ईद-अक्षय तृतीया के साथ त्योहारी और शैक्षणिक सीजन में 500 करोड़ का कारोबार रसालत में
शाम 5 बजे तक होम डिलीवरी देने व्यापारी तैयार
जय व्यापार पैनल-चैम्बर का वरिष्ठ सदस्य अशोक गोलछा जुआ खेलते पकड़ाया
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। कोरोनाकाल ने पिछले डेढ़ साल में तीज-त्योहारों के साथ औद्योगिक, शैक्षणिक और व्यापारिक गतिविधियों की भेंट चढऩे से व्यापारिक जगत और आमजनता के जीवन में शून्यता ने स्याह अंधेरे की ओर धकेल दिया है। हर साल तीज-त्योहार ईद-अक्षय तृतीय, शादी दीपावली,जंयती पर्व के अवसर पर कपड़ा, सोना, चांदी, जरूरी घरेलू साजो सामान की खरीदी बिक्री से 5-6- सौ करोड़ का कारोबार होता था, जो अब शून्य पर पहुंच गया है। कोरोना काल ने 2020 से 2021 के चालू वित्तीय वर्ष में तमाम तीज-त्योहार के साथ शैक्षणिक और औद्योगिक, व्यापारिक कारोबारियों को तोड़ करोड़ कर रख दिया है। 2021 में हुए नुकसान को 2021 में जैसे तैसे कवर करने की उम्मीद के साथ नए साल 2021 की शुरूआत होते ही मार्च आते-आते तक कोरोना की दोबारा भेंट चढ़ गया। राजधानी रायपुर में एक मोटे आकलन के अनुसार व्यापारियों का मानें तो पिछले डेढ़ सालों में अरबों रुपए का कारोबारी नुकसान हुआ है, जिसकी भरपाई आने वाले 5-10 सालों में संभव नहीं है। लगातार जारी लॉकडाउन से अब उपभोक्ता और व्यापारिक जगत त्रस्त हो गया है। अब प्रशासन से कुछ राहत की उम्मीद चाहता है जिससे जिंदगी को चलायमान रखने के साथ आर्थिक घाटा को कम करने में सरकार और प्रशासन मदद करे, जिसके जिंदगी में आई डेढ़ साल की शून्यता को कम किया जा सके। इसे लेकर व्यापारियों ने दम लगाना शुरू कर दिया है कि जैसे-तैसे बाजार खुले और शाम 5 बजे तक व्यापारिक गतिविधियों का संचालन हो। व्यापारिक संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि इस सीजन में व्यपारियों को कुछ राहत दी जाए जिसके लिए मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है।
व्यापारी और प्रशासन आमने-सामने
बाजारों को लेकर राजधानी के व्यापारी और प्रशासन आमने-सामने हो गए हैं। जैसे-जैसे रायपुर में कोरोना केस कम हो रहे हैं, बाजार खोलने का अभियान से तेज होता जा रहा है। छत्तीसगढ़ चैंबर और कैट समेत बड़े व्यापारी संगठन मुख्यमंत्री को लगातार चि_ी लिखकर दुकान खोलने की मांग कर रहे हैं। कपड़ा कारोबारियों का कहना है कि मई में उनके पास शादियों का सीजन, ईद का त्योहार और स्कूल यूनिफॉर्म की सप्लाई का काम होता था, लेकिन इस बार तीनों सीजन शून्य हो गए।
शादी सीजन में 50 से 300 करोड़ का कारोबार होता रहा
व्यापारियों का दावा है कि केवल मई में कपड़े का 250 से 300 करोड़ तक कारोबार होता रहा है, जो इस बार जीरो है। बाहरी राज्यों में भी लॉकडाउन होने की वजह से माल भी बाहर नहीं भेज सकते। इस वजह से कपड़ा कारोबारियों ने प्रशासन से होम डिलीवरी तक की मांग कर डाली है। पंडरी थोक कपड़ा एसोसिएशन का कहना है कि अक्षय तृतीया से रविवार तक सभी कपड़ा कारोबारियों को होम डिलीवरी करने की सुविधा दी जाए। उधर, राजधानी में रविवार-सोमवार को कोरोना मरीजों की संख्या कम होने के बाद छत्तीसगढ़ चैंबर ने बाजार खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव तेज कर दिया है। चैंबर अध्यक्ष अमर पारवानी ने इस मामले में मुख्यमंत्री को चि_ी लिखकर कहा है कि राज्य में एक दिन में पहले कोरोना के 17000 से भी ज्यादा मामले सामने आ रहे थे, लेकिन अब 9000 से भी कम हो गए हैं। इसी तरह रायपुर में भी मरीजों की संख्या 4000 से कम होकर 400 पहुंच गई है। राजधानी समेत अधिकतर जिलों में लॉकडाउन के 32 दिन पूरे हो गए हैं। कारोबार पूरी तरह से बंद हैं। व्यापारियों को ब्याज, किश्त, दुकान किराया, बिजली, पानी, कर्मचारियों के वेतन सारे खर्चों का भुगतान कर्ज लेकर करना पड़ रहा है। इसलिए अब तत्काल सभी तरह के बाजारों को शाम 5 बजे तक खोलने की अनुमति दे देना चाहिए। इसी तरह थोक बाजारों को भी सुबह 6 से 12 बजे तक की अनुमति मिलनी चाहिए।
मोबाइल दुकानों को खोलने की अनुमति दी जाए
छत्तीसगढ़ मोबाइल एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री और कलेक्टर को चि_ी लिखकर मांग की है कि मोबाइल दुकानों को खोलने की अनुमति दी जाए। किसी भी मोबाइल दुकान में एक साथ बड़ी संख्या में लोग नहीं पहुंचते हैं। कोरोना गाइडलाइन के नियमों का पालन करते हुए आसानी से इस कारोबार का संचालन किया जा सकता है। प्रशासन को पूरी दुकानें खोलने में परेशानी है तो फिलहाल मोबाइल की ऑनलाइन डिलीवरी की अनुमति दे दी जाए। इससे मोबाइल कारोबारियों का कुछ तो कारोबार शुरू हो सकेगा। इससे उनकी थोड़ी आर्थिक परेशानियां कम होंगी।
जय व्यापार पैनल-चैम्बर का वरिष्ठ सदस्य अशोक गोलछा जुआ खेलते पकड़ाया
जुआरियों से दो लाख दस हजार नगदी बरामद
राजधानी रायपुर के रईसजादे 4 जुआरियों के साथ 2 लाख दस हजार रूपये नगदी बरामद हुआ। एडिशनल एसपी सिटी लखन पटले ने बताया कि कोतवाली थाना क्षेत्र में घर में बैठकर चार जुआरी कोरोनाकाल में जुआ खेल रहे थे। मुखबिर की सूचना अनुसार एडिशनल एसपी सिटी ने अपने नेतृत्व में छापा मारा। व्यापारी नेता अशोक गोलछा अन्य जुआरियों को मुचलका जमानत में भारी राजनीतिक दबाव में दिया गया। शहर में आग की तरह खबर फेली है। एक चर्चित व्यापारी नेता और एक अधिकारी सदस्य के साथ अन्य जुआरियों के साथ मिलकर जुआ खेलते रंगे हाथों पुलिस ने पकड़ा। छत्तीसगढ़ राज्य बना तब से अब तक पहली बार किसी चैंबर के व्यापारी नेता को जुआ खेलते रंगे हाथ पुलिस ने पकड़ा। उस पर कार्रवाई करते पुलिस के हाथ-पांव फुल गए। उसे छुडाने के लिए बड़े-बड़े व्यापारी नेता सक्रिय रहे। पुलिस ने मामुली कार्रवाई के बाद व्यापारी नेता को छोड़ दिया। वहीं एक पुलिस अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कोरोना काल के चलते व्यापारी को मुचलके पर छोड़ दिया गया। सामन्य हालात में उसके खिलाफ जुआ एक्ट के अतिरिक्त अन्य धाराओं पर भी मामला दर्ज होता। महामारी एक्ट के तहत भी कार्रवाई की जा सकती थी लेकिन संक्रमण को देखते हुए जेलों में भीड़ बढ़ाने से बचने के निर्देश मिले हैं।
आधी-आधी दुकानें खुलवा दें
सीजन में कपड़ा कारोबार को जबर्दस्त नुकसान हुआ है। पूरी दुकानें खोलने की अनुमति नहीं दे सकते हैं तो होम डिलीवरी ही करने दें। या पिछले लॉकडाउन की तरह आधी-आधी दुकानें खुलवा दें।
-चंदर विधानी, अध्यक्ष-पंडरी थोक कपड़ा मार्केट
नहीं तो दुकानों में ताले लग जाएंगे
इलेक्ट्रानिक्स-मोबाइल दुकानों में वैसे भी भीड़ नहीं पहुंचती, इसे आंशिक रूप से खोलना चाहिए। वर्क फ्राम होम और ऑनलाइन पढ़ाई के कारण इसकी जरूरत है। नहीं तो दुकानों में ताले ही लग जाएंगे।
-राजेश वासवानी, अध्यक्ष-मोबाइल एसोसिएशन