भिलाई। आईआईटी के एडमिशन के पहले चरण की शुरुआत को जेईई मेन से हुई। सुबह और दोपहर की दो शिफ्ट में परीक्षा हुई। शहर में दो परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। यहां लगभग 1200 परीक्षार्थी दूसरे दिन की परीक्षा में शामिल हुए। परीक्षा देकर निकले परीक्षार्थियों और विशेषज्ञों ने बताया कि बीते कुछ वर्षों की तुलना में इस बार जेईई मेन में कम अंक लाने वाले स्टूडेंट भी अच्छे परसेंटाइल हासिल कर पाएंगे। क्योंकि इस बार परीक्षा का पैटर्न बदल गया है। तीनों विषय में विकल्प हटा दिया गया है। इसके कारण स्कोर कम होगा।
विशेषज्ञों ने बताया कि जेईई मेन के पार्ट बी में 2021 से फिजिक्स, कैमिस्ट्री और मैथेमेटिक्स सेक्शन में 10-10 सवाल पूछे जाते हैं और इनमें से किन्हीं 5 सवालों के जवाब देने होते थे। ज्यादातर स्टूडेंट सभी पांच सवाल आसानी से हल कर लेते, लेकिन इस बार फिर से पुराना पैटर्न लागू करते हुए विकल्प हटा दिए गए हंै। इसके बाद तीनों विषय में 5-5 सवाल ही पूछे जाएंगे। निगेटिव मार्किंग का प्रावधान होने के कारण ज्यादातर स्टूडेंट्स सिर्फ उन सवालों को हल कर रहे हैं, जिनके लिए वह आश्वस्त हैं। एक्सपर्ट के अनुसार इस बदलाव के कारण अलग-अलग शिफ्ट में 10 से 15 अंकों का अंतर आसानी से देखने को मिलेगा। तीनों विषय के पांच-पांच सवालों के लिए 4 अंक निर्धारित हैं। इनका कुल वेटेज 60 अंकों का हो जाता है। विकल्प मिलने के कारण लगभग सभी स्टूडेंट 15 जवाब देते थे। इस बार कम स्टूडेंट ऐसे होंगे, जो सभी 15 सवालों के जवाब देंगे। इसलिए ओवरऑल स्कोर में कमी ही आएगी।