मेन मार्केट के दुकानों में सेंधमारी, फिर सक्रिय हुआ चोर गिरोह
- राजधानी में बढ़ती चोरी की वारदातें खोल रही पुलिस सुरक्षा की पोल
- एमजी रोड के पांच दुकानों के टूटे ताले, चोरों ने उठाए पांच लाख कैश सहित कीमती सामान
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। एमजी रोड पर जैन दादाबाड़ी के सामने दो दिन के भीतर चोरों ने 5 इलेक्ट्रानिक दुकानों में सेंधमारी कर 5 लाख से ज्यादा कैश और कीमत सामान ले उड़े। दो दुकानों में चोर घुसने में सफल नहीं हो सके। सभी दुकानें एक ही कतार में हैं। चोर गिरोह ने बुधवार की रात चार दुकानों में चोरी करने के साथ दो दुकानों में घुसने की कोशिश की। अगले दिन गुरुवार को कारोबारियों ने चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने सुरक्षा के इंतजाम नहीं बढ़ाए और उसी रात गिरोहबाजों ने पांचवीं दुकान में वारदात कर दी।
चोर गिरोह बेहद छोटे से रोशनदान की जाली तोड़कर दुकान में घुसा और उसी रास्ते से भाग निकला। पुलिस को 18 दुकानों की छतों पर चोरों के पैरों के निशान मिले हैं। पुलिस को शक है चोरी में पेशेवर गिरोह का हाथ है। दुकान में घुसने के बाद चोरों ने गल्ले को ही निशाना बनाया। कुछ बेहद कीमती सामान ही चोर अपने साथ ले गए हैं। अफसरों के अनुसार ऐसा केवल पेशेवर गिरोह ही करते हैं। पुलिस को एक दुकान के भीतर के चोरों का सीसीटीवी फुटेज मिला है। फुटेज में केवल दो चोर ही दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने अपने चेहरे पर केवल मास्क पहना है। उन्होंने चेहरा छिपाने की कोशिश भी नहीं की है। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि चोरी के दौरान चोरों ने कैमरा तलाश करने या उसके साथ छेडख़ानी की कोशिश नहीं की है। इस वजह से भी माना जा रहा है कि चोर गिरोह यहां का नहीं है। फुटेज में भले ही दो चोर दिख रहे हैं, लेकिन पुलिस अफसरों का मानना है कि चोरों की संख्या चार से पांच हो सकती है, क्योंकि जिस रोशनदान से चोर दुकानों में घुसे हैं, वहां एक-दो लोग तो चढ़ाने उतारने में लगेंगे।
सबसे पहले सुनील इलेक्ट्रानिक में घुसे चोर
मौदहापारा पुलिस ने चोरी की वारदात की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में जो सबूत मिले हैं उसके अनुसार चोर सबसे पहले सुनील इलेक्ट्रॉनिक्स में घुसे। दुकान की छत पर चढ़कर चोर बाथरूम के रोशनदान तक पहुंचे और उसकी ग्रिल काटकर भीतर पहुंचे। उसी के बाजू में सम्राट कार्पोरेशन, फेयर डील और दीपक लैंप की दुकान है। एक के बाद एक कर चोर सभी दुकानों में घुसे और गल्ला तोड़कर करीब 5 लाख कैश व कुछ कीमती सामान ले गए। चोरों ने उसी लाइन की दो और दुकानों में घुसने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो सके। अगले दिन यानी गुरुवार-शुक्रवार की रात इसी जगह की एक दुकान में चोरी की और भाग निकले। पुलिस को न पहले दिन होने वाली वारदात का कोई क्लू मिला और न ही दूसरी दिन का। अफसरों का मानना है कि दोनों ही वारदातों में एक ही गिरोह का हाथ है।
सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध कैद : इलेक्ट्रानिक्स सामान की सभी दुकानों में चोर पीछे के रास्ते से घुसे हैं। दुकानों के पिछले हिस्से में कुछ कांप्लेक्स और कुछ दुकानें हैं। कुछ स्थान खाली भी है। चोर उसी जगह से इन दुकानों के पीछे पहुंचे फिर आसानी से रोशनदान के रास्ते से भीतर एंट्री कर ली। पुलिस अफसरों का अनुमान है कि वारदात में कुछ लोकल चोर भी शामिल हो सकते हैं। उन्होंने ही चोर गिरोह को पीछे से एंट्री का रास्ता बताया है। वारदात के पहले रेकी किए जाने का अनुमान है। पुलिस आस-पास के इलाके की कई दुकानों का सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। ये देखा जा रहा है कि दिन में कौन और किस तरह के संदिग्ध इलाके में नजर आए हैं।
अब तक चोर पकड़ से दूर : पिछले साल दो हजार से ज्यादा चोरियां हुई। इसमें दो दर्जन बड़ी चोरियां है। इन मामलों के आरोपियों को पकड़ नहीं पाई है। जबकि पुलिस के पास फुटेज से लेकर कुछ चोरों के नाम, पता तक हैं। इसमें नवकार ज्वेलर, कृष्णा ज्वेलर, कुरियर कंपनी, दो बड़े कार शो रूम आदि की चोरी शामिल है।
पुलिस सुरक्षा में पोल : गुरुवार को इलेक्ट्रॉनिक दुकानों में सीरियल चोरी की वारदात से कारोबारियों में खासी खलबली मच गई। सुबह जैसे जैसे एक-एक दुकान में हुई चोरी का पता चलता गया, कारोबारी सड़क पर इकट्ठा होने लगे। उसी समय पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस अफसरों ने पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और अपराध पंजीबद्ध कर चोरों की तलाश के लिए सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगालना शुरू कर दिया।
इस बीच रात में सुरक्षा के इंतजामों में कोई बदलाव नहीं किया गया और इसी का फायदा उठाकर चोरों ने फिर वहीं वारदात कर दी। गुरुवार आधी रात एमजी रोड की फैंसी लाइट में चोरी हो गई। वहां से कैश पार किया गया। उसी इलाके की एक अन्य दुकान में चोरी की कोशिश की गई। दो दिनों की चोरी से कारोबारियों में दहशत है।
अपराधियों के हौसले बुलंद, सुरक्षाकर्मी से लूटपाट की कोशिश
जनता से रिश्ता मिड-डे अखबार के सामने सुरक्षाकर्मी से लूटपाट कि कोशिश की गई। अज्ञात बदमाशों ने सुरक्षाकर्मी से पहले पानी मांगा फिर उनसे बदतमीजी की। अज्ञात बदमाशों ने सुरक्षाकर्मी से मशीन गन एके 47 छीनने का प्रयास किया और उनका मोबाइल नीचे पटककर अज्ञात बदमाश नगर घड़ी चौक के तरफ भाग गए। इस घटना की जानकारी तुरंत सिविल लाइन थाना प्रभारी और सीएसपी को दी गई। पुलिस टीम घटना स्थल पहुंचकर मामले की जांच में जुटी। राजधानी में लूटपाट छिंनाछपटी और मारपीट की घटनाएं आम हो गई है। शहर के बीच भीड़ में दिनदहाड़े इस तरह की वारदातें रोज हो रही है। राजधानी में कानून व्यवस्था लचर होने से अपराधियों के हौसले बुलंद है और पुलिस का खौफ नहीं