रायगढ़। शहर के सुभाष चौक इलाके के हार्डवेयर कारोबारी श्यामसुंदर नहाड़िया को उनके कर्मचारी ने ही 30 लाख रुपए की चपत लगा दी। शिकायत के बाद कोतवाली पुलिस ने आरोपी पर धारा 420, 406 और 120 बी के तहत अपराध दर्ज किया है। अपनी शिकायत में श्यामसुंदर ने कहा कि कालिंदी कुंज का प्रिंस मित्तल उनकी दुकान पर काम करता था। उसने कुछ महीनों में विश्वास अर्जित किया। वह रुपयों के लेन-देन के साथ गल्ला भी संभालने लगा । वे बुजुर्ग हैं और सारे काम खुद नहीं कर सकते इसलिए वे कर्मचारी प्रिंस मित्तल पर निर्भर थे। घर में रिनोवेशन के कारण पूरा परिवार कोतरा रोड में रहता है जबकि वे दुकान और उससे लगे घर में रहते हैं। प्रिंस उन्हें अपने घर से खाना लाकर देता था। कुछ समय से उनकी तिजोरी से पुश्तैनी जेवर चोरी हो रहे थे। आलमारी और गल्ले की चाबी उन्होंने प्रिंस को सौंपी हुई थी।
25 अप्रैल को श्यामसुंदर अचानक दुकान पहुंचे तो प्रिंस 3 लाख रुपए निकालता हुआ पकड़ा गया। पुलिस बुलाने की बात पर उसने अपनी मां और भाई को बुलाया। माफी मांगी और सारा रुपया लौटाने की बात कही तो श्याम मान गए। कुछ दिनों में श्याम को पता चला कि कुछ फर्मों से उधार वसूली के 10 लाख रुपए लेकर प्रिंस ने खुद रख लिए हैं। जब श्याम ने रुपए मांगे तो प्रिंस ने अपने परिजन के साथ आकर 10 लाख कीमत बताकर सोना दिखने वाले आभूषण दिए। प्रिंस की करतूत पर संदेह हुआ, उसकी जांच कराई तो वह नकली जेवर निकले। श्यामसुंदर ने आरोप लगाया है कि प्रिंस ने उनके 30 लाख रुपयों का गबन और धोखाधड़ी की है।