रायगढ़। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के निर्देशन में आज प्रात: 10 बजे से जिला ग्रंथालय के सभाकक्ष में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए कैरियर गाइडेंस सेमीनार का आयोजन किया गया। जिसमें जिले में सीईओ जिला पंचायत के पद पर कार्यरत आईएएस अधिकारी जितेन्दर यादव ने प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे प्रतिभागियों को सफलता के टिप्स दिए। इस दौरान युवा नौ सेना ऑफिसर हेलीकाप्टर पायलट लेफ्टिनेंट कृपासिन्धु पटेल ने भी सेवा क्षेत्र में रोजगार के अवसर पर मार्गदर्शन दिया।
सीईओ जितेन्दर यादव ने कहा कि जीवन में सफलता पाने के लिए सबसे जरूरी है एक लक्ष्य निर्धारित कर, पूरी लगन से उसे पाने के लिए मेहनत करना। यह आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप किस फील्ड में मुकाम बनाने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। अगर कभी उसमें ठोकर खाकर गिरते भी है तो निराश मत होना, बल्कि कदम आगे बढ़ाते चलने से सफलता अवश्य मिलेगी। उन्होंने सेमीनार में आये बच्चों को कहा कि आमतौर पर लोगों को भ्रम होता है कि मेधावी प्रतिभा के लोग या मजबूत पृष्ठभूमि के प्रतिभागी ही भारतीय प्रशासनिक सेवा (यूपीएससी) जैसी बड़ी परीक्षाओं में सफल होते हैं, तो मन से इस बात को पूरी तरह से निकाल दें। इस परीक्षा में कोई भी बच्चा अपनी मेहनत और प्रतिभा के बूते सफलता पा सकता है, बशर्ते उनमें जज्बा होना चाहिए। ऐसे सभी बच्चों के सपने को साकार करने के उद्देश्य से कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा की विशेष पहल पर जिले में युवाओं को प्रतियोगी परीक्षा के तैयारी एवं रोजगार के अवसरों के लिए विशेष मार्गदर्शन एवं कोचिंग कक्षायें यहां नि:शुल्क संचालित की जा रही हैं। जिससे प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं को एक अच्छा माहौल मिले। ताकि प्रतियोगी परीक्षाओं के माध्यम से जिले के युवाओं को बेहतर परिणाम मिल सकेगा। इस दौरान उन्होंने सेमीनार में आए बच्चों सवालों के जवाब भी दिए।
इस अवसर पर सहयोग एकेडमी संचालक अबरार हुसैन, एपीसी भुनेश्वर पटेल, केन्द्र समन्वयक मनोज पटेल, लाईब्रेरिन अशोक पटेल सहित लाईब्रेरी के अन्य स्टॉफ उपस्थित रहे।
सीईओ ने दिए बच्चों को सफलता के लिए टिप्स
सीईओ जितेन्दर यादव ने प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं को सफलता के कुछ टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि किसी परीक्षा की तैयारी के लिए खासकर परीक्षा के सिलेबस को बार-बार देखें और केवल मानक पुस्तकों का अध्ययन करें। तैयारी के दौरान पिछले 5 वर्षों के प्रश्न-पत्र को समय-सीमा में हल करें। जितना पढ़ रहे हैं, उसका दोगुना समय लिखने में दें। अपनी हैंडराइटिंग पर ध्यान दें और वर्तनी की अशुद्धियों को कम करें। विभिन्न प्रकार के पुस्तकों की अपेक्षा एक ही बुक को बार-बार पढ़े एवं साथ ही करेंट अफेयर भी पढ़े।