हवाई सफर से भी भारी पड़ रही बस की यात्रा
प्रदेश में बस आपरेटरों का चल रहा है लगान वसूली का खेल
बस में यात्रा करना नारकीय प्रताडऩा, किया हवाई सफर से भी महंगा
बस स्टैण्ड में कुर्सी टेबल लगाकर बैठे अवैध बुकिंग एजेंट, चेतावनी के बाद भी खुलेआम चल रहा खेल
यात्री बसों का किराया ऑनलाइन और ऑफलाइन में जमीन आसमान का फर्क है
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। जिस तरह गुलाम भारत में अंग्रेज भारत में अपनी हुकूमत चलाने के लिए भारतीय किसान जो खेती करते थे उनसे लगान की वसूली करते थे,और जो खेती नहीं करते थे,भूमिहीन थे उनसे बेगारी करवाते थे, वो अंग्रेजों से लिए वैसे ही काम करते थे जिससे अंग्रेज खुश होकर बख्शीस देते थे। जिससे उन बेगारों का घर परिवार चलता था। ठीक वैसा ही छत्तीसगढ़ प्रदेश बनने से लेकर अब तक वह दस्तूर की तरह चल रहा है। नया अंतर्राष्ट्रीय बस टर्मिंनल में सवारी के साथ बकरे जैसा टीट जाता है। यानी कब तक खैर मनाएगा। किसी न किसी बस में तो बैठेगा और कुर्बान हो जाएगा। किराया बस आपरेटर के सात चालक और कंडक्टर तय करते है। सड़क भले ही सरकारी हो लेकिन इसका उपयोग बस मालिकों की जागीर की तरह हो रहा है। इसका जीता जागता उदाहरण भाठागांव स्थित अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल में देका जा सकता है जहां अवैध रूप से बुकिंग एजेंट टेबल-कुर्सी लगाकर सक्रिय हो गए हैं। यहां यात्रियों से निर्धारित किराए के डेढ़ गुना तक वसूली हो रही है। एक तरफ जहां नागपुर का ऑनलाइन किराया 450 रुपए है। वहीं दूसरी तरफ बुकिंग एजेंट 800 रुपए तक वसूल रहे हैं। इसे लेकर कई बार विवाद और मारपीट की स्थिति भी निर्मित हो चुकी है। इसे लेकर टिकरापारा पुलिस ने कार्रवाई भी की थी। लेकिन, कुछ दिनों बाद ही बुकिंग एजेंट एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। यहां बिना अनुमति महज 500 रुपए का टेबल लगाकर बुकिंग एजेंट बिना किसी लाइसेंस और अनुमति के खुलेआम टिकट काट रहे हैं।
नए बस स्टैंड से देशभर के 8 राज्यों के लिए रोजाना 90 से ज्यादा बसों का संचालन होता है। इसके जरिए 10 हजार से ज्यादा यात्रियों का आवागमन होता है। रायपुर आकर दूसरे राज्य के यात्री यहां से यादगार लूट का सफर लेकर जाते है। जहां हर कदम पर लूट खसोट का शिकार होना पड़ता है।
बुकिंग एजेंटों की अलग सिंडिकेट
अवैध रूप से टिकट काटने वाले बुकिंग एजेंटों द्वारा कमीशन पर गुर्गों को रखा गया है। वे यात्रियों को पकड़कर अपने काउंटर पर लाते हैं। फिर गंतव्य स्थान की जानकारी और यात्रियों की संख्या देखकर अपने लैपटॉप पर ऑनलाइन सीटों की संख्या और टिकट की रकम देखते हैं। सबसे कम किराए पर ले जाने वाली बस की टिकट उनके नाम पर बुक करने के बाद अपनी रसीद पर काटकर देते हैं। साथ ही ऑनलाइन बुकिंग नंबर दिखाकर उन्हें बसों में बिठाते हैं। इसके एवज में उन्हें बुकिंग एजेंटों द्वारा 15 से 20 फीसदी तक कमीशन दिया जाता है।
लगेज के नाम पर खुलेआम लूट
होली के त्योहार को देखते हुए यात्रियों का चेहरा देखकर वसूली हो रही है। ज्यादा सामान लेकर आने वाले यात्रियों से लगेज के नाम पर 100 से 200 रुपए अतिरिक्त लिए जा रहे हैं। इसकी रसीद तक उन्हें नहीं दी जाती। वहीं बस में बिठाने के दौरान चालक-परिचालक द्वारा किसी भी तरह का विरोध करने पर कुछ नकदी देकर मामला रफा-दफा किया जा रहा है।
निगम प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी बने तमाशबीन
आईएसबीटी में अंदर-बाहर मिलाकर कुल 20 दुकानें बनाई गई है। इन पक्की दुकानों के अलावा परिसर में कहीं भी काउंटर लगाने की अनुमति नहीं है। इसके बावजूद वहां 25 से ज्यादा ट्रैवल एजेंसियां और बुकिंग एजेंट बस स्टैण्ड परिसर में टेबल लगाकर टिकिट काट रहे हैं। इसके बाद भी जिला प्रशासन, पुलिस और निगम प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हुए है।
लाइसेंस की जरूरत ही नहीं
अवैध रूप से चल रहे बुकिंग काउंटर्स से यात्रियों का टिकिट काटने वाले एजेंट द्वारा परिवहन विभाग, आरटीओ से किसी तरह का लाइसेंस भी नहीं लिया है। यह इसलिए भी गंभीर मुद्दा है क्योंकि बस स्टैंड में यात्रियों से बदसलूकी की शिकायत आम हो चली है। इसके अलावा बस यात्रियों से टिकिट के लिए अधिक पैसे वसूलने के मामले भी आते ही रहते हैं। ऐसे में यात्री सुरक्षा के लिहाज से बस स्टैंड में टिकिट बुक करने वाली सभी ट्रैवल एजेंसियों का पंजीयन और उन्हें लाइसेंस जारी करना अनिवार्य हो जाता है।
शिकायत कलेक्टर और एसपी से
बस स्टैण्ड में अवैध रूप से टेबल-कुर्सी लगाकर बुकिंग एजेंट निर्धारित किराए से ज्यादा यात्रियों से वसूली कर रहे हैं। इसकी शिकायत कलेक्टर और एसपी से की गई है। साथ ही कड़ी कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है।
अनवर अली, अध्यक्ष
छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ
लालपुर एमएमआई से निमोरा तक नया एप्रोच रोड बनेगा गडकरी ने दी सहमति
रायपुर-लालपुर एमएमआई अस्पताल से ग्राम निमोरा प्रशासन एकेडमी व पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान के सामने तक नया एप्रोच रोड बनाया जाने हेतु केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग नितिन गडकरी ने सहमति दे दी है इस संबंध में अभनपुर विधायक धनेंद्र साहू ने मांग किया था कि बढ़ते ट्रैफिक के दबाव के देखते हुए इस मार्ग को 110 मीटर (6-2) चौैड़ीकरण की सहमति उन्होंने दे दी है। इसी तरह रायपुर धमतरी खंड का फोरलेन चौड़ीकरण का कार्य एनएच व्दारा पचपेड़ी नाका रायपुर से श्याम तराई धमतरी तक किया जाना प्रस्तावित था, उस हेतु भी उन्होंने अपनी सहमति जताई है। धमतरी फोरलेन पर निमोरा चौक सेंटर कॉरीडोर बनाया जाएगा। इसी चौक से नवा रायपुर तक नई बायपास बनायी जाएगी। इस सड़क के बनने अभनपुर-धमतरी से आने वाले रायपुर तक नहीं आना पड़ेगा। निमोरा चौक की नई बायपास से पूरा ट्रैफिक सीधे नवा रायपुर पहुंचेगा। इसके साथ ही माना, डूमरतराई के लोगों के लिए भी ये बायपास उपयोगी साबित होगी। यहां रहने वाले इस सड़क से सीधे नवा रायपुर जा सकेंगे। बायपास रोड को धमतरी फोरलेन से जोडऩे के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने मंजूरी दे दी है। भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत धमतरी फोरलेन सड़क को रायपुर से कोलकाता जाने वाली सड़क से भी जोड़ा जाएगा। निमोरा के पास जिस सेंटर कॉरीडोर से इस सड़क को जोड़ा जा रहा है वही चौराहा कनेक्टिंग प्वाइंट होगा। इसी चौक से भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बन रही सड़क रायपुर से कोलकाता और हैदराबाद तक जाएगी।