गुंडों के सहारे किया जमीन पर कब्जा, बिरयानी सेंटर के संचालक का एक और कारनामा
रायपुर। रायपुर के तेलीबांधा थाना क्षेत्र में अशोका बिरयानी सेंटर में 2 कर्मचारियों की मौत का मामला 37 घंटे बाद सुलझ गया। होटल में लाश के साथ प्रदर्शन कर रहे मृतकों के परिजन के बीच आधी रात को गृहमंत्री विजय शर्मा पहुंचे। उन्होंने परिजनों को होटल मालिक समेत प्रबंधन पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। पुलिस ने अशोका बिरयानी के मालिक समेत चार लोगों पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है।
इसके साथ ही अशोका बिरयानी प्रबंधन दोनों कर्मचारियों के परिजन को 15-15 लाख रुपए मुआवजा देगा। आजीवन 15-15 हजार रुपए महीने गुजारा भत्ता भी देना होगा। इसके बाद परिजन शनिवार सुबह करीब साढ़े 4 बजे लाश को लेकर अंतिम संस्कार के लिए अपने पैतृक गांव रवाना हो गए।
रितु शर्मा ने भी लगाया कब्जे और पिटाई का आरोप
मुंबई निवासी रितु शर्मा भी बिरयानी सेंटर के संचालक कृष्णकांत तिवारी पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने दादा के नाम पर डीडी थाने के सामने जमीन खरीदी थी जिसे उक्त बिरयानी सेंटर के संचालक कृष्णकांत तिवारी ने फर्जी दस्तावेज के सहारे रजिस्ट्री करवा लिया था जिसकी रिपोर्ट पर डीडी नगर थाने में अपराध दर्ज है। उन्होंने कल पत्रकारवार्ता में बताया कि बिलासपुर हाई कोर्ट ने बिरयानी सेंटर के संचालक तिवारी की जमानत भी ख़ारिज कर दी थी उसके बावजूद रायपुर पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई जबकि वह रायपुर में ही खुलेआम घूम रहा था। इसके आलावा रितु शर्मा ने यह भी आरोप लगाया की उसने उन्हें गुंडों से पिटवाया भी, जिसकी शिकायत भी उन्होंने थाने में की थी कोई कार्रवाई नहीं होने के वजह से वे मुंबई में ही रही।