छत्तीसगढ़

CG: जनजाति गौरव दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी के संदेश का लाइव प्रसारण

Shantanu Roy
15 Nov 2024 6:14 PM GMT
CG: जनजाति गौरव दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी के संदेश का लाइव प्रसारण
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Bijapur. बीजापुर। भगवान बिरसामुण्डा के 150वीं जयंती के अवसर पर जिला स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस का गरिमामयी एवं भव्य आयोजन सांस्कृतिक भवन मैदान में किया गया। जहां पारंपरिक गौर नृत्य सहित विभिन्न पारंपरिक नृत्यों का आयोजन हुआ। इस अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिहार राज्य के जमुई से वर्चुअली जुड़कर देशवासियों को संबोधित किए बीजापुर के जनमानस ने प्रधानमंत्री का संदेश तन्मयतापूर्वक सुना उन्होने बिरसा मुण्डा के स्वतंत्रता संग्राम में निभाई गई ऐतिहासिक भूमिका और उनकी
प्रेरणादायक
विरासत का उल्लेख करते हुए कहा कि भगवान बिरसा मुण्डा आज भी हमारे समाज में एक आस्था का प्रतीक बना हुआ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भगवान बिरसा मुण्डा के सम्मान में एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट भी जारी किया। साथ ही इस अवसर पर प्रधानमंत्री द्वारा 6,640 करोड़ रूपए से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया।
जिला स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बस्तर सांसद महेश कश्यप द्वारा विकास कार्यो पर आधारित विभागीय प्रदर्शनी का अवलोकन किया जहां स्वास्थ्य विभाग, जिला पंचायत, क्रेडा, कृषि, आदिवासी विभाग, आयुष विभाग एवं बीएसएनएल सहित अन्य विभागों द्वारा प्रदर्शनी लगाई गई थी। मुख्य अतिथि बस्तर सांसद महेश कश्यप ने भगवान बिरसा मुण्डा के 150वीं जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस के जिले वासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा भगवान बिरसा मुण्डा एक आदिवासी नेता और स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होने अपने समाज के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी बहुत कम उम्र में ही अपने कार्यो से महानायक बना और आदिवासियों के लिए भगवान के रूप में पूजे जाते हैं। समाज को संगठित कर अपने अधिकारों के लिए लड़ाई लड़कर सफलता भी हासिल किए बिट्रीश हुकूमत पर बिरसा मुण्डा का भय बना रहता था।
1857 के स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आजादी की लड़ाई तक हजारों महान आदिवासी नेताओं ने अपना अदम्य साहस और वीरता का परिचय दिया है जो जनजाति समाज के लिए गौरव गाथा से कम नही है। बिरसा मुण्डा, शहीद वीर नारायण सिंह, गुण्डाधूर, शहीद गेंद सिंह जैसे हजारों आदिवासी महामानव ने देश के लिए बलिदान दिया है। आदिवासी का गौरव शाली इतिहास रहा है इन्हे जानना हमे जरूरी है, हमारे पूर्वजों, आदिवासियों के बदौलत हमे आज सम्मान जनक जिंदगी मिली है। हमेशा उनके आदर्शो पर चलकर आगे बढ़ना है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं विष्णुदेव साय सरकार आदिवासी समाज के हितैषी के रूप में डबल इंजन की सरकार है जो हमेशा आदिवासी के हितों की रक्षा के लिए तैयार रहते हैं। श्रद्धेय अटल बिहार बाजपेयी ने राष्ट्रीय आदिवासी विकास परिषद का गठन किया उनके प्रयासों से आज गांव-गांव पक्की सड़क से जुड़े है। जिसका असर बस्तर संभाग और बीजापुर जिले में भी दिखाई दे रही है। बीजापुर जिला राज्य बनने से पहले विकास से कोसो दूर था जो अब प्रगति के पथ पर निरंतर अग्रसर है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयास से बस्तर संभाग के पिछड़े कहे जाने वाले जिलों को आकांक्षी जिला के रूप में चिन्हांकित कर विकास का नया आयाम दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयास से आदिवासी मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ को विष्णुदेव सााय के रूप में मिला जो अपने बहुत कम समय पर जनता को दिए वायदों को पूरा किया आज किसान, मजदूर, मातृशक्ति सभी वर्गो के आगे बढ़ाने, आर्थिक संबल प्रदान करने राज्य में कई योजनाएं संचालित की जा रही है। जिसका
सफलतापूर्वक
क्रियान्वयन से सुदूर जिला में भी विकास की बयार बह रही है।
कलेक्टर संबित मिश्रा ने मुख्य अतिथि सहित समस्त अतिथिगणों, गणमान्य नागरिकों को अभिवादन करते हुए भगवान बिरसा मुण्डा के जन्म जयंती पर हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए महानायक बिरसा मुंडा के स्वर्णिम इतिहास से अवगत कराते हुए कहा कि हमें भगवान बिरसा मुंडा के आदर्शों पर चलकर समाजहित और अधिकारों के लिए हमेशा सजग रहना जरूरी है। इस दौरान प्रधानमंत्री आवास, जन्म के साथ स्थायी जाति प्रमाण पत्र, सामुदायिक वन अधिकार पत्र, आयुष्मान कार्ड सहित विभिन्न विभागों के विभागीय योजनाओं से हितग्राहियों को लाभान्वित किया। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर चयनित बीजापुर के आदिवासी खिलाड़ियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर उनका सम्मान किया गया। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुड़ियम, जिला पंचायत सदस्य पिंकी कोरसा, नीना रावतिया उद्दे, नगर पालिका अध्यक्ष बेनहूर रावतिया, वरिष्ठ नागरिक श्रीनिवास मुदलियार, संजय लुक्कड़, डीएफओ रंगानाथन रामाकृष्णा वाय सहित एसडीएम बीजापुर उत्तम सिंह पंचारी, डिप्टी कलेक्टर नारायण गवेल, सहायक आयुक्त आदिवासी डॉ. आनंद सहित जनप्रतिनिधि, आदिवासी समाज के प्रतिनिधिगण, गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
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