छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़: बाबा के चेले भेजे गए जेल, ठगी का अनूठा मामला हुआ उजागर

Nilmani Pal
22 Jun 2022 7:56 AM GMT
छत्तीसगढ़: बाबा के चेले भेजे गए जेल, ठगी का अनूठा मामला हुआ उजागर
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पुलिस की कार्रवाई

भानुप्रतापपुर। घर में गड़ा धन होने का झांसा देकर ठगी का एक अनूठा मामला उजागर हुआ है। फर्जी तांत्रिक ने पूरे घरवालों को इतने शातिराना अंदाज से झांसे में लिया कि ठगी का शिकार हुए परिवार ने अपना ही नहीं बल्कि दूसरे परिजनों के गहने जेवर भी उसके सुपुर्द कर दिए।

मिली जानकारी के मुताबिक दुर्गुकोंदल में 4 लाख ठगी के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी तथाकथित बाबा के दो सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया है। परन्तु बाबा फरार होने में कामयाब हो गया है। पुलिस ने बाबा के सहयोगियों नागेश राठौर 23 वर्ष, निवासी नागपुर महाराष्ट्र, दूसरा युवराज गिरी गोस्वामी निवासी बालाघाट मध्यप्रदेश को भानु प्रतापपुर से गिरफ्तार किया है। मुख्य बाबा किशोर राठौर को ढूंढने पुलिस ने महाराष्ट्र के कई शहरों में लगातार दबिश दी लेकिन वह फिलहाल फरार है। हुआ कुछ यूं कि चार दिन पहले दुर्गूकोन्दल के बाजारपारा निवासी हरेश जैन के घर दवाई बेचने आये व्यक्ति ने एक तांत्रिक को भेजा और इसके बाद तांत्रिक ने घर में सोने चांदी से भरा हंडा दबे होने की जानकारी दी। इसे निकालने के लिए पहले 40 हजार का सामान मंगवाया, इसके बाद तांत्रिक ने खुद ही घर के अंदर एक छोटा हंडा दबाकर रख दिया। बाद में परिवार की बहू के हाथों उसी हंडा को निकलवाया। निकलवाते समय ही अंधेरे में इसे खोलकर बस एक झलक दिखाया जिससे धुंधला सोने का कलर दिखा, जैन परिवार को विश्वास हो गया कि हां धन से भरा हंडा निकला है। इसके बाद बाबा ने वहां इससे और बड़ा हंडा दबे होने का झांसा दिया। बाबा ने कहा किइ बड़े हंडा में बहुत सोना है। लेकिन उसे सुरक्षित निकालने के लिए परिवार भर के सोने के जेवरात डालने की शर्त रखी। फर्जी बाबा के झांसे में पूरी तरह आ चुके परिवार के लोगों ने घर में रखे सोना, बेटी दमाद के घर के सोने के जेवरात बाबा को दे दिए। बस फिर क्या था बाबा ने दिखाने के लिए खोदे गये गड्ढे में परिजनों के सभी गहने डाले और बाद में चालाकी से उन्हें वापस निकाल लिए, और वहां से निकल गये। बाबा जाते-जाते बोल गया कि धन से भरे हंडे को सुरक्षित बिना किसी अनिष्ट के निकालने के लिए 4 लाख रुपयों का इंतजाम करने की शर्त रखी और खुद कहीं चला गया। बाबा के चले जाने के बाद जैन परिवार को ठगे जाने का एहसास हुआ। तब पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने परिवार के साथ मिलकर चाल चली और बाबा के दो चेले धरे गए। दरअसल जैन परिवार ने बाबा के चेलों को पैसे की व्यवस्था होने की जानकारी देकर भानुप्रतापपुर में सामग्री लेकर बुलाया। उनके आते ही पुलिस ने दोनों चेलों को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि असली ठगराज अभी भी फरार है।

थाना प्रभारी सुशील पटेल के मुताबिक ठगी के इस अनूठे मामले में दो लोग पकड़े गए हैं। मुख्य तांत्रिक फरार है, उनके खिलाफ धारा 420, 120 बी के तहत कार्रवाई कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। मुख्य बाबा की तलाश जारी है।


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