जिला अस्पताल में कीमोथेरेपी से हो रहा कैंसर का उपचार, मरीजों को मिल रहा है लाभ
बलौदाबाजार। कलेक्टर चंदन कुमार के दिशा निर्देश में जिला अस्पताल के भीतर स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। इसी प्रयास के तहत बलौदाबाजार जिला चिकित्सालय में ऐसे कैंसर के मरीज जिनका उपचार अन्य किसी चिकित्सा संस्थान में हो रहा था उनके लिए कीमोथेरेपी की व्यवस्था की गई जो पूरी तरह से नि:शुल्क है।?जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार अवस्थी ने बताया कि वर्तमान में बलौदाबाजार शहर के 2 मरीज हैं जो कैंसर के उपचार हेतु कीमोथेरेपी अस्पताल से ले रहे हैं।
45 वर्षीय ममता वर्मा ने बताया कि उन्हें ब्रेस्ट कैंसर है जहां कीमोथेरेपी हेतु वह बलौदाबाजार से बाहर एक निजी चिकित्सा संस्थान में उपचार ले रही थीं। इसी प्रकार 58 वर्षीय दुर्गेश पाटिल राज्य के मेकाहारा से कीमोथेरेपी करवाते थे। दोनों ही प्रकरणों में अब शहर में ही कीमोथेरेपी होने से उन्हें इस बीमारी की अवस्था में आने-जाने की परेशानी एवं परिवहन के खर्चों से भी राहत मिली है।अस्पताल में कीमोथेरेपी डॉक्टर पूजा गायकवाड एवं नर्सिंग ऑफिसर कुमुदुनी वर्मा की देखरेख में किया जाता है। जिले में कैंसर की रोकथाम के प्रयासों के अंतर्गत आगामी 16 जून को जिला अस्पताल में स्तन एवं गर्भाशय के कैंसर की जांच हेतु एक बड़े शिविर का आयोजन भी किया जा रहा है। शिविर के बारे में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एम पी महिस्वर के अनुसार विकासखंड स्तर पर मितानिन, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक,सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा स्तन कैंसर के आशंकित मरीजों की कैंप के पूर्व ही लाइन लिस्टिंग तैयार कर ली गई है एवं इन्हें लाने ले जाने हेतु वाहन की व्यवस्था विभाग द्वारा स्वयं की जा रही है। कैंसर की स्क्रीनिंग शिविर में चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर एवं एम्स रायपुर के विशेषज्ञ सम्मिलित रहेंगे। चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर से डॉ मंजू सिंह विभागाध्यक्ष सर्जरी विभाग ,डॉ अमित अग्रवाल एसोसिएट प्रोफेसर सहित एक पैथोलॉजिस्ट एवं एक स्त्री रोग विशेषज्ञ भी सम्मिलित रहेंगे। इसके साथ ही रायपुर एम्स के 3 विशेषज्ञ चिकित्सकों का भी सहयोग इस स्क्रीनिंग शिविर में प्राप्त होगा।
सीएमएचओ डॉ महिस्वर ने बताया कि यदि स्तन, बगल में नई गांठ हो ,स्तन के हिस्से का मोटा होना या सूजन होना, स्तन की त्वचा में जलन, डिंपल होना, निप्पल क्षेत्र या स्तन में लाली या परतदार त्वचा,निप्पल क्षेत्र में दर्द, रक्त सहित स्तन के दूध के अलावा अन्य निप्पल डिस्चार्ज, स्तन के आकार में कोई परिवर्तन, स्तन के किसी भी क्षेत्र में दर्द यदि है तो यह स्तन कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। इसी प्रकार महिला के निजी अंगों से सफेद पानी एवं बदबू आना,अचानक वजन कम होना, पुराना कोई यौन रोग का इतिहास होना,संभोग के दौरान रक्तस्राव होना, दो माहवारियों के बीच अचानक से रक्तस्राव होना या रजोनिवृत्ति के उपरांत भी रक्तस्राव होना यह कुछ ऐसे लक्षण हैं जो गर्भाशय कैंसर का शक पैदा करते हैं। उक्त में से किसी भी लक्षण होने की दशा में तत्काल चिकित्सक से संपर्क कर आगे की जांच करवानी चाहिए । कैंसर की रोकथाम जागरूक रहने एवं प्रारंभिक अवस्था में ही उपचार करवाने से संभव है। उक्त शिविर में ऐसी महिलाएं जो गर्भवती हैं या जिनका मासिक धर्म चल रहा हो वह शिविर में जांच हेतु ना आएं। कलेक्टर चंदन कुमार ने एवं सीएमएचओ ने जिले के नागरिकों से इस शिविर का अधिक से अधिक लाभ लेने की अपील की है।