रायपुर के दो थाना क्षेत्रों में हुई लाखों की ठगी, केस दर्ज

रायपुर। राजधानी के कबीरनगर और खमतराई थाना क्षेत्रों में लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। मामलें में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि
कबीर नगर थाना इलाके में
विणा निषाद रहती थी जो गाँव में लोन एजेन्ट का काम करती थी, विणा निषाद गांव में दस बारह महिलाओं का विश्वास जीतकर अच्छा काम की सभी को लोन दिलवा रही थी, फिर विणा निषाद महिलाओ को बैंक में लेजाकर आधार कार्ड में हस्ताक्षर करवाकर मुझे पैसो की जरूरत है मैं किस्त पटा दुंगी मुझे लोन का पैसा दे दो कहकर सभी का पैसा निकाल निकाल कर अपने उपयोग में लाते गई और किस्त को नही पटाई। किस्त महिलाओं के द्वारा पटाया जा रहा था, इस प्रकार से दिनांक 19.01.2021 को विणा निषाद मेरे से 50,000 रूपये उत्कर्ष बैंक से, 1,10,000 रूपये स्पंजना बैंक से धोखे से भरोसे में लेकर पैसा ले ली और मेरा 30 तोले का चांदी का पायल गिरवी रख दी तथा किस्त नही पटाई जिसके बाद बैंक वाले मेरे पास आकर किस्त का पैसा ले जाते थें, इसी प्रकार से गाँव के अन्य महिलाओं सविता निषाद के स्पंजना बैंक से 50,000, मोहनी निषाद के स्पंजना बैंक से 70,000 एवं 50,000 सेटिंग बैंक से, कांती निषाद के उत्कर्ष बैंक से 45,000, पदमा मनहरे के स्पंजना बैंक से 40,000 एवं बंधन बैंक से 20,000 जानकी बाई के स्पंजना बैंक से 60,000, केवरा निषाद के बंधन बैंक से 20,000 एवं सेटिंग बैंक से 10,000, दशोदा यादव के सेटिंग बैंक से 30,000, बंधन बैंक से 45,000 तथा स्पंजना से 40,000, यशोदा यादव के उत्कर्ष बैंक से 30,000 एवं स्पंजना बैंक से 50,000, कुल 7,20,000 रूपये का विणा निषाद द्वारा महिलाओं के साथ छल कपट कर धोखाधड़ी की है। विणा निषाद से हम लोगो के द्वारा पैसा मांगने पर कहती थी की घर बेचकर दुंगी लेकिन घर बिकने के बाद पैसा लेने गये तो आज कल कहकर घूमाते रही और किसी का पैसा नही दी।
खमतराई थाना इलाके का मामला
विनय प्रकाश मिश्रा, उम्र 38 वर्ष, पिता-जगदीश नारायण मिश्रा, डायरेक्टर-त्रिवेणी मेटलिक इंडस्ट्रीज प्रा.लि., पता- प्लाट नम्बर बी-7, खसरा नम्बर 328/30, फेस-1, मेटल पार्क, रावाभाठा, थाना-खमतराई रायपुर (छ.ग.) का हूं। त्रिवेणी मेटलिक इंडस्ट्रीज प्रा.लि का डायरेक्टर हूं। अतिरिक्त एस.के. पाण्डेय कंपनी के डायरेक्टर ने वर्ष 2018 से श्रीराम बुलियन निधि लिमिटेड, पता- खंडासा मोड़, कुमारगंज, जिला-अयोध्या (उ.प्र.) के डायरेक्टर अजय मोहन पाण्डेय एवं वैष्णवी इंटरप्राईजेस के प्रोपराईटर सुशील सिंह निवासी अयोध्या उ0प्र0 हमारी कंपनी में आये और हमारी कंपनी से टीएमटी0 खरीदने और हमारी कंपनी को उनके द्वारा कोयला देने का मौखिक सौदा हुआ। उस समय दोनो व्यक्ति हमे यह बताये कि वे एक साथ मिलकर काम करते हैं। इसी क्रम में हमारी कंपनी से उन्हें टीएमटी0 प्रदाय किया गया। जिसका पेमेंट उनके द्वारा किया गया। इसी बीच सौदा मुताबिक अजय मोहन और सुशील सिंह के कहे मुताबिक दिनांक 28.12.2018 को मेरे द्वारा 5,00,000 (पांच लाख) रूपये, दिनांक 03.01.2019 को 5,00,000 (पांच लाख) रूपये, दिनांक 28.01.2019 को 11,00,000 (ग्यारह लाख) रूपये कुल रकम 21,00,000 (इक्कीस लाख) रूपये हमारे कंपनी के पंजाब नेशनल बैंक के खाता नंबर 7685008700000517 आरटीजीएस0 के माध्यम से वैष्णवी इन्टरप्राइजेस कंपनी के यूनाइटेड बैंक इंडिया के एकाउंट 1386050013402 में ट्रांस्फर किया गया। उसके पश्चात अजय मोहन पाण्डेय एवं सुशील सिंह को कोयला भेजने के लिये कई बार फोन से संपर्क कर कहा गया।
