छत्तीसगढ़

नौकरी लगाने के नाम पर ठगी, पुलिस जांच में जुटी

jantaserishta.com
31 March 2024 6:55 PM GMT
नौकरी लगाने के नाम पर ठगी, पुलिस जांच में जुटी
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छत्तीसगढ़
मरवाही: कुम्हारी निवासी किसान के साथ रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर बारह लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई। पीड़ित ने नौकरी नहीं लगने के बाद जब रकम वापस करने को कहा तो आरोपितों ने उसके साथ गाली-गलौज और मारपीट किया। इसके बाद पीड़ित ने थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराया। पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है।
मरवाही थाना में कुम्हारी निवासी पुनीत प्रधान ने पुलिस को धोखाधड़ी के मामले में बताया कि विधान बैरागी चंद्रा, वर्षा रानी और योगेश रजक ने उसके साथ ठगी की है। वह खेती-किसानी का काम करता था। एक साल पहले बिलासपुर के देवेश वनवासी से उसकी जान-पहचान हुई थी। और देवेश वनवासी ने बिलासपुर के वर्षा रानी हास्पिटल और साईं नर्सिंग के संचालक विधान बैरागी चंद्रा से पहचान कराई थी। विधान बैरागी चंद्रा ने उसे मेडिकल फील्ड और रेलवे में नौकरी लगाने का काम करना बताया। अपने साले विनय कुमार शर्मा निवासी पामगढ़ का उदाहरण देते हुए झांसे में ले लिया और रेलवे में नौकरी लगवाने की बात कही। स्पोर्ट्स कोटे से भर्ती का आश्वासन दिया। आरोपितों ने उसे विश्वास में लेकर पहला किस्त तीन लाख रुपए कैश आसनसोल वेस्ट बंगाल में दिया। रेलवे में नौकरी के नाम से मेडिकल फार्म भरवाकर मेडिकल कराया और बताया कि पचास प्रतिशत राशि जमा करना होगा। इस पर पुनीत ने दूसरह किस्त दो लाख नगद दिया। वहीं एक लाख रुपए वर्षा रानी के खाते में ट्रांसफर कराया। इसके बाद आरोपित विधान बैरागी चंद्रा द्वारा रेलवे में नौकरी का फर्जी नियुक्ति पत्र दिया गया और शासन से स्थायी ट्रेनिंग शुरू करना बताया गया। इसके बाद विधान बैरागी ने रेलवे अधिकारियों द्वारा स्थायी ट्रेनिंग को समाप्त करने की बात कहते हुए फिर से दो लाख रुपए मांग की। इस पर उसने वर्षा रानी के एसबीआई खाते में फिर से पचास हजार रुपए कुल चार बार भुगतान किया। उसे विधान बैरागी चन्द्रा ने आसानसोल वेस्ट बंगाल में आकाश और राहुल नाम के व्यक्ति से परिचय करवाया और बताया गया कि यही सर ट्रेनिंग देंगे। अप्रैल 2022 में ट्रेनिंग चालू करने के नाम से राशन, सामान और कपड़ों के साथ आसनसोल बुलाया। जहां पहले से चार- पांच लोग थे और उनकी ट्रेनिंग सात - आठ महीने से चलने की बात बताई गई। वहीं दूसरे दिन प्रार्थी को ट्रेनर आकाश को एक लाख रुपए फिर से देने को कहा गया तो प्रार्थी ने इसका भी भुगतान किया। आसनसोल से मरवाही आकर सोना-चांदी और जमीन गिरवी रखकर एक लाख रुपए आरोपित विधान वैरागी चंद्रा के दोस्त योगेश रजक को उसके फार्म हाऊस में दिया।
इस तरह प्रार्थी से रेलवे में नौकरी लगाने के नाम से कुल बारह लाख रुपए दिया। वहीं राशि भुगतान के बाद भी रेलवे में नौकरी नहीं लगने पर प्रार्थी को झांसे में लेकर जालसाजी कर ठगे जाने का एहसास हुआ। इसके बाद उसने अपनी पूरे पैसे की मांग की, लेकिन आरोपत ने गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी दी। आरोपित विधान बैरागी चन्द्रा और उसकी पत्नी वर्षा रानी ने गाली-गलौज कर मारपीट की इससे वह घायल हो गया था। इसके बाद उसने मरवाही थाने पहुंचकर धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ अपराध दर्ज कराया। मरवाही पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर आरोपित विधान बैरागी चंद्रा, वर्षा रानी और योगेश रजक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है और पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।
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