छत्तीसगढ़। कोरोना वैक्सीन के पंजीकरण के नाम पर ठगी करने वालों से लोगों को बचाने के लिए जिले की पुलिस व साइबर सेल लोगों को जागरूक कर रही है। यह कदम जिला पुलिस ने लोगों को वैक्सीन के पंजीकरण के लिए लगातार कॉल किए जाने की जानकारी आने के बाद उठाया है। इसमें आधार के साथ मोबाइल पर आए ओटीपी की जानकारी मांगी जा रही है। इस तरह की जानकारी देने से बैंक खातों से रकम उड़ाई जा सकती है। भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान जल्द ही शुरू होने जा रहा है जिसके लिए पंजीकरण आवश्यक होगा।
ऐसे झांसा दे रहे हैं साइबर ठगः-
दुर्ग आईजी विवेकानंद सिन्हा ने लोगों से किसी के झांसे में न आने की हिदायत दी है। किसी भी जानकारी के लिए संबंधित जिले के मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी से संपर्क करें। आईजी का कहना हैरू ृृकोरोना वैक्सीन के पंजीकरण के नाम पर ठगी करने वाले झांसा देते हैं कि वैक्सीन आ रही है और आपको पहले चरण में टीका लगा दिया जाएगा। इसके लिए भुगतान भी कम देना होगा। पंजीकरण के नाम पर संबंधित व्यक्ति के आधार कार्ड और मेल से संबंधित जानकारी मांगी जाती है। आधार कार्ड के सत्यापन के लिए नाम पर मोबाइल में आए ओटीपी की जानकारी मांगी जाती है। ओटीपी और आधार नंबर देने पर बैंक खाते से रकम निकाली जा सकती है।''
श्री सिन्हा ने कहा कोरोना वैक्सीन के पंजीकरण के नाम पर आने वाले कॉल से सावधान रहें। वैक्सीन बनकर तैयार हो रही है लेकिन इसे लगाने के लिए किसी भी तरह के पंजीकरण नहीं कराए जा रहे हैं। साइबर ठग पंजीकरण के नाम पर बैंक खातों में डाका डाल सकते हैं। अपने आधार कार्ड व मोबाइल पर आने वाले बैंक खाते की जानकारी किसी को न दे। जिले में हेल्थ वर्कर को शुरुआत में वैक्सीन लगाने की तैयारी की जा रही है। बेमेतरा जिले में मॉकड्रील के बाद अब प्रथम चरण के लिए वैक्सीन के आने का इंतजार किया जा रहा है।
सीएमएचओ डॉ.एस. के. शर्मा ने बताया, वैक्सीनेशन के लिए केंद्र सरकार व स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा निर्देश पर प्रथम चरण के लिए तैयारियां की जा रही है। उन्होंने बताया वैक्सीन अभी सिर्फ सरकारी अस्पतालों के माध्यम से पात्र हितग्राहियों को उपलब्ध कराया जाएगा। अभी बाजार व प्राइवेट अस्पतालों के लिए वैक्सीन ही उपलब्ध नहीं है। वैक्सीन का डोज उसी दिया जाएगा जिनका नाम कोविड पोर्टल में दर्ज होगा। ऐसे में किसी तरह के फर्जी ठगों के झांसे में न आने लोगों से अपील की जा रही है। ठग कोविड-19 के टीके के नाम पर लिंक भेजते हैं तो उससे बचा जाए। लिंक को खोलने से बैंक खातों का डाटा चोरी होने के साथ रुपयों की ठगी हो सकती है। कोरोना वैक्सीन के लिए किसी भी तरह के पंजीकरण अभी तक नहीं किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस संबंध में कोई जानकारी साझा की जाएगी तो वह अधिकारिक रूप से होगी। कोरोना वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी रहेगी। बेमेतरा कलेक्टर शिव अनंत तायल के मार्गदर्शन में डिप्टी कलेक्टर ज्योति सिंह को कोरोना वैक्सीनेशन अभियान का जिला नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी दी गई है।