दुर्गुकोंदल मंडल के कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हुए बृजमोहन अग्रवाल
दुर्गुकोंदल। भानुप्रतापपुर उपचुनाव में चुनावी प्रचार ने अब जोर पकड़ लिया है। इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों के नेतृत्व में भानुप्रतापपुर विधानसभा के दुर्गुकोंदल मंडल में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया। जिसमें समस्त कार्यकर्ताओं को प्रत्याशी ब्रम्हानंद नेताम, प्रभारी बृजमोहन अग्रवाल समेत प्रदेश के कई बड़े नेताओं ने चुनावी तैयारियों को लेकर संबोधित किया। इस दौरान बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव, विजय बघेल, ब्रम्हानंद नेताम, मोती लाल साहू, दीपक साहू, भोजराज नाग, रामविचार नेताम, विक्रम देव उसेंडी, दीपक साहू, गौतम उइके एवं अन्य नेता व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
इस जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री एवं उपचुनाव प्रभारी बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, ये चुनाव नहीं है, ये धर्मयुद्ध है। ये न्याय और अन्याय की लड़ाई है और हमें न्याय का साथ देना है। आप बताइए न्याय कौन दे रहा है??? उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी दे रहे है। मोदी जी ने गरीब को पक्का घर देने का वादा किया, पर इस घर को छीनने का काम इस भूपेश बघेल सरकार ने किया। छत्तीसगढ़ प्रदेश के 18 लाख लोगों के सर से छत छीनने का काम करने वाली सरकार को सबक सिखाना है।
इतना ही नहीं मोदी जी ने 3 साल तक गरीब जनता के लिए 5-5 किलो अनाज भेजा, पर ये लबरा सरकार जो हमारे गरीब लोगों का अनाज तक खा गई। भूपेश बघेल जी ने कहा था 10 लाख युवाओं को रोजगार देंगे, नहीं तो 2500 रुपये बेरोजगारी भत्ता देंगे। न रोजगार मिला न बेरोजगारी भत्ता। सिर्फ यही नहीं; न बिजली बिल आधा हुए, न ही किसानों के कर्जे माफ हुए, ना ही महिलाओं को 1500₹ पेंशन मिली।
पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि भाजपा छत्तीसगढ़ की जनता का दुख दर्द समझ रही है। आने वाले समय मे भाजपा की सरकार भी बनने वाली है, जिसमें चहुंओर विकास होगा। अगर आपने भी हमारे विधायक को चुना तो आपका ये विधायक उन सारे विकास काम को कराएगा जो इस भूपेश बघेल सरकार ने रोक दिया है। जैसे मैं अपनी विधानसभा क्षेत्र में करता हूं। अग्रवाल ने कहा कि जब भूपेश बघेल को पता चला हम लोग चुनाव हार जाएंगे, तब उन्होंने हमारे भाई ब्रम्हानंद नेताम को बदनाम करने की कोशिश की। जिसने हमारे भाई/बेटे ब्रम्हानंद नेताम को बदनाम करने की कोशिश की। हम सबको मिलकर मुख्यमंत्री को सबक सिखाना है। इस सरकार को हराना है। ऐसे लोगों को एक पल भी अब कुर्सी पर बैठे रहने का अधिकार नहीं है, जो विकास के काम को छोड़कर छवि खराब करने और जनता को गुमराह करने का काम करते हैं।