सदन में गरजे बृजमोहन अग्रवाल - जिला बदर की कार्यवाही को बताया तानाशाही फरमान
रायपुर। वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ विधानसभा के शुन्यकाल में आज भाजपा कार्यकर्ताओं पर जिला बदर की कार्रवाई का मुद्दा उठाया। सदन में चेतावनी भरे लहजे में उन्होंने कहा कि जो लोग यह सोचते हैं कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज कर, उन पर जिला बदर की कार्रवाई कर उनकी आवाज दबा देंगे, उनके नेतृत्व में हो रहे जन आंदोलन को कुचल देंगे, वह अपनी गलतफहमी दूर कर ले।
ऐसी सोच रखने वालों की ही मानसिकता को हम कुचल कर रख देंगे। हमारा कार्यकर्ता कमजोर नहीं है। बृजमोहन ने सदन में सरकार से पूछा कि हमारे भाजपा के सौरभ सिंह, विजय शर्मा, कैलाश चंद्रवंशी पर कौन सा आपराधिक केस है?
उन्होंने पूछा कि क्या जनता के लिए आंदोलन करना उनकी आवाज उठाना अपराध है? राजनीति से जुड़े लोगों को जनता की समस्याओं को लेकर आवाज उठाने पर कलेक्टर द्वारा जिला बदर का नोटिस देना उचित है? बृजमोहन ने कहा इस देश में राजनीतिक दल को कुचलने की मंशा कभी सफल नहीं हुई है। इस संबंध में सदन परिसर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि लोकतंत्र में जो दल विपक्ष में बैठा रहता है वह सरकार की कमी कमजोरियों को लेकर आंदोलन धरना प्रदर्शन करता है। परंतु इन बातों को आधार बनाकर राजनीतिक दलों के नेताओं को जिला बदर की नोटिस देना तानाशाही पूर्ण कार्यवाही है। यह हमें इंदिरा जी की याद दिलाता है।
बृजमोहन ने कहा की कवर्धा के मंत्री विधायक कहते हैं हम उनको जेल में भेजेंगे। उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। हम ने कहा कि ऐसी मानसिकता वाले लोगों की मानसिकता को कुचलने की ताकत हम रखते हैं। भारतीय जनता पार्टी डरने वाली नहीं है। घबराने वाली नहीं है। हम इसका माकूल जवाब देंगे। और किसी मंत्री के द्वारा खड़े होकर बीजेपी कार्यकर्ताओं को जेल में डालने की कार्रवाई को सही बताना, जिला बदर की कार्रवाई को सही बताना। यह दाल में कुछ काला होने स्पष्ट संकेत है। केवल राजनीतिक कारणों से बीजेपी की कार्यकर्ताओं के खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई की जा रही है इसका हम डटकर विरोध करेंगे।