छत्तीसगढ़

Chhattisgarh News: डिजायर का डेढ़ करोड़ किराया वसूला, चूज़ा नेता का कारनामा

Nilmani Pal
13 Jun 2024 4:49 AM GMT
Chhattisgarh News: डिजायर का डेढ़ करोड़ किराया वसूला, चूज़ा नेता का कारनामा
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बहरूपिया नेता ने गिरगिट को पछाड़ते हुए तेज रफ्तार से बदले रंग

शराब आहाता कब्जाने के बाद ब्लेकमेल कर शराब दुकान का पार्टनर बन बैठा

झांकी बाजी और टोपी बाज नेता के टारगेट में रहते है सरकारी अधिकारी

चूजा नेता की कारस्तानी से बड़े-बड़े नेता और अधिकारी दहशत में

लोकल छाप नेता नहीं होने के बाद भी राष्ट्रीय नेता बनने का रचता है स्वांग

लायजनिंग के नाम पर छोटे नेताओं से उगाही इस नेता का मुख्य धंधा

रायपुर (जसेरि)। बहरूपिया चूज़ा नेता ने भाजपा BJP के कई बड़े नेताओं को अपनी चिकनी चुपड़ी बातों में फंसाकर व झूठ बोलकर लाखों-करोड़ों रुपए कमाए। हद तो तब हो गई जब चूज़ा छुटभैया नेता ने कांग्रेस शासन में ढेबर परिवार के साथ मिलकर विगत पांच सालों में शराब के आहाता से बड़ी कमाई की है। उन्होंने एक्साइज़ अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर आबकारी विभाग के अधिकारी को ब्लैकमेल कर आठ आहाता अपने क़ब्ज़े में ले लिया और कांग्रेसियों Congress को फिर से झटका देते हुए शराब दुकान में पार्टनरशिप का नया धंधा शुरू कर लिया है। चूज़ा नेता के एक और कारनामे में बड़े टैक्सी घोटाले का भी नाम आ रहा है जिसको बड़ी मुश्किल से दबाया गया था। 2008-09 में एक चूज़ा नेता ने मारुति डिज़ायर की क़ीमत से कई गुना ज़्यादा एक साल में डेढ़ करोड़ रुपया शिक्षा विभाग से भुगतान ले लिया था। जिसकी बड़े नेता और विभागीय मंत्री को खबर भी नहीं होने दिया। अधिकारियों के साथ सांठगांठ कर डेढ़ करोड़ रुपया मारुति टैक्सी का जो मारुति डिज़ायर थी का किराया एक साल में वसूल किया।

Chhattisgarh छुटभैया चूज़ा नेता हमेशा दिल्ली में बड़े नेताओं से अपना सम्पर्क होना बताता है और यही बताकर प्रदेश के सभी नेताओं को ब्लैकमेल करता है। बड़े नेताओं से काम बनवाने के नाम पर छोटे नेताओं से उगाही करना उक्त नेता का मुख्य धंधा है। यहां तक कि बड़े नेताओं और अधिकारियों को ब्लैकमेल कर करोड़ों का आलिशान मकान बनवा लिया है। बड़े अधिकारियों को चमकाने में मास्टर इस छुटभैया चूज़ा नेता से बड़े अधिकारी थरथर कांपते हैं, ऐसी चर्चा पूरे प्रदेश में जब-जब भाजपा सरकार आती है होती रहती है जो चर्चा का विषय रहता हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि ऐसे छुटभैये नेता जो कांग्रेस सरकार मे 420 कर अपना उल्लू सीदा कर लेते थे, वही भाजपा सरकार में भी अपने अनैतिक मंसूबों में कामयाब दिख रहे है। ग़ैर छत्तीसगढ़ी उत्तर भारत से आया छुटभैया चूज़ा नेता अपने आपको किसी बड़े राष्ट्रीय लीडर से कम नहीं समझता है। हद तो तब हो गई जब उसने अपना जन्मदिन का विज्ञापन जनता से रिश्ता अख़बार में छपवाकर उसका भुगतान भी नहीं किया। जब अखबार के प्रबंधक द्वारा पैसे की मांग की गई तो वह फ़ोन करके संपादक को धमकी भी दे रहा है जिसकी शिकायत संपादक के द्वारा उच्च स्तर पर कराने की बात कही जा रही है। जल्द ही उक्त नेता और पार्टी विधिक नेटिस भेजा जाएगा।

Chhattisgarh News छुटभैये नेताओं ने किया विज्ञापन घोटाला: छत्तीसगढ़ की राजनीति में मुख्यमंत्री के जन्मदिवस पर दिए गए विज्ञापन के बाद हलचल मची हुई थी सबने मिलकर विज्ञापन तो दिए लेकिन भुगतान करने के समय हाथ खड़े कर दिए। बड़े अखबारों में तो पहले भुगतान मिलने के बाद ही राजनैतिक विज्ञापन का प्रकाशन किया जाता है लेकिन छोटे और मझोले अखबार में बाद में भुगतान मिलने की उम्मीद में विज्ञापन प्रकाशित कर दिए। लेकिन छुटभैये नेता विज्ञापन की वसूली कर अपनी जेबें भर लिए और अखबारों को भुगतान नहीं किए। उन्हें इस सम्बन्ध में मोबाइल भी लगाया जाता है किन्तु उनका मोबाईल बंद बताता है या अखबारनवीशों का नंबर ब्लॉक कर देते हैं। इस सियासी घटनाक्रम से जुड़ी बड़ी और प्रमुख बात तो यही रहती है की विज्ञापन देकर किसी भी सूरत में मुख्यमंत्री और बड़े नेताओं का नजदीकी हासिल कर लें और निगम मंडल या टिकट के दावेदारों में अपना नाम जुड़वा लें लेकिन परेशानी तब पैदा होती है जब वे उन के द्वारा दिए गए विज्ञापनों का भुगतान ही रोककर उन अखबारों से दुश्मनी मोल ले लेते हैं। छुटभैये नेता तरह-तरह के विज्ञापन देते हैं जिसमे वे मुख्यमंत्री या अपने पार्टी के बड़े नेताओ का महिमामंडन करते नहीं थकते। लेकिन भुगतान के नाम पर अखबार वालों को धेला तक नहीं देते।

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