छत्तीसगढ़

भिलाई आगमन पर ललित कला अकादमी के चेयरमैन का हुआ भव्य स्वागत

Nilmani Pal
30 Sep 2023 5:51 AM GMT
भिलाई आगमन पर ललित कला अकादमी के चेयरमैन का हुआ भव्य स्वागत
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भिलाई। ललित कला अकादमी, नई दिल्ली के चेयरमेन प्रोफेसर वी नागदास के प्रथम भिलाई आगमन पर भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान विशिष्ठ अतिथि के रूप मे संस्कार भारती के छत्तीसगढ़ प्रांत अध्यक्ष, रिखी छत्रिय, आचार्य महेश चंद्र शर्मा, हेमंत सगदेव तथा बड़ी संख्या में खैरागढ, रायपुर और दुर्ग भिलाई के कलाकार उपस्थित थे। वही सांसद विजय बघेल ने दौरे पर रहने के कारण ऊन्हे फोन करके बधाई दी और भिलाई मे शीघ्रताशीघ्र रीजनल सेन्टर खोलने की अपील की।

ज्ञात हो कि भिलाई के कलाकार काफी समय से रीजनल सेन्टर की मांग कर रहे हैं। आजादी के बाद से आज तक भारत में सिर्फ 7 सेन्टर बनाए गए हैं यदि भिलाई में यह बनता है तो आठवां सेंटर होगा। जो कि न सिर्फ छत्तीसगढ़ी कलाजगत के लिए वरन आसपास के राज्यों के लिए भी मील का पत्थर साबित होगी। इस बाबत भिलाई इस्पात संयंत्र ने एक स्कूल भवन लीज में दिए जाने संबंधित पत्र अकादमी को भेजा है। चेयरमेन वी नागदास ने अपने ऊद्बबोधन मे कहा कि भिलाई मे रीजनल सेन्टर खोले जाने योग्य तमाम सुविधाएं उपलब्ध है। मिनी इंडिया कहलाने वाले इस शहर की तासीर ही ऐसी है कि वह इसे देश का सर्वश्रेष्ठ सेन्टर बना सकता है। उन्होंने भिलाई के सर्वधर्म सद्भाव संस्कृति की मुक्त कंठ प्रशंसा की तथा कहा कि खैरागढ और राजधानी रायपुर के बीच कला-संस्कृति के विकास के लिए यह सबसे महफूज जगह है। इससे पहले पावर हाउस पहुंचने पर सुप्रसिद्ध मूर्तिकार मोहन बराल, चित्रकार ब्रजेश तिवारी, रोहिणी पाटणकर, भिलाई इस्पात संयंत्र के युवा नेता संतोष पराशर, प्रशांत क्षीरसागर, पी.एल. जेना, विजय शर्मा तथा संयंत्र के अनेक युवा कलाकारो ने उनका स्वागत किया। ऊन्होने शहर भ्रमण करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ उनकी कर्मभूमि रही है जहां वे खैरागढ संगीत विश्वविद्यालय में 37 सालों तक प्रोफेसर रहे हैं। भिलाई से भी उनका करीबी नाता रहा है और वे अतिशीघ्र ही यहां रीजनल सेन्टर खोलेंगे। दिल्ली में वे इसके लिए एक कमेटी गठित करेंगे जो कुछ ही दिनो में भिलाई का दौरा करेगी। संस्कार भारती के ध्येय गीत के बाद अपने स्वागत ऊद्बबोधन में भिलाई के प्रसिद्ध मूर्तिकार और ललित कला अकादमी के एक्जीक्यूटिव बोर्ड मेम्बर अंकुश देवांगन ने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र ने अपने शुरुआती समय से ही छत्तीसगढ़ की कला-संस्कृति के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। जिससे स्थानीय प्रतिभाओं को व्यापक मंच मिला है। यही वजह है कि पद्मविभूषण तीजन बाई, देवदास बंजारे और बैतल राम साहू जैसे कलाकारो की कलाएं परवान चढ़ी। न सिर्फ कला बल्कि शिक्षा और स्पोर्ट्स के क्षेत्र मे भी भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारियों ने पूरी दुनिया में भिलाई का लोहा मनवाया है। सेक्टर 4 सरस्वती शिशु मंदिर में संस्कार भारती द्वारा आयोजित चेयरमेन नागदास के सम्मान समारोह मे मशहूर चित्रकार हरीसेन, गिलबर्ट जोसफ, प्राची, भूपत राव बोरकर, सतीश देवांगन, गुंजन, सारिका, प्रीति, स्तुति, धीरज साहू समाजसेवी विमान भट्टाचार्य, पी. वालसन, रायपुर से सत्तार जी तथा खैरागढ के अनेक छात्र-छात्राओ ने भाग लिया। मंच का सफल संचालन प्रसिद्ध साहित्यकार मेनका वर्मा ने किया। सांसद विजय बघेल ने अपने दौरे के कारण फोन करके चेयरमेन को भिलाई मे रीजनल सेन्टर खोलने के लिए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। ऊन्होने कहा कि केन्द्र सरकार की तरफ से जो भी मदद चाहिए वे ऊन्हे तुरंत ऊपलब्ध करवाएंगे। इसके लिए ऊन्होने केंद्रीय संस्कृति मंत्री गंगापरम किशन रेड्डी जी से हाल ही में नये संसद भवन के ऊद्घाटन पर अंकुश देवांगन के साथ मिलकर विस्तृत चर्चा भी की थी। कार्यक्रम के अंत में छत्तीसगढ़ कला परिषद के चेयरमैन योगेंद्र त्रिपाठी तथा अकादमी की सदस्य सुनीता वर्मा ने भी प्रोफेसर नागदास से मिलकर ऊन्हे भिलाई मे रीजनल सेन्टर खोले जाने के लिए हार्दिक शुभकामनाये दी है।

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