छत्तीसगढ़

CG News: युवाओं को दिया गया वायुसेना में अग्निवीर बनने का मार्गदर्शन

Shantanu Roy
1 July 2024 4:03 PM GMT
CG News: युवाओं को दिया गया वायुसेना में अग्निवीर बनने का मार्गदर्शन
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सारंगढ़-बिलाईगढ़। वायु सेना की टीम ने सोमवार को शासकीय उच्चतर माध्यमिक Government Higher Secondary शाला हरदी और शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला सारंगढ़ में कक्षा 11 और 12 के विद्यार्थियों को वायुसेना में उपलब्ध कैरियर की संभावनाओं के बारे में जानकारी दी। सेमिनार में बताया गया है कि अग्निवीर वायु सैनिक में चयनित होने पर 100 में से 25 सैनिकों को 4 साल की सेवा के बाद आगामी सेवा के लिए बढ़ाया जाता है। इसके साथ-साथ 4 साल की सेवा के बाद लौटने पर अन्य प्रकार की लाभ जैसे केंद्रीय में राज्य सरकार अन्य नौकरियों में उनके लिए रिजर्व सीट रहता है। साथ ही साथ उनको राशि 10 लाख के साथ अन्य राशियों को जोड़ें तो 20 लाख रुपए की भुगतान उनको किया जाता है। अग्निवीर में चयनित होने पर उनको रहना खाना पीना और वर्दी निशुल्क रहता है। साथ ही पहला रेल यात्रा फ्री होता है। बाकी में कम चार्ज होता है। वर्तमान में 8 जुलाई 2024 को 11बजे से 28 जुलाई 2024 को रात्रि 11 बजे तक ऑनलाइन पंजीकरण अग्निवीर वायु सैनिक के लिए फॉर्म भरा जा सकता है, जिसका ऑनलाइन परीक्षा तिथि 18 अक्टूबर 2024 निर्धारित है। इसके पंजीकरण के लिए पोर्टल अग्निपथ वायुसीडीएसी डॉट इन पर किया जा सकता है। इसके लिए युवाओं की जन्मतिथि 3 जुलाई 2004 से 3 जनवरी 2008 के बीच होना चाहिए।

भोपाल से आए सार्जेन्ट आनंद राज ने विद्यार्थियों को वायु सेना के बारे में सामान्य जानकारी देते हुए बताया कि वायु सेना में रोजगार की असीम संभावनाओं के साथ-साथ देश सेवा का मौका भी है। उन्होंने बताया कि हायर सेकंडरी बारहवीं में विज्ञान, वाणिज्य कला वर्ग के विद्यार्थी 50 प्रतिशत प्राप्तांक और अंग्रेजी विषय में अनिवार्य रूप से 50 प्रतिशत अंक आने पर शैक्षणिक रूप से भर्ती में भाग लेने के लिए पात्र होते हैं। सार्जेंट आनंद राज ने बताया कि वायु सेवा की सेवा के बाद युवा केंद्रीय एवं राज्य की नौकरियां भी सेवा कर सकते हैं। इसके साथ ही साथ जब अग्नि वीर की सेवा में रहेंगे तो उनका इसके डेवलपमेंट करने का मौका मिलेगा। चयन होने के बाद वह सैनिक सिर्फ भारतीय होता है उनसे कोई जाति धर्म के आधार पर पहचान नहीं होता। सेवा में सीनियर जूनियर का सम्मान रहता है। सेना अनुशासन का प्रतीक है। इसमें समय पर खाना पीना सोना, पार्किंग में मोटरसाइकिल रखना, वाहन चलाते समय हेलमेट का पालन करना है यह सब अनुशासन सेना की प्राथमिकता में शामिल है। 4 से 5 सालों में युवा अच्छे से पढ़ाई करें। जरूरत के मुताबिक मोबाइल का उपयोग करें। खाने पीने पर ध्यान दें व्यायाम करें और साथ ही साथ अग्निवीर या अन्य सेवाओं की तैयारी के लिए वेबसाइट, रोजगार नियोजन या अन्य माध्यमों से जानकारी प्राप्त कर उनका ऑनलाइन फॉर्म भरे। इसके साथ-साथ यह जरूरी है कि जब वह फॉर्म भरें तो अपना मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी ज़रूर प्रदान करें ऐसा ना हो कि जहां से फॉर्म भर रहे हैं और उसी दुकानदार का मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी दिया जाए इससे कब परीक्षा होगी कब आपके मोबाइल पर सूचना मिलेगा इसकी कोई गारंटी नहीं रहता कि दुकानदार बच्चे को बताए। परीक्षा से ऐसे बच्चे वंचित हो जाते हैं। इसलिए फॉर्म भरते समय या अन्य जरूरी स्थानों में अपना मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी सही दें।

कारपोलर रोहित शर्मा ने वायु सेवा का परिचय बताते हुए वायुसेना में सम्मानित वायु सैनिक, ट्रांसपोर्ट, स्वयं का रक्षा और अपने दुश्मन पर हमला आदि के बारे में बच्चों को बताया। इसके साथ ही साथ फाइटर प्लेन के बारे में भी जानकारी दी और देश के विभिन्न युद्धों और एयर शो आदि के बारे में स्कूली बच्चों को बताया। काॅरपोलर रोहित शर्मा ने वायु सेना में भर्ती की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए विद्यार्थियों को वायु सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करते हुए अपना भविष्य बनाने का आह्वान किया। वहीं पुरुषोत्तम स्वर्णकार सहायक संचालक कौशल विकास ने बताया की वायु सेना में अग्निवीर की भर्ती के लिए पंजीयन होना है। साढ़े 17 से 21 साल के युवाओं के लिए सुनहरा अवसर है,जिला प्रशासन चाहता है की ज्यादा जिले के युवा रोजगार के लिए पंजीयन कराएं और चयन हों। हरदी हाई स्कूल की प्राचार्य विभावरी ठाकुर ने बच्चों को संदेश दिया है कि वह अपने स्वयं पर आत्मनिर्भर बने बचपन में भाई और माता-पिता के सहारे से और विवाह के बाद अपने पति के सहारे लेना बंद करें। जैसे फॉर्म भरना हो तो वह स्वयं अपने मोबाइल पर भरने की कोशिश करें या अपने नजदीकी कंप्यूटर सेंटर से अपने फार्म भरे। अच्छे से तैयारी खुद करें। इसके साथ-साथ परीक्षा केंद्र या अन्य किसी भी प्रकार की शारीरिक परीक्षा के लिए खुद से जाने का साहस करें ताकि ऐसे परीक्षा देकर देश की सेवा में वे आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि बालिका बालक से अपने को कम ना समझे। वह भी उन्हीं के बराबर के हकदार हैं। भगवान ने भी उनको हाथ पैर सभी बराबर दिए हैं। कन्या शाला सारंगढ़ के प्राचार्य श्री एस आर बैरागी ने बालिकाओं को देश सेवा में शामिल होने के लिए अपील किया।
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