छत्तीसगढ़

रिटायर्ड ASP से ठगी, CBI और RBI का अफसर बताकर ठगों ने 6 लाख रूपए किए पार

Nilmani Pal
23 Jan 2022 7:57 AM GMT
रिटायर्ड ASP से ठगी, CBI और RBI का अफसर बताकर ठगों ने 6 लाख रूपए किए पार
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बिलासपुर: रिटायर्ड ASP 25 लाख रुपए इनाम पाने की लालच में फंस कर साढ़े छह लाख रुपए ठगी के शिकार हो गए। ठगों ने खुद को CBI और RBI का अफसर बताया । इसके बाद उनके एकाउंट में पहले उनसे ही रुपए डलवाए, फिर खाते की जानकारी लेकर ठगों ने निकाल लिए। अब जब रिटायर्ड ASP साहब को ठगी का अहसास हुआ तो थाने मामला दर्ज कराने पहुंचे। कह रहे हैं कि अपने जीवन की सबसे बड़ी भूल कर दी। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।

सकरी थाना क्षेत्र के आसमा सिटी में रहने वाले आरके मिश्रा रिटायर्ड एडिशनल SP हैं। 13 जनवरी को उनके मोबाइल पर कॉल आया। फोन करने वाली महिला ने खुद को CBI का अफसर बताया। साथ ही KBC में 25 लाख रुपए की लाटरी जीतने की बात कही। भरोसा दिलाने के लिए वॉट्सऐप से अपना फर्जी परिचय पत्र भी भेजा। रिटायर्ड अफसर मिश्रा ने वॉट्सऐप चैट के जरिए बातचीत की और कथित CBI अफसर के भरोसे में आ गए।
इसके बाद शातिर महिला ठग ने उनको RBI में अपने अफसर अजय कुमार से बात करने के लिए कहा। उसका नंबर भी दिया। रिटायर्ड ASP मिश्रा ने अजय कुमार से संपर्क किया और उसकी बातों में आकर अपना बैंक अकाउंट और ATM की गोपनीय जानकारी दे दी। इसके बाद उनके अकाउंट से 6 लाख 53 हजार रुपए ट्रांसफर कर लिया। अकाउंट से रकम निकलने के बाद उन्हें ठगी का अहसास हुआ, तब मामले की शिकायत सिविल लाइन थाने में है।
ठगों ने कहा RBI अफसर के अकाउंट में जमा हो रही राशि
पहली बार उन्होंने रजिस्ट्रेशन कराने और टैक्स के नाम पर उन्हें 40 हजार रुपए जमा कराया गया। इस दौरान उन्हें बताया गया कि यह राशि लाटरी संचालक विपिन कुमार दास के खाते में जमा होगी। उन्हें भरोसा दिलाने के लिए ठगों ने कथित RBI अफसर अरविंद कुमार का फर्जी परिचय पत्र भेजा गया। इसके बाद उनके झांसे में आकर रिटायर्ड अफसर OTP कोड बताते रहे और चार से पांच बार में उनके खाते में जमा राशि ट्रांसफर कर दिया गया।
38 साल पुलिस विभाग में की है सेवा
ASP मिश्रा ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्होंने एक जुलाई 1979 को पुलिस विभाग में ASI के पद से सेवा की शुरूआत की थी। इस दौरान करीब 38 साल उन्होंने सेवा की और 2017 में IG आफिस से ASP के पद से रिटायर हुए। उन्होंने शिकायत में यह भी बताया है कि इस दौरान उन्होंने पूरी निष्ठा से विभाग और समाज की सेवा करते रहे हैं। इसका प्रमाण उन्हें उनके CR से मिलने की जानकारी भी दी गई है। धोखाधड़ी के इस मामले में फंसना उनकी जीवन की सबसे बड़ी भूल है।
झांसे में आकर दे दिया पासबुक खाता व ATM
TI शनिप रात्रे को उन्होंने बताया कि ठगों ने उन्हें CBI अफसर होने का झांसा दिया। उनसे लगातार बातचीत व वाट्सएप चैट करने के बाद रिटायर्ड अफसर उनके भरोसे में आ गए। फिर अपने बैंक पासबुक और ATM का फोटो खींचकर वॉट्सऐप से भेज दया। साथ ही OTP नंबर पूछने पर भी उन्हें बताते रहे।
तरह-तरह से चकमा देते हैं साइबर ठग
साइबर सेल के जानकारों का कहना है कि साइबर ठग तरह-तरह से चकमा देकर लोगों से ठगी करते हैं। कभी ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों के नाम पर तो कभी आर्मीमेन बनकर और ऑनलाइन पेमेंट भेजने के बहाने गोपनीय व UPI कोड हासिल कर लेते हैं। इनाम दिलाने का झांसा देकर ठग लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। साइबर ठगों से बचने के लिए लगातार जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। फिर भी लोग इस तरह से ठगी के शिकार हो जाते हैं।
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