जशपुर। जिला अस्पताल मेें 12 करोड़ की गड़बड़ी मामले में अब दोषियों पर कार्रवाई की तैयारी है। मामले की जांच के गठित 5 सदस्यीय जांच ने टीम ने गड़बड़ी की पुष्टि की है। सिविल सर्जन, आरएमओ और स्टोर कीपर को दोषी पाया गया है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कलेक्टर ने संचालक स्वास्थ्य को निर्देशित किया है। बता दें पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने ये पूरा मामला उठाया था। बगैर टेंडर निकाले खरीदी कर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया था। मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम गठित की गई थी। अब जांच में गड़बड़ी सही पाई गई है। बहरहाल देखना होगा कि दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाती है।
दरअसल, जशपुर जिला अस्पताल में करोड़ों की गड़बड़ी का मामला सामने आया था। जिला अस्पताल में कार्यालय सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक जशपुर के द्वारा पिछले दो वर्षों में बिना क्रय नियमों का पालन किए, बिना टेंडर कराए ही करोड़ों की खरीदारी कर ली गई थी। कागजों में हुई खरीदारी का आंकड़ा देखें तो 2019-20 व 2020-21 में 109 फर्मों से 1 करोड़ 36 हजार 9 सौ 74 रुपए की खरीदारी विभाग ने की थी। पूरे मामले की जानकारी जब कलेक्टर को हुई तो उन्होंने जांच के बाद कार्यवाही की बात कही थी। 1998 में रायगढ़ से अलग होकर नया जिला जशपुर बनने के बाद से ही विभाग में बिना टेंडर, बिना क्रय नियम का पालन, बिना समिति की सिफारिश लिए ही ऐसी खरीदारी को अंजाम दिया जा रहा था। सबसे अधिक खरीदी के बिल रायगढ़ के फर्मों से की गई है।