छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ चेंबर चुनाव : सूत न कपास, जुलाहों में लठ्म-लठ

Admin2
3 Nov 2020 4:56 AM GMT
छत्तीसगढ़ चेंबर चुनाव : सूत न कपास, जुलाहों में लठ्म-लठ
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समीकरण बनाए रखने धनबल और बाहुबल का भी हो सकता है उपयोग

कौन होगा अध्यक्ष, कौन होगा महामंत्री, दौरे और गोपनीय मिटिंग का दौर

योगेश अग्रवाल को महामंत्री पद का आफर दिया गया, जबकि वे अध्यक्ष पद के दावेदार मानते हैं

अमर पारवानी के दौरे में भीड़ कम होने पर लग रहे कयास

एकता पेनल के राजेंद्र जग्गी ने ठोंकी दावेदारी, एकता में अनेकता के आसार

बड़े व्यापारियों की टोह ले रहे कांग्रेस नेता

बिना नेतागिरी के चेंबर चुनाव संभव नहीं, भाजपा-कांग्रेस डाल रहे हैं डोरे

चेंबर चुनाव को लेकर घमासान शुरू, दोनों पार्टियों में रस्साकशीं

ज़ाकिर घुरसेना

रायपुर। छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कामर्स के चुनाव की तिथि तय नहीं हुई है, और शमा के उपर परवाने मंडराने लगे हैं। व्यापारियों की सबसे बड़ी पंचायत चेंबर आफ कामर्स को नेतागिरी की पहली सीढ़ी मानी जाती है। यहीं से सदन के लिए रास्ता खुलता है। ऐसा व्यापारी भी मानने लग गए हैं। इसलिए इस बार का चुनाव कापी उथल पुथल भरा होने का अंदेशा है। 15 साल भाजपा का शासन रहने के बाद अब कांग्रेस का शासन है, तो चुनाव अब और हाई प्रोफाइल हो गया है। हालांकि कांग्रेस पार्टी की ओर से चुनाव में भाग लेने संबंधी कोई बयान नहीं आया है। इस बीच कांगरेस समर्थित राजेंद्र जग्गी भी अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी ठोंक दी है। जिससे व्यापारी एकता पेनल में दो फाड़ होने का अंदेशा साफ दिखाई दे रहा है। कांग्रेस-भाजपा के नेता जी तोड़ मेहनत कर रहे है जनसंपर्क का दौर अभी से शुरू हो गया है। जय व्यापार पेनल जो कि कैट समर्थित है, से अध्यक्ष पद के दावेदार अमर पारवानी धुआंधार दौरा कर रहे हैं। पिछले दिनों भिलाई के व्यापारियों से मिले और धमतरी, कांकेर, चारामा का भी दौरा किए लेकिन आशातीत सफलता मिलते नहीं दिखी। क्योंकि अब तक देखा गया है कि चेंबर के चुनाव में प्रत्यक्ष चुनाव से चुने जाने वाले पदों पर अब तक रायपुर के व्यापारियों का ही वर्चस्व रहा है जिनको छत्तसीगढ़ के अन्य शहरों और कस्बों के व्यापारियों का खुला समर्थन रहता था और उनके समर्थन से रायपुर के व्यापारीनेता पदाधिकारी चुन लिए जाते थे, लेकिन इस बार फिज़ां कुछ बदली हुई नजर आ रही है। उन दूसरे शहरों के व्यापारी नेता भी पदाधिकारी बनने का सपना देखने लगे है। कैट के अमर पारवानी के दौरे में इसकी साफ झलक दिखाई दे रही है। उंगली में गिनने लायक नेता ही उनसे मिलने पहुंच रहे हैं। इससे ऐसा लगता है कि वहां के व्यापारी नेता भी चेंबर चुनाव में भागीदारी के लिए आतुर हैं। इधर व्यापारी एकता पेनल ने भी चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है जिसके तहत विगत दिनों श्रीचंद सुंदरानी, योगेश अग्रवाल, ललित जयसिंघ और रमेश मिरघानी की मिटिंग भी हुई तथा रणनीति भी तय की गई। जिस प्रकार से जय व्यापार पेनल के स्वयंभू निर्माता और नेता अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी कर विभिन्न शहरों में दौरे कर रहे है, और व्यापारिक संगठनों से मिल रहे है उन व्यापारियों के हाव भाव से ऐसा लग रहा है कि रूख साफ नहीं है। उन्होंने अपने पत्ते अभी नहीं खोले है। उस लिहाज से जय व्यापार पेनल को समर्थन के लिए काफी जोर लगाना पड़ रहा है। एक कारण यह भी हो सकता है कि सामने दिवाली है और व्यापारी दिवाली बाजार में व्यस्त हैं। इस बीच चुनाव समिति ने जिलों में मतदान स्थलों का चयन शुरू कर दिया है। चुनाव अधिकारी शिवराज भंसाली और अन्य सदस्यों ने पिछले दिनों मनेंद्रगढ़ और बिलासपुर में मतदान स्थल का जायजा लिया । व्यापारी एकता पेनल के श्रीचंद सुंदरानी और सदस्यों ने हर हाल में अपना वर्चस्व चेंबर में बनाए रखना चाहते है इस हेतु उन्होंने चुनाव में प्रत्याशियों के चयन के लिए समिति का गठन भी कर दिया है। जिसके प्रमुख रमेश मोदी को बनाया गया है और अन्य सदस्यों की भी शामिल किया गया है जिसमें राजनांदगांव से खूबचंद पारिख, रायपुर से त्रिलोक बरडिय़ा, सुशील अग्रवाल, मोहन तेजवानी, जितेंद्र बरलोटा, चेतन तारवानी, दुर्ग सो संजय रूंगटा और रायगढ़ से राजेंद्र अग्रवाल है। साथ ही उन्होंने ललित जयसिंघ और राजेश वासवानी को प्रवक्ता भी बना दिया है। इस प्रकार व्यापारी एकता पेनल सक्रिय हो गई है। व्यपारियों से चर्चा कर समर्थन भी मांग रहे है जिस प्रकार उन्हें व्यापारियों का रिस्पांस मिल रहा है ऐसा माना जा रहा है कि चेंबर के चुनाव में इनके ही पदाधिकारी ही रहेंगे। यह भी देखने को आ रहा है कि अधिकांश समय एक ही समुदाय के वर्चस्व वाले महापंचायत में अलग-अलग समूह के लोगों ने अपनी दावेदारी ठोंककर जाति समीकरण को और उलझाने का प्रयास कर रहे है, इसका परिणाम यह हो रहा है कि बहुत दिनों से उपेक्षित अग्रवाल समाज में अब चेंबर चुनाव लडऩे की आवाज प्रखर रूप से सामने आ रही है। वहीं पर अब कुछ काग्रेस समर्थित मुस्लिम व्यापारीगण भी इनके सहयोग से चेंबर के आगामी चुनाव में दो-दो हाथ करने आतुर दिख रहे है। विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली है कि कांग्रेस पार्टी बड़े दमखम से अपना समर्थित प्रत्याशी व्यापारी वर्ग से उतार सकती है। लेकिन यह कहना अभी जल्दबाजी होगी क्योंकि पिछले दिनों चेंबर चुनाव के संबंध में जनता से रिश्ता के प्रतिनिधि ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम से चर्चा की उन्होंने बताया कि चेंबर चुनाव के संबंध में बड़े नेतों से चर्चा के बाद ही कुछ कहा जाएगा। अभी कोई चर्चा नहीं हुई है।

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