छत्तीसगढ़

ऑनलाइन सट्टा रोकने पूरे प्रदेश में चलेगा अभियान

Nilmani Pal
25 Sep 2022 6:15 AM GMT
ऑनलाइन सट्टा रोकने पूरे प्रदेश में चलेगा अभियान
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आकिफ फरिश्ता

रायपुर. ऑन सट्टा और जुआ पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सख्त तेवर के बाद पुलिस बड़े ऑपरेशन की तैयारी है। राज्य में ऑनलाइन सट्टेबाजी चलाने वाले महादेव बुक का नेटवर्क तोडऩे की तैयारी में है। इसके लिए जिन शहरों में उसका रैकेट चलने का पता चला है, रायपुर की स्पेशल सेल वहां की पुलिस के साथ ज्वाइंट ऑपरेशन चलाकर बुकी और सटोरियों को पकड़ेगी। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि उन्होंने राज्य में जुए और सट्टेबाजी के विभिन्न रूपों और प्लेटफार्मों को प्रभावी ढंग से प्रतिबंधित करने के लिए सख्त कदम उठाने के लिए आवश्यक कानूनी प्रावधानों और प्रक्रियाओं का मसौदा तैयार करने का निर्देश दिया है।

ऑनलाइन जुआ-सट्टा को रोकने सख्त कानून की जरुरत

आपको बता दें कि जनता से रिश्ता विगत कई सालों से लगातार सट्टा- जुआ को लेकर खबर प्रकाशित करता रहा है. रायपुर के VIP रोड में नथानी नाम के किसी शख्स को बार, डांस और जुए का लाइसेंस देने की चर्चा पूरे शहर भर में है और इसके पहले भी VIP रोड स्थित बार में गोलीकांड हुआ था. जहां भी खबर आ रही कि जुआ-सट्टा और डांस शनिवार-रविवार के दिन रखा जाता है. जो पूरे विश्व में खुलेआम मुजरा-बेली डाँस के लिए चर्चित हो रहा है. भारत के सभी प्रमुख शहरो से शनिवार और रविवार के दिन युवाओं का शहर भर की स्टार होटलों में भारी भीड़ बेहिसाब बुकिंग चलती है. जो चर्चा का विषय है. इसके लिए कोई कानून नहीं आया. नशे और बेली डांस (मुजरा) के कारण युवा पीढ़ी की आदत बिगड़ रही है. और शहर के युवा नशे की लत के शिकार हो रहे है. यह जुए और सट्टेबाजी की अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए सख्त कानून बनाने के आधार के रूप में कार्य करेगा, विज्ञप्ति में कहा गया है। इस संबंध में समय-समय पर आवश्यक निर्देश दिए जा रहे हैं और राज्य पुलिस ने भी जुआ और सट्टेबाजी को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं। लेकिन लोगों ने जुए और सट्टे के नए तरीके अपनाए हैं। सरकारी बयान में कहा गया है कि उन्होंने किसी भी कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया। हालांकि, इस मुद्दे पर सीएम ने जोर देकर कहा कि ऑनलाइन जुए को प्रतिबंधित करने के लिए फुलप्रूफ कानून की तत्काल आवश्यकता है। इसके अलावा, पहले सीएम ने जुआ और सट्टेबाजी जैसे इन सामाजिक अपराधों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए और ऐसा करने में विफल रहने पर पूर्व डीजीपी डीएम अवस्थी ने अपना पद खोकर कीमत चुकाई। डीजीपी अवस्थी को स्पष्ट रूप से जूनियर आईपीएस अधिकारी जुनेजा द्वारा प्रतिस्थापित किया गया था। इस बीच, छत्तीसगढ़ पुलिस के विश्वसनीय सूत्रों ने कहा, जुआ सह सट्टेबाजी रैकेट औसतन 400 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार करता है और इसके अपतटीय से भी संबंध हैं।

शहरों में चलेगा ज्वाइंट ऑपरेशन

पुलिस और सेल की टीम ने अलग-अलग शहरों में बैठकर आईडी चलाने वालों के अलावा दांव लगाने वालों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस की तकनीकी विंग को भी इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। कॉल डिटेल के साथ उन बैंक खातों को खंगाला जा रहा है, जिसमें पैसों के ट्रांजेक्शन का शक है। पुलिस दुबई में सटोरियों की पार्टियों से लौटे लोगों की तलाश कर रही है। हालांकि चर्चा है कि रायपुर, दुर्ग, रायगढ़, जांजगीर, सक्ती, बिलासपुर के 30 से ज्यादा लोग गुपचुप तरीके से ट्रेन और सडक़ मार्ग से लौट आए हैं। उन्हें शहर में देखा भी जा रही है। इनमें से कुछ लोगों ने पुलिस को अपने लौटने की सूचना दे दी है। पुलिस ने अब तक किसी से भी पूछताछ नहीं है। अफसरों ने संकेत दिए हैं, उनके खिलाफ लिंक की तलाश की जा रही है। पुख्ता प्रमाण के साथ उन्हें घेरा जाएगा।

सरकारी कर्मचारी-अधिकारी निशाने पर

महादेव बुक से राज्य के सराफा, कपड़ा से लेकर कई कारोबार से जुड़े कई बड़े लोग शामिल हैं। इसमें कुछ सरकारी कर्मचारी और अधिकारी के नाम भी सामने आ रहे हैं। इतना ही नहीं कुछ खाकी वर्दी वालों का भी रैकेट से लिंक मिला है। चर्चा है कि डीडी नगर के तीन मकान में सट्टा चलाने वाला भिलाई का सतीश अक्सर एक पुलिस अधिकारी के साथ देखा जाता रहा है। ऐसे कई अधिकारी और उनके साथ जुड़े हैं। इसमें अतुल कुमार, सोनू, अरुण जैस नाम सामने आ रहे हैं। पुलिस इन नामों की जांच कर रही है। महादेव बुक से राज्य के बड़े बुकी, जुआ चलाने वाले और एमसीएक्स चलाने वाले भी जुड़े गए हैं। वे खुद की आईडी चला रहे हैं। पुलिस को इनमें से कुछ का लिंक मिला है।

किराए के खाते में पैसा जमा

महादेव बुक में अधिकांश किराए के खातों में लेन-देन किया जा रहा है। इसलिए पुलिस रैकेट के सरगना या सिस्टम चलने वालों तक पहुंच नहीं पा रही है। ज्यादातर खाता रिक्शा, ऑटो, ठेला या होटल चलाने वालों के नाम पर है। उन्हें खातों में ट्रांजेक्शन के बदले हर माह पैसा दिया जाता है। उन्हें रैकेट की कोई जानकारी नहीं है। खाते में जिन लोगों ने पैसा जमा किया है। उन लोगों को भी पुलिस ने तलब करने की तैयारी है।

4 करोड़ का सट्टा पकड़ाया

इससे 10 महीने पहले भी दुर्ग में 4 करोड़ रुपए का सट्टा-पट्टी पकड़ाया था। उस दौरान पुलिस एक बंधक युवक को छुडाऩे के लिए गई थी। पुलिस ने उस दौरान तालपुरी इलाके में छापेमारी की, लेकिन वहां उन्हें करोड़ों का सट्टा और उसके खाईवाल हाथ लग गए। पुलिस ने इस मामले में 12 लोगों को गिरफ्तार किया था।

Nilmani Pal

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