बवाल के बाद नम्र पड़े चरणदास महंत, जिम्मेदारी देने को “मुड़ फोड़ना” ही कहते हैं छत्तीसगढ़ी में
रायपुर। लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। प्रदेश में तीन चरणों में मतदान होने हैं। वहीं, पहले चरण के मतदान के नजदीक आते ही नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत के बयान ने राजनीति को गरमाकर रख दिया है। वहीं, अब अपने द्वारा दिए गए बयान पर नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने सफाई दी है और PM मोदी के साथ फोटो जारी कर सफाई देते हुए कहा, कि मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है।
नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति को नहीं समझने वाले गलत प्रचार कर रहे हैं। जिम्मेदारी देने को छत्तीसगढ़ी में “मुड़ फोड़ना” ही कहते हैं। मुझे संसदीय परंपरा का पूर्ण ज्ञान है। चरणदास महंत ने अपने बयान को तोड़-मरोडक़र प्रचारित-प्रसारित करने वालों को स्पष्ट किया है कि उन्हें छत्तीसगढ़ की रीति-नीति व संस्कृति का शायद ज्ञान नहीं है, इसलिए उनके सहज व विशुद्ध छत्तीसगढिय़ा वाक्यों को गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है।
डॉ. महंत ने कहा कि मैं छत्तीसगढ़ की भाषाशैली का उपयोग करते समय बीच-बीच में निर्धारित प्रयोग लक्षणा-व्यंजना में आने वाले शब्दों के साथ बात करता हूं। छत्तीसगढिय़ों में एक प्रचलित वाक्य जैसे-लउठी धर के दउड़ा न…, मार न टूरा ला… जैसे कई वाक्य सहज रूप से उपयोग में लाए जाते हैं। लेकिन, जो लोग छत्तीसगढ़ की रीति-नीति, भाषा संस्कृति को नहीं समझते, ऐसे मीडिया प्रतिनिधियों के द्वारा गलत ढंग से प्रस्तुत किया जा रहा है। डॉ. महंत ने कहा कि मुझे प्रधानमंत्री के पद और संसदीय परंपरा और गरिमा का पूरा ज्ञान है। मैं स्वयं 4 बार सांसद, 5 बार विधायक रहा और स्पीकर के साथ-साथ नेता प्रतिपक्ष होने के नाते संवैधानिक गरिमा का भी ख्याल है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कईयों बार व्यक्तिगत मुलाकातें हुई है और वे मुझे भी व्यक्तिगत तौर पर जानते हैं।