राज्य सरकार की अकर्मण्यता के कारण बैगा संरक्षित जनजाति के जीवन के ऊपर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। मैं स्वंय प्रभावित क्षेत्रों में 43 जूलाई को गया था वहां पर मलेरिया से बचाव के लिये लोगों को मच्छरदानी तक राज्य सरकार उपलब्ध नहीं करवा पा रही है। लोग कुएं का दूषित पानी पी रहे है। जिससे पूरे क्षेत्र में डायरिया फैला हुआ है। कुएं के पानी का “वाटर ट्रीटमेंट” भी सरकार नहीं करवा रही है। गांव के लोगों से बातचीत करने पर पता चला है कि वहां पर सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत दी जाने वाली राशन सामाग्री का भी वितरण नहीं किया जा रहा है। क्षेत्र के स्वास्थ्य केन्द्र झलमला में चिकित्सकों की पदस्थापना भी नहीं है, दवाईयों का अभाव है तथा समुचित ईलाज की व्यवस्था नहीं है। महोदया, महामहिम राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र माने जाने वाली बैगा जनजाति के लोगों की अकाल मृत्यु मलेरिया, डायरिया जैसी बीमारियों से होना चिंता का विषय है। इस पूरे मामले में आपका हस्तक्षेप आवश्यक है, ताकि इस संरक्षित जनजाति की जीवन रक्षा की जा सके।