< पुलिस को चमका देने बुकी दिल्ली, मुंबई, गोवा, कोलकाता से आनलाइन चला रहे सट्टा
< स्थानीय छुटभैया सटोरियों की पौ-बारह, 16 दिनों में कमाए करोड़ों रुपए
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। राजधानी में 5 मार्च से चल रहे रोड सेफ्टी वल्र्ड सीरीज़ टी-20 का आज फाइनल मैच है, जिसमें इंडिया लीजेंड्स और श्रीलंका लीजेंड्स के बीच कड़ा मुकाबला होने वाला है। वही दूसरी तरफ सटोरियों की भी बुकिंग शुरू हो गई है। आज शाम होने वाले निर्णायक मैच में बुकियों का रायपुर आने के मकसद पूरा होने वाला है। फाइनल मैच में बुकियों के लिए भी अहम दिन साबित होने वाला है। शहर भर के होटल रूम अब और ज्यादा दामों में बुकियों ने बुक कर लिए है। मैच में करोड़ों का सट्टा खिलाने वाले शहर के बड़े बुकियों के एजेंटों ने भी रायपुर के आउटर इलाके में अपना ठिहा जमा लिया है। दरअसल पुलिस की नजर से बचने के लिए बुकी दिल्ली, मुंबई, गोवा, कोलकाता में अड्डा जमाकर बैठे हुए है और वहीं से वे अपने एजेंटों के जरिए 20 से अधिक को लाइन देकर लाखों का सट्टा खिला रहे हैं। ये एजेंट रायपुर शहर को छोड़कर आसपास के आउटर इलाके में सट्टे चला रहे हैं।
आउटर इलाका बना सट्टे का ठीहा
विभागीय सूत्रों ने बताया कि विधानसभा, तिल्दा, नवा रायपुर, खरोरा समेत आसपास के फार्म हाउस, कालोनियों में टी-20 सीरीज़ यानी सटोरियों की दिवाली शुरू हो गई थी। हर रन पर धन बरस रहा था। शहर भर के लोगों में मैच को लेकर काफी उत्साह का माहौल रहेगा। जिसके चलते सटोरिए मैच ग्राउंड के अंदर ही बैठकर सट्टा लगाते है। जो काम बुकी होटलों में बैठकर करते है वही काम सटोरिए मैच के अंदर रहकर करते है।
हर बॉल, रन पर रेट होगा फिक्स
शहर में रहने वाले सटोरिए ने बताया कि सट्टा लगाने वाले यहा की पूरी जानकारी मुंबई, दिल्ली, कोलकाता जैसे बड़े-बड़े शहरों में बैठे अपने सरगना को दे रहे हैं। इनकी इच्छा के अनुसार मैच के हर बॉल, ओवर और रन का रेट निर्धारित कर कारोबार किया रहा है। जिसकी पुलिस को भनक तक नहीं है।
क्रिकेट के साथ सट्टा हुआ सक्रिय
रोड सेफ्टी वल्र्ड सीरीज़ टी-20 के आगाज के साथ ही सट्टा बाजार सक्रिय हो उठा था। मंदी और कोरोना के कारण बाजार में कैश फ्लो की कमी के बावजूद सटोरियों की निगाहें उम्मीद से भरी हुई हैं। रिस्क को समझते हुए इस बार ज्यादा जोर डिजिटली लेन-देन पर है। एप के माध्यम से मुंबई, नागपुर से ऑनलाइन दावं लगा रहे बुकी गुगल-पे समेत दूसरे डिजिटल माध्यम से पेमेंट लेने पर जोर दे रहे हैं।
फाइनल का हुआ आगाज, सट्टा आबाद
पुलिस को होटलों और खासकर आउटर के फार्म हाउस, कालोनियों, फ्लैट पर नजर रखनी चाहिए। राजधानी के कई इलाकों, नामचीन होटलों और सूने मकानों में बुकियों ने क्रिकेट सट्टा खिलाने की तैयारी का सारा इंतजाम हफ्ते भर पहले ही कर लिया था। मैच के जरिए सट्टा खिलाने वाले अपने ग्राहकों को ऑनलाइन वॉट्सएप के जरिए भी नंबर देकर संपर्क बना रखा है।
वॉकी-टॉकी और वॉट्सएप कॉलिंग पर बात
कोरोना संक्रमण के चलते बुकी नए तरीके भी अपना रहे हैं। जानकार सूत्रों का दावा है कि पुलिस को उनके अड्डों की भनक लग सके, इसके लिए बुकी और एजेंट वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं वॉट्सएप कॉलिंग पर बात करते हैं। बुकीज़ सोशल मीडिया को अपना हथियार बना रहे है। जिसकी वजह से पुलिस को मुजरिमों तक पहुंचने में काफी परेशानी हो रही है।
हाइटेक मशीन से खेल
सटोरियों ने हाइटेक जमाने में खुद को भी हाइटेक कर लिया है। अब फोन पर कॉल या मैसेज के बजाय ज्यादातर बुकिंग वॉट्सएप या अन्य सोशल साइट्स से ले रहे हैं। सट्टा खिलाने के लिए हाइटेक मशीनों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे सीधे-सीधे बुकिंग हो जाती है। दांव जीतने पर पेमेंट की जानकारी भी इसी तरह से दी जा रही है।
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