती देने के लिए जय व्यापार पेनल ने भी बुधवार को बैठक कर रणनीति बनाई है। पेनल के पदाधिकारियों ने चेंबर के पूर्व अध्यक्ष अमर परवानी के कार्यकाल में हुए व्यापारी हित में कराए गए कार्यों का हवाला देकर व्यापारियों को ज्यादा से ज्यादा अपने पक्ष में जोडऩे और उनका समर्थन हासिल करने पर जोर दिया है। पेनल के पदाधिकारी व्यापारी संगठनों के मिल रहे समर्थन को हौसला बढ़ाने वाला बताया है।
मेंबर बनाने कमीशनखोरी और चंदा उगाही करने वाले भी सक्रिय
चेंबर में कुछ ऐसे लोग सक्रिय रहे हैं जो बड़े पदों पर रहते हुए भी व्यापारी हित की बजाय स्वयं का हित देखते रहे हैं ऐसे लोग चंदा उगाही के साथ मेंबर बनाने के नाम पर सौदेबाजी करते रहे हैं। प्रत्येक मेंबर के पीछे एक-डेढ़ हजार रुपए और चेंबर से भी 30 फीसदी कमीशन लेते रहे हैं। ऐसे लोग पाला बदलने के लिए बड़ी राशि का डिमांड रखते हैं। ऐसी चर्चा है कि हालहि में पाला बदलने वाले एक एक बड़े कारोबारी को संबंधित पेनल के अध्यक्ष ने बड़ी रकम आफर कर उसे अपने पेनल में शामिल किया है। चेंबर चुनाव में कुछ इंवेट आर्गनाइजर भी इन दिनों सक्रियता दिखा रहे हैं। मध्यप्रदेश से आकर यहां कारोबार जमाने वाले एक कारोबारी ने भी चेंबर चुनाव को प्रभावित करने का पूरा इंतजाम किया हुआ है। ऐसे कारोबारियों के चेंबर चुनाव में संलिप्त होने से आसन्न चुनाव में धनबल और बाहूबल का खुला संघर्ष होने की आशंका है। इससे चेंबर चुनाव पहले की तरह शांत और गरिमा वाला चुनाव होने की जगह दावपेंच और तिकड़म से भरा होगा, जिसके आसार साफ नजर आ रहे हैं।