बृजमोहन अग्रवाल ने की केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल से मुलाकात
उन्होने गोयल को बताया कि नीति आयोग की हाल के रिपोर्ट के अनुसार गैर बासमती चावल के निर्यात में छत्तीसगढ़ 21वें स्थान पर है। भारत सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में छत्तीसगढ़ राज्य में खरीफ चावल के 34.75 लाख हेक्टेयर में कृषि होना दर्ज किया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 2.32 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता है। आईबीईएफ रिपोर्ट के अनुसार राज्य में 80 प्रतिशत रोजागर कृषि पर निर्भर है तथा राज्य में 37.46 लाख कृषक परिवार हैं। इनमें से 80 प्रतिशत किसान लघु व सीमांत कृषक हैं। राज्य के किसानों की आय फसल के मूल्य पर निर्भर है, जो गैर बासमती चावल निर्यात से काफी प्रभावित है।
बृजमोहन ने कहा कि पिछले वर्ष भारत से 100 प्रतिशत टूटे हुए गैर बासमती चावल के निर्यात में 50 प्रतिशत योगदान अकेले छत्तीसगढ़ का रहा है। पर्याप्त धान उत्पादन के कारण छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है। इस प्रकार देश के लिए विदेशी मुद्रा भण्डारण में छत्तीसगढ़ का अहम योगदान है।