रायपुर। विधानसभा का शीतकालीन सत्र जनवरी के पहले हफ्ते में होगा। कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में इस पर चर्चा हुई। दोनों पक्षों की सहमति के बाद शीतकालीन सत्र कराने का निर्णय लिया गया है। शीतकालीन सत्र का नोटिफिकेशन आ जाएगा। विशेष सत्र को ही शीत सत्र के रूप में आगे बढ़ाने की योजना है।
आरक्षण के संबंध में चर्चा के लिए विशेष सत्र के आयोजन के साथ ही सरकार की ओर से अन्य शासकीय कार्य और अनुपूरक बजट भी लाया गया। इसे लेकर विपक्ष की ओर से आपत्ति आई। विपक्ष के नेताओं का कहना था कि विशेष सत्र किसी विषय विशेष पर चर्चा के लिए होता है, लेकिन सरकार चर्चा से भागने के लिए विशेष सत्र में ही समेटने की कोशिश कर रही है।
मीडिया में भी ऐसी खबरें आई कि अनुपूरक बजट पेश होने के बाद संभवत: अब शीत सत्र का आयोजन नहीं किया जाएगा। विशेष सत्र के पहले दिन जब कार्यमंत्रणा समिति की बैठक हुई, तब भी यह बात उठी। आखिरकार यह निर्णय लिया गया कि शीतकालीन सत्र का आयोजन किया जाएगा। यह सत्र तीन से पांच दिन का हो सकता है।