नकाब पहनकर चैन स्नेचिंग करने वाले गिरफ्तार, रायपुर पुलिस का खुलासा
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना सिविल लाईन पुलिस की एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटनाओं के संबंध में प्रार्थियों से विस्तृत पूछताछ कर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण करने के साथ ही घटना स्थल व उसके आस-पास लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों को खंगालते हुए आरोपियों द्वारा फरार होने हेतु जिन मार्गो का उपयोग किया गया था उन मार्गो में लगे सैकड़ो सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों को खंगाला गया। टीम के सदस्यों द्वारा अज्ञात आरोपियों द्वारा घटना के दौरान उपयोग किये जाने वाहनों के संबंध में भी जानकारी एकत्र कर अज्ञात आरोपियों की पहचान सुनिश्चित करने के प्रयास किये जा रहे थे। अज्ञात आरोपियों के संबंध में तकनीकी विश्लेषण करने के साथ ही मुखबीर भी लगाया गया। टीम के सदस्यों द्वारा तरीका वारदात के आधार पर चैन स्नेचिंग के पुराने व हाल ही में जेल से रिहा हुए लूट के आरोपियों के संबंध में भी तस्दीक कर इनकी गतिविधियों पर सतत् निगाह रखकर भी अज्ञात आरोपियों की पतासाजी करने के हर संभव प्रयास किये जा रहे थे।
इसी दौरान अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी टीम के सदस्यों को घटना में संलिप्त आरोपी सर्वेश दुबे जो पूर्व में भी चैन स्नेचिंग के प्रकरणों में जेल निरूद्ध रह चुका है, के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा आरोपी सर्वेश दुबे की पतासाजी करते हुए उसे गिरफ्तार करने में सफलता मिली। टीम के सदस्यों द्वारा चैन स्नेचिंग की घटनाओं के संबंध में पूछताछ करने पर उसके द्वारा अपने साथी कैलाश यादव एवं कृष्ण कुमार मेश्राम के साथ मिलकर चैन स्नेचिंग सहित वाहन चोरी की उक्त घटनाओं को अंजाम देना बताया गया। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा घटना में संलिप्त आरोपी कैलाश यादव एवं कृष्ण कुमार मेश्राम की पतासाजी कर उन्हें भी पकड़ा गया।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि तीनों गोबरानवापारा में रहते थे तथा योजना बनाकर चैन स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम देते थे। योजना के अनुसार घटनाओं को अंजाम देने हेतु सर्वप्रथम तीनों रायपुर के अलग - अलग स्थानों से 03 नग दोपहिया वाहन चोरी किये थे। इसके बाद सर्वेश दुबे व कैलाश यादव चोरी की दोपहिया वाहनों में फर्जी नंबर प्लेट लगाकर गोबरानवापारा से रायपुर शहर आते थे एवं स्वयं की पहचान छिपाने के उद्देश्य से अपने चेहरे को कपड़ा से ढ़क कर चैन स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम देकर गोबरानवापारा फरार हो जाते थे। चैन को कृष्ण कुमार मेश्राम मुथुट गोल्ड लोन फायनेंस में गिरवी रखकर रकम प्राप्त करता था। मुथुट गोल्ड लोन फायनेंस द्वारा बिना दस्तावेजों के सोने के चैन को गिरवी रखने के संबंध में पूछताछ की जा रहीं है।
आरोपी सर्वेश दुबे पूर्व में भी रायपुर के थाना पंडरी, देवेन्द्र नगर, टिकरापारा तथा भोपाल (म.प्र.) के थाना हबीबगंज एवं गोविंदपुरा से लूट एवं चोरी के लगभग 06 प्रकरणों में जेल निरूद्ध रह चुका है। आरोपी कैलाश यादव पूर्व में थाना गोबरानवापारा से चोरी, मारपीट एवं प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत् जेल निरूद्ध रह चुका है तथा आरोपी कृष्ण कुमार मेश्राम थाना गोबरानवापारा का हिस्ट्रीशीटर है जिसके विरूद्ध थाना गोबरानवापारा में बलवा, चोरी, आगजनी, तोड़फोड़, मारपीट, शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाना, आर्म्स एक्ट, उद्यापन एवं अन्य सहित लगभग 01 दर्जन अपराध पंजीबद्ध है, जिनमें वह जेल निरूद्ध रह चुका है।
तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से कुल 05 नग सोने की चैन एवं 02 नग सोने की अंगूठी कुल वजन लगभग 10 तोला 07 ग्राम कीमती 7,16,900/- रूपये तथा घटना में प्रयुक्त चोरी की 03 नग दोपहिया वाहन पल्सर, एक्टिवा एवं एक्सेस कीमती 3,00,000/- रूपये जुमला कीमती लगभग 10,16,900/- रूपये जप्त किया गया है। आरोपियों के विरूद्ध थाना सिविल लाईन में अपराध क्रमांक 186/24 धारा 392 भादवि., अपराध क्रमांक 543/23 धारा 379 भादवि., अपराध क्रमांक 06/24 धारा 379 भादवि., थाना देवेन्द्र नगर में अपराध क्रमांक 97/24 धारा 356, 379 भादवि., अपराध क्रमांक 98/24 धारा 356, 379 भादवि., पंडरी में अपराध क्रमांक 357/23 धारा 356, 379 भादवि., थाना तेलीबांधा में अपराध क्रमांक 38/24 धारा 379 भादवि. तथा थाना गंज में अपराध क्रमांक 424/23 धारा 379 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध है।
गिरफ्तार आरोपी
01. सर्वेश दुबे पिता रामलाल दुबे उम्र 29 साल निवासी ग्राम दुगमा दुबांग पोस्ट मुदरिया थाना मउगंज जिला रींवा (म.प्र.)।
02. कैलाश यादव पिता स्व. महेश यादव उम्र 21 साल निवासी बस स्टेण्ड रेलवे क्रासिंग यादवपारा थाना गोबरानवापारा रायपुर।
03. कृष्ण कुमार मेश्राम पिता अशोक कुमार मेश्राम वार्ड नंबर 21 शीतलापारा थाना गोबरानवापारा रायपुर।