विधवा पर यौन शोषण का मामला, एसपी को सौंपी गई जांच रिपोर्ट
बिलासपुर। रतनपुर थाने में एक नाबालिग रेप पीडि़ता की मां के खिलाफ एक बालक के यौन शोषण का एफआईआर दर्ज करने के मामले में जांच रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक को सौंप दी गई है। ज्ञात हो कि बीते 19 मई को रतनपुर पुलिस ने एक 46 वर्षीय पति खो चुकी महिला के विरुद्ध 10 साल के बालक के साथ अप्राकृतिक यौन कृत्य करने का अपराध दर्ज किया था। महिला को पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया था और उसी दिन उसे कोर्ट में पेश कर दिया था, जहां से वह जेल भेज दी गई थी। लोगों को जब यह जानकारी मिली कि महिला की नाबालिग बेटी के साथ कथित पीडि़त बालक के मामा आफताब मोहम्मद ने रेप किया था और उसे जेल भी भेजा गया था तब लोगों में रोष फैल गया।
आरोपी महिला की बेटी ने भी वीडियो जारी कर बताया कि उसे व उसकी मां को रेप के आरोपी ने पहले बयान बदलने के लिए प्रलोभन दिया और नहीं देने पर फंसाने की धमकी दी थी। मां के खिलाफ साजिश रखी गई, जिसमें थाना प्रभारी शामिल है। इसके अगले दिन हिंदू संगठनों ने रतनपुर थाने का घेराव कर दिया और थानेदार कृष्णकांत सिंह को निलंबित करने की मांग की। कार्रवाई नहीं होने पर अगले दिन रतनपुर बंद कराया गया था जिसमें कई संगठन शामिल थे। इसी दिन एसपी ने रतनपुर थानेदार को लाइन अटैच कर दिया और एएसपी ग्रामीण राहुल देव के नेतृत्व में एक जांच टीम बनाई। इस टीम को एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश एसपी ने दिया था। यह रिपोर्ट सौंप दी गई है। रेप के आरोपी आफताब मोहम्मद का चाचा हकीम मोहम्मद भाजपा से पार्षद है। आरोप लगाया जा रहा है कि महिला को फंसाने के लिए उसने अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया। रतनपुर के पार्षदों के बीच आरोपी आफताब के चरित्रवान होने का सर्टिफिकेट देने के लिए हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया। यह घटना सामने आने के बाद उसे पार्टी से निलंबित कर दिया गया है।