एक संगठन को ढाल बनाकर चुनावी वैतरणी पार करने की कवायद
चेंबर चुनाव जीतने के लिए 16 हजार मेंबरों के दिल में बनानी होगी जगह
एक एसोसिएशन में एक वर्ग विशेष की मदद लेने जोड़ रहे हाथ पांव जो चुनाव जीतने के लिए नाकाफी
सट्टा माफिया, भू-माफिया, इवेंट आयोजक कर्ता, नशे के कारोबारी और ड्रग सप्लायर, चंदा लेने वाले, व्यापारियों को ब्लेकमेल करने वाले समूह का क्या काम चेंबर चुनाव में ?
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। चेंबर चुनाव ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव को भी पीछे छोड़ दिया है। जिन लोगों से वर्षों तक चेंबर का गठन कर पूरे प्रदेश में व्यापारियों को संगठित किया, उनकी सेवाओं को दरकिनार कर कैट के रास्ते चेंबर के ताज तक पहुंचने का सपना सजाने वालेे को उड़ान भरने से पहले हंस और कौवा की कहानी से सबक लेनी होगी। हंस का चरित्र पाक साफ दूध का दूध और पानी का पानी करना है, जबकि कौवा मौका परस्त है, जब भी मौका मिलता है, नोचने से नहीं चूकता। कौवा वैसे भी एक आंख से ही देखता है। वैसे ही चेंबर चुनाव में एक पेनल के कर्ताधर्ता हंस के चाल उडऩे की फिराक में हाथ पैर मार रहे है। जबकि सच यहां है कि इसके लिए 16 हजार चेंबर सदस्यों के दिल में जगह बनानी पड़ेगी, इतनी मेहनत करने के बजाय एक अलग संगठन के पदाधिकारी बनकर अपने लोगों को उस संगठन में पदों का बंदरबाट कर अपना समर्थक बना लिया, जबकि ये सभी कारोबारी कल तक चेंबर के विश्वसनीय पदाधिकारी थे, जिसका राजनीतिक लाभ उठाने के लिए एक संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का प्रभाव और राजनीतिक पहुंच जंचाने की गरज से व्यापारियों को अपने साथ कर चेंबर से अलग हो गए। जब चेंबर का चुनाव ही लडऩा था तो चेंबर के समानांतर संगठन क्यों खड़े किया गया। चेंबर प्रदेश के व्यापारियों के हित के लिए काम करती है जबकि तथाकथित संगठन राष्ट्रीय स्तर पर व्यापारियों की समस्या का समाधान करती है।
हंस की तरह उड़ान भरने की चाहत रखने वाले और चेंबर की सत्ता में पहुंचने की महत्वाकांक्षा ने चेंबर चुनाव को अखाड़ा में तब्दील कर दिया है। जहां नामांकन और नाम वापसी के बाद धन बल और बाहुबल का जोर साफ तौर से दिखाई देने लगा है। हर आंदोलन को राजनीतिक नजरिए से देखने के साथ हरे रंग का चश्मा पहन कर चेंबर चुनाव जीतने के लिए जोरआजमाइश शुरू हो गई है। चुनाव परिणाम जो भी होंगे उसके पहले ही प्रचार प्रसार का दौर शुरू होने से पहले ही मशल्स पावर चुनाव में हाबी हो गया है। इतना तो लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भी मशल्स पावर का नजारा देखने को नहीं मिला था। सट्टा माफिया चंदा माफिया, और इवेंट के नाम से नशा पार्टी करने वाले और बिल्डर भू-माफिया अपने फायदे के लिए व्यापारिक संगठन के चुनाव को अपना अचूक हथियार बनाने से भी नहीं हिचक रहे है। और चुनाव लडऩे वाले भी ऐसे लोगों को अपने साथ लेकर चुनाव के समर में कूद पड़े है। चेंबर चुनाव नहीं यह तो उससे भी बड़ा चुनाव साबित हो रहा जिसके करोड़ों रुपए फंूकने की शुरूआत हो गई है। व्यापारियों को डराया-धमकाया जा रहा है। या अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है। जिसका असर नामांकन वापसी में दिखाई दिया। व्यापारी इस तरह के खर्चीले चुनाव को लेकर हाथ खींचने लगे है। कारोबारियों के मन में अब यह विचार आने लगा है कि व्यापार करें, टैक्स बचाएं, चुनावी चंदा दें या फिर अपने लिए स्टाफ के लिए धन कमाएं। ऐसे में कैसे होगा व्यापारियों की हित, जो भी पदाधिकारी बनता है अपने घाटे को पूरा करेगा, ऐसे में व्यापारियों को सोचना होगा कि कौवे के साथ चल कर बीच रास्ते में भटक जाए या हंस के साथ चलकर कारोबार को सुचारू रूप से संचालित किया जाए।
व्यापारी एकता पैनल का धुंआधार दौरा जारी : छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज चुनाव-2021 के मद्देनजर व्यापारी एकता पैनल के अध्यक्ष पद प्रत्याशी योगेश अग्रवाल के नेतृत्व में रायपुर सम्भाग के सभी प्रत्याशियों ने चेंबर चुनाव के प्रचार कार्यक्रम के दौरान राजधानी रायपुर के पुरानी बस्ती, लाखेनगर, सुंदर नगर, अश्वनी नगर और भाटागांव क्षेत्र में जमकर प्रचार किया और पैनल के सभी प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने व्यापारियों से समर्थन व आशीर्वाद मांगा।
प्रचार के दौरान, पुरानी बस्ती व लाखेनगर क्षेत्र में दिनेश अठवानी,महेश पृथवानी,दीपक कृपलानी,बलराम मंधानी, श्याम-विकास रूपरेला, प्रेम बिरनानी व लखमीचंद, सुंदर नगर क्षेत्र में मृत्युंजय दुबे, राजकुमार अग्रवाल, सुमीत शर्मा व कोमल अग्रवाल,भाटागांव क्षेत्र में दिनेश अठवानी,दीपक जैन,महेन्द्र साहू, सुखराम बदलानी,गौतम सोनकर, नंदू बदलानी,टिकू साहू,सुजीत अग्रवाल,लक्ष्मीनाथ साहू एवं सभी स्थानीय व्यापारियों ने व्यापारी एकता पैनल के अध्यक्ष, पद के प्रत्याशी योगेश अग्रवाल, महामंत्री प्रत्याशी राजेश वासवानी व कोषाध्यक्ष प्रत्याशी निकेश बरडिय़ा का अतुलनीय स्वागत करते ढोल-नगाड़े बजाए, आतिशबाजियां की व जमकर फूल-मालाओं की वर्षा की।
पैनल के अध्यक्ष प्रत्याशी अग्रवाल ने सभी व्यापारियों से आगामी चेम्बर चुनाव में व्यापारी एकता पैनल के प्रत्याशियों को प्रचंड बहुमत से जिताने की अपील की।।पुरानी बस्ती,लाखेनगर, भाटागांव दौरे के संचालक व भाटागांव व्यापारी संघ अध्यक्ष दिनेश अठवानी ने कहा, व्यापारी एकता पैनल के सभी प्रत्याशियों को प्रचंड बहुमत से जिताने का वादा करते हैं। वही सभी स्थानीय व्यापारियों ने इस बार भी व्यापारी एकता पैनल के सभी प्रत्याशियों को प्रचंड बहुमत से विजयी बनानने का आश्वासन दिया।