डॉक्टर के साथ मारपीट का मामला, आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग
जशपुर। दुलदुला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ऑनड्यूटी डॉक्टर नीतीश आनंद सोनवानी और डॉक्टर माहेश्वर माणिक के साथ गाली गलौच, मारपीट और जान से मारने की धमकी दी गई,जो कि CCTV में रिकॉर्डेड है। घटना के पश्चात डॉक्टरों ने शिकायत दर्ज कराई। लेकिन FIR दर्ज होने के बाद भी मुख्य आरोपी आशीष सतपथी और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी अभी तक नही हुई है और न ही अभी तक आरोपियों पर मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लगाया गया है। हद तो तब हो गई कि शिकायत करने वाले आहत डॉक्टरों को और इसके साथ साथ उनके परिवार वालों पर भी स्थानीय जन प्रतिनिधियों द्वारा शिकायत के विरुद्ध काफी दबाव बनाया जा रहा है। जिससे डॉक्टर काफी डरे सहमे हैं और लाचार व हताश महसूस कर रहे हैं।
इन डॉक्टर्स ने अब ये मान लिया है कि उन्होंने जशपुर के दुलदूला जैसे सुदूर और दुर्गम क्षेत्र में सरकारी नौकरी ज्वाइन करने का अपराध किया और उससे बड़ा अपराध उन्होंने सत्ता पक्ष के स्थानीय जनप्रतिनिधि द्वारा की गई मारपीट के खिलाफ शिकायत करके की । नए युवा चिकित्सकों को पता ही नही था कि किसी मरीज की जान बचाने से बड़ा काम धन और बल से भारी स्थानीय जनप्रतिनिधियों की जिहुजुरी करना होता है। शायद उनकी भी गलती नही थी क्योंकि मेडिकल कोर्स में अभी तक ऐसा विषय सम्मिलित नही किया गया है। लेकिन जैसे ही उन्हें अपने इस बड़े अपराध का बोध हुआ। उन्होंने तत्काल घटना के बाद अपना स्तीफा प्रशासन को सौंप दिया। अतः CIDA ने माननीय मुख्यमंत्री महोदय से निवेदन किया है कि उनके अपराध को क्षमा करते हुए उनका स्तीफा स्वीकार करें।
इसके घटना विरोध में जशपुर जिले के सभी डॉक्टर दिनांक 31 मई दिन मंगलवार को एक दिन का सामूहिक अवकाश लिया और राज्य के अन्य जिलों के डॉक्टर्स ने मंगलवार को विरोध स्वरूप चेहरे में बैंडेज लगाकर काम किया। हमारे आंदोलन को राज्य के JUDA,Raipur(जूनियर डॉक्टर्स एसोसियेशन) और IMA, Chhattisgarh का भी समर्थन प्राप्त हुआ। इसके अतिरिक्त छत्तीगढ़ आयुर्वेद अधिकारी संघ ने भी हमें समर्थन प्रदान किया और देश के विभिन्न मेडिकल एसोसिएशन जैसे SDF_West Bengal,RDA_RML Delhi,FAIMA_Delhi,ARISDA_Rajashthan,AMSA_Assam,RDA_ एवम अन्य RDAs और Inservice Associations का भी समर्थन प्राप्त हुआ। हम सभी मेडिकल संगठनों का कोटि कोटि आभार व्यक्त करते हैं। डॉक्टरों के खिलाफ बढ़ती हिंसा के खिलाफ CIDA,JUDA और IMA की गोलबंदी छत्तीसगढ़ राज्य में चिकित्सक समुदाय की एक बड़ी यूनिटी का आगाज़ है। अगर इस घटना के मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट नही लगाया जाता है,तो छत्तीसगढ़ के समस्त चिकित्सक समुदाय डॉक्टरों के बढ़ते हिंसा के खिलाफ एक बड़े आंदोलन के लिए तैयार हैं।
CIDA की मुख्यमंत्री से निवेदन है कि राज्य के सभी डॉक्टरों के विरोध दिवस की एक दिन की सैलरी काट कर राज्य के समस्त चिकित्सकों को इस अपराध का बोध कराएं अथवा हमारी मांगे मानकर समस्त चिकत्सकों में सुरक्षा और आत्मविश्वास का संचार करें।
हमारी केवल दो मांगे है -
1. आरोपी आशीष सतपथी और अन्य सभी आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो।
2. सभी आरोपियों पर मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लगे।