छत्तीसगढ़

युवाओं की जेब में कार्ड व पेन नुमा चाकू!

Admin2
19 March 2021 5:51 AM GMT
युवाओं की जेब में कार्ड व पेन नुमा चाकू!
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शौक व ठसन के लिए खरीद रहे हथियार, पुलिस ने बनाई ऑनलाइन चाकू मंगाने वाले 800 लोगों की सूची

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी ऑनलाइन चाकू खरीदने के सिलसिले लगातार बढ़ते जा रहे थे जिस पर लगाम कसने के लिए रायपुर पुलिस ने तस्दीक़ी अभियान चलाकर ऑनलाइन चाकू खरीदने वालो को हिरासत में ले रहे है। बढ़ते अपराध को देखते हुए पुलिस ने रात्रि गश्त को बढ़ा दिया है, और बढ़ती चाकूबाजी की घटनाओं के चलते पुलिस अब हरकत में आ गई है। पुलिस ने कई आरोपियों को पकड़ा है और पकडे गए आरोपियों ने बताया कि ई-कॉमर्स साइट से प्रतिबंधित धारदार हथियार मंगवा कर उसे शहर में दोगुने दामों में बेचते है। पुलिस ने उसके बाद से बड़ी संख्या में धारदार हथियार बरामद किए हैं। आरोपियों से तलाशी के दौरान बटनदार, गुप्ती, लंबे और धारदार चाकू बरामद हुए हैं। पुलिस का मानना ये है कि जितने भी नाबालिग युवाओं को हिरासत में लिया गया है वो ऑनलाइन हथियार खरीदकर रायपुर में दोगुने दामों में बेचते होंगे।

शहर भर में चाकूबाजी बढ़ी : शहर में चाकूबाजी की वारदातें आए दिन बढ़ती जा रही है और पुलिस प्रशासन इन वारदातों रोकने का अथक प्रयास कर रही है। बावजूद अपराधी अपराध से बाज नहीं आ रहे है। और आपराधिक गतिविधि के लोगों ने तो हथियार खरीदने के लिए भी एक नया जरिया ढूंढ निकाला है और अपराधी लोग ऑनलाइन हथियारों की खरीदी बिक्री करते है और वरदातों को अंजाम देते है। वही दूसरी तरफ युवा नशे और गुंडागर्दी के लिए किसी भी हद तक पार कर जाते है और हथियारों का मिलना भी आम बात हो गया है। जिससे युवा वर्ग की हिम्मत दो से तीन गुना बढ़ जाती है। हथियार रखना युवाओं के लिए एक फैशन बन गया है, नशे की पार्टियों में भी बड़े घरानों के युवक-युवतियां हथियार रखकर चलते है मगर उनके लिए हथियार रखना एक तरह का चलन बन गया है और एक नया फैशन भी बन गया है।

ई-कॉमर्स वेबसाइट चाकू का बना बाजार : ऑनलाइन ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर मौत का सामान धड़ल्ले से बिक रहा है। राजधानी में एक के बाद एक घटनाओं ने इन वेबसाइटों पर हो रही बिक्री पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बिना किसी लाइसेंस के प्रतिबंधित चाकू और तलवारें 10 से अधिक बड़ी-छोटी वेबसाइट होम डिलेवरी कर रही हैं। यह पुलिस विभाग के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रही है। युवा ऑनलाइन चाकू-छूरी बुक करवा रहे है। जब वेबसाइट पर सामान डिलीवरी कंफर्म हो जाता है तो तब उसे कैंसिल कर दिया जाता है।

युवा शौक व ठसन के लिए रख रहे हथियार : वर्तमान समय में युवा वर्ग हथियार लेकर घूमना पसंद करते है। ऑनलाइन हथियारों की खरीदी बिक्री भी एक तरह से बड़े व्यापार का रूप ले रही है। बिना लाइसेंस के जो लोग ऑनलाइन हथियार खरीदते है वो कहीं न कहीं अवैध रूप से हथियार खरीद ही रहे है। पुलिस का कहना है कि ऑनलाइन हथियार खरीदने वाले लोग न तो कोई लाइसेंस बनवाते है और ना ही पुलिस को इस बात से अवगत कराते है। उसके बाद अगर उस हथियार से किसी प्रकार की कोई वारदात हुई तो पुलिस सख्त कार्रवाई करती है।

हथियार की खरीदी के लिए जरुरी होता लाइसेंस : रायपुर में और पूरे देश में तेजधार औजारों को घर में रखने के लिए सरकार ने लाइसेंस लेने का नियम बनाया हुआ है। लेकिन आज की युवा पीढ़ी ऑनलाइन हथियार खरीदकर लाइसेंस नहीं लेते और उसी हथियार से लोगों को डराते है। सोशल मीडिया के जरिए हो रही औजारों की खरीदी अब अवैध हथियार के रूप में पनप रही हैं। वारदात के बाद ये ऐसे हथियार बन जाते हैं जिस पर आम्र्स एक्ट जैसी धारा लगती तो है मगर कोर्ट में आरोपी की जल्द जमानत भी हो जाती है। जिससे उसमें दूसरे और उससे भी बड़े अपराध करने की हिम्मत आ जाती है।

राजधानी में चाकूबाजी की बढ़ती घटनाओं के बाद एक्शन में पुलिस

रायपुर की पुलिस ने चाकूबाजी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए सख्त एक्शन लिया। ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट से संपर्क साधकर पुलिस ने ऐसे लोगों की जानकारी निकाली जिन्होंने ऑनलाइन खतरनाक चाकू खरीदे। पुलिस को जनवरी से दिसंबर 2020 फ्लिप्कार्ट के जरिए चाकू खरीदने वाले 800 लोगों के नाम मिले हैं। अब पुलिस सभी से पूछताछ कर रही है। सभी से दो टूक कह दिया गया है कि थाने आकर वो चाकू या तो जमा कर दें। या फिर एक शपथ पत्र दें कि वो चाकू का इस्तेमाल क्यों करने वाले हैं, या किस वजह से उन्होंने चाकू लिया। गुरुवार की शाम तक पुलिस ने 120 ऐसे चाकू जमा करवा लिए जो ऑनलाइन लिए गए थे।

कार्ड और पेन नाइफ : 100 से 400 रुपए की कीमत में फिल्पकार्ट जैसी ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स पर तरह-तरह के चाकू मिल रहे हैं। रायपुर के आजाद चौक थाने में, आस-पास के थानों से जमा चाकू को मीडिया के सामने दिखाया गया। इनमें एक चाकू क्रेडिट कार्ड की तरह नजर आया। कार्ड के शेप को फोल्ड करने पर ये चाकू बन जाता है। आमतौर पर ट्रैकिंग या सेल्फ डिफेंस के लिए इसका इस्तेमाल होता है। पेन की तरह दिखने वाले चाकू का अगला हिस्सा अलग करते ही अंदर से गुप्ती नुमा चाकू निकलता है जो किसी पर भी हमला करने पर उसकी जान भी ले सकता है। इन स्टाइलिश चाकूओं को देखकर पुलिस अफसर भी हैरान हैं। शहर के एडिशनल एसपी लखन पटले ने बताया कि फिलहाल पूछताछ में चौकाने वाली बात ये है कि इतने खतरनाक चाकू, शहर के युवकों ने रौब जमाने, डराने और फैशन के चक्कर में खरीदे। 80 प्रतिशत युवकों का कोई आपराधिक बैक ग्राउंड नहीं है। बावजूद इसके उन्होंने ऑनलाइन चाकू मंगवाए। इनके घर वालों को भी नहीं पता था कि बेटा चाकू लिए घूमता है। हमसे परिजनों ने भी कहा कि अच्छा हुआ पुलिस की पहल पर उन्हें ये पता चला। अब लोग खुद आगे आकर चाकू जमा करवा रहे हैं।

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