छत्तीसगढ़

रायपुर के बंटी बबली गैंग सक्रिय...हो जाए सावधान

Admin2
11 Nov 2020 7:17 AM GMT
रायपुर के बंटी बबली गैंग सक्रिय...हो जाए सावधान
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जसेरि। अब हो जाएं सावधान राजधानी के बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठान और बड़े कारोबारियों को लूटने के लिए फिर से कई और बंटी-बबली तैयार हो गए है। दोस्तों संबंधों व हनीट्रैप के आड़ में लोगों को लूटने और ठगने का एक धंधा सा चल पड़ा है। शार्ट कट से पैसा कमाने और ऐशों आराम खरीदने का यह एक आसान माध्यम बन गया है। बंटी बबली के कई ऐसे गिरोह सक्रीय है जो बड़े-बड़े कारोबारियों और अधिकारीयों से नजदीकी बनाकर फिर उन्हें ब्लैकमेल कर उनसे लाखों करोड़ों लूट रहे है। इसके आलावा सायबर ठगी का खेल भी बड़े पैमाने पर चल रहा है। जिसमें फसकर लोग अपनी मेहनत की कमाई लूटा रहे है। ऐसे सैकड़ों मामले है जिसकी जांच पुलिस कर रही है। लेकिन ऐसे मामलों में या तो जांच लम्बी चलती है या पुलिस आरोपियों तक पहुंच नहीं पाती। पुलिस का साफ़ कहना है कि ऐसे मामलों में सजगता और जागरूकता से ही बचा जा सकता है। राजधानी में ऐसे बहुत से बंटी बबली सक्रीय है जिसकी पुख्ता जानकारी जनता से रिश्ता को है लेकिन कुछ अड़चनों के चलते हम इसका खुलासा नहीं कर सकते।

केस 1- नौकरी के नाम पर बड़े संस्थानों में प्रवेश लेते है और फिर अपने ही बॉस से नजदीकी और मधुर संबंध बनाकर उनका विश्वास हासिल करते है। मालिक का विश्वास जम जाने के बाद युवतियां धीरे-धीरे सोशल मीडिया के माधयम से बॉस के करीब पहुचतीं है और अपने प्रति बॉस को आकृष्ट करने का उपक्रम करती है। संबंधों में प्रगाढ़ता होने के बाद युवतियां अपने बॉस को आर्थिक रूप से इस्तेमाल करना शुरू करती है। हित पूरा होने के बाद दूरी बनाने के लिए ऐसी युवतियां अपने बॉयफ्रैंड का मदद लेते है। और फिर ब्लैकमेलिंग के जरिए बॉस को बड़ा चुना लगाते है। ऐसे कई मामले राजधानी में भी सामने आ चुके है। जो ऐसे बंटी बबली के ब्लैकमेलिंग के शिकार हुए है। और मुख्य बात तो ये है कि संस्था के कई छोटे कंप्यूटर ऑपरेटर और कर्मचारी अपने मालिक को चुना लगाने के लिए ठगने का काम करते है। ऐसे हज़ारों मामले आए दिन देखने को मिलते है मगर किसी संस्थान का नाम ख़राब ना हो उसके लिए कोई भी संस्थान का मालिक ऐसे मामलों का उजागर भी नहीं करते है। मगर इस तरह के मामलों में पुलिस ने भी काफी सक्रियता दिखते हुए कई ऐसे बंटी बबली को गिरफ्तार भी किये है। मगर अब भी बहुत से बंटी बबली जेल के सलाखों के पीछे नहीं पहुंच पाए है।

केस-2 वर्तमान में नशे और ड्रग्स एडिक्ट युवाओं ने शार्ट कट से पैसा कमाने और ऐशों आराम खरीदने के लिए हनीट्रैप और ब्लैकमेलिंग करने का एक आसान माध्यम ढूंढ निकाला है। बंटी बबली के कई ऐसे गिरोह सक्रीय है जो बड़े-बड़े कारोबारियों और अधिकारीयों से नजदीकी बनाकर फिर उन्हें ब्लैकमेल कर उनसे लाखों करोड़ों लूट रहे है। ऐसे मामले में युवतियों को उनके बॉयफ्रेंड बड़े दफ्तर में लगवाते है। और युवती से दफ्तर के मालिक को अपने प्रेम जाल में फ़साने के लिए आइडिया देते है। जब मालिक युवती के प्रेम जाल में फंस जाता है तब युवती का बॉयफ्रेंड बॉस से मिलकर अपनी गर्लफ्रेंड से दूर हटने का सौदा करता है और फिर मालिक से लाखों करोड़ों ऐंठ कर दफ्तर और उस शहर को छोड़कर फरार हो जाते है। ऐसे भी कई मामले पुलिस के सामने चुकें है जिसकी जांच आज भी पुलिस कर रही है।

केस-3 प्रेम जाल के जरिए ठगी करने के बाद अब बंटी बबली किसी भी दफ्तर में सेल्समैन की नौकरी करते है। और दफ्तर के मालिक या प्रोडक्शन मैनेजर और दफ्तर के अकाउंटेंट या जनरल मैनेजर को आपस में भिड़ाने का काम करते है। पहले बंटी और बबली प्रोडक्शन मैनेजर को अपने झांसे में लेते है और मुखबिरी का काम करके उससे लाखों करोड़ों ले लेते है। और उसके बाद जनरल मैनेजर से मुखबिरी कर लाखों करोड़ों ठग लेते है। उसके बाद दोनों बंटी बबली ईद का चाँद हो जाते है। तो रायपुर शहर के लोगों से पुलिस ने भी अपील की है कि ऐसे धोखेबाजों से बचें। और पुलिस ने एक सबटाइटल भी दिया है सावधानी ही सुरक्षा।


अगर आप किसी ऐसे बंटी-बबली को जानते है, या बंटी- बबली द्वारा ठगे गए है. या हनीट्रैप की जाल में आप फंस रहे है. तो तत्काल पुलिस को इस बात की सूचना दें. और अगर नाम ख़राब होने या किसी तरह की बदनामी होने के डर से आप पुलिस के पास नहीं जा पा रहें है. तो जनता से रिश्ता मिड-डे अखबार को इसकी सुचना दें. हमारा समाचार पत्र ऐसे बंटी-बबलियो किए खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने में आपका सहायता करेगा। अपनी खबरों से व्यापारी और कारोबारियों को हनी ट्रैप मामले से बचने के लिए आगाह करेगा।

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