छत्तीसगढ़

जमानत पर छूटे सटोरिए टी-20 वर्ल्ड कप में सक्रिय

Nilmani Pal
28 Oct 2021 5:10 AM GMT
जमानत पर छूटे सटोरिए टी-20 वर्ल्ड कप में सक्रिय
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  1. पुलिस की सख्ती के बाद भी सक्रिय हैं सट्टेबाज
  2. विकास अग्रवाल जैसे कई सटोरिए जमानत पर छूटे और फिर धंधे में लग गए
  3. पुलिस जमानत पर छूटे सटोरियों पर नहीं रख रही नजर
  4. जमानत पर छुटने के बाद नहीं होती निगरानी - सट्टा-जुआ के मामले में कार्रवाई करने और आरोपियों के जमानत पर छुट जाने के बाद पुलिस जमानती धारा होने की बात कहकर अपनी जिम्मेदारी का अंत कर लेती है। सट्टे के धंधे पर स्थाई रोक के लिए पुलिस प्लानिंग के साथ कोई काम नहीं करती। पकड़े गए सटोरियों की जमानत पर छुटने के बाद पुलिस उन पर नजर नहीं रखती और लोकेशन ट्रेस नहीं करते। जमानत पर छुटने वाले सटोरियों और जुआरियों को मोबाइल नंबर नहीं बदलने और हमेशा लोकेशन आन रखने की हिदायत के साथ निगरानी में रखा जाना चाहिए और मोबाइल को सर्विलांस पर रखकर निगरानी करनी चाहिए। इससे सटोरिए दोबारा सट्टा का धंधा नहीं कर सकेंगे। लेकिन पुलिस सट्टा पर स्थाई रोक लगाने के लिए ऐसा प्रयास नहीं करती। पकड़े गए सटोरियों पर भी पुलिस को निगरानी शुदा बदमाशों की तरह नजर रखनी चाहिए। इससे उनकी गतिविधियों का पता चलता रहेगा और वे दोबारा सट्टा का धंधा शुरू नहीं कर सकेंगे।

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी में सटोरियों की धर-पकड़ के बाद भी सट्टा का अवैध धंधा बंद होने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस कार्रवाई करती है और सटोरिए जमानत पर छूटकर फिर से अपने धंधे में लग जाते हैं। पिछले दिनों पुलिस ने लक्जरी गाड़ी में घुम-घुमकर आईपीएल सट्टा खिलाने वाले सटोरियों को गिरफ्तार किया था। लेकिन जमानत पर छुटने के बाद ये सटोरिए फिर से नए ठिकाने और हाईटेक तरीके से अपने धंधे में सक्रिय हो गए। जानकारी के अनुसार आईपीएल के क्वालीफाइंग राउंड और फिनाले में भी इन सटोरियों ने जमकर सट्टा लगवाया और लाखों का धंधा किया। अब ये सटोरिए टी-20 वल्र्ड कप के मैचों में ज्यादा हाईटेक तरीके से आनलाइन सट्टा खिलाने में व्यस्त हो गए हैं। पुलिस को चकमा देकर ये सटोरिए मुंबई, नागपुर और अहमदाबाद सहित दुबई में बैठे बुकियों के संपर्क से अपना धंधा चला रहे हैं। टी-20 वल्र्ड कप में भारत-पाकिस्तान मैच के पहले दिन एक बुकी गिरफ्त में आया था जो किराए के मकान में नौकर रखकर सट्टा खिला रहा था।

जमानत पर छूट कर सटोरिए फिर सक्रिय

साइबर सेल और थाना पंडरी पुलिस की संयुक्त टीम ने पिछले दिनों आईपीएल क्रिकेट में महंगी क्चरूङ्ख और स्विफ्ट चारपहिया वाहनों में घूम-घूमकर मोबाइल के माध्यम से सट्टा खिलाने वाले सटोरिए विकास अग्रवाल, राहुल अग्रवाल, किशन अग्रवाल को पकड़ा था। जानकारी के मुताबिक विकास अग्रवाल और राहुल अग्रवाल ने किशन अग्रवाल के आई.डी. से लाइन लेकर सट्टे का संचालन किया जा था। किशन अग्रवाल पकड़े जाने के डर से सट्टा संचालित करने के लिए इंटरनेशनल मोबाइल नंबर के माध्यम से स्वयं की ढ्ढष्ठ बनाई थी। सटोरियों के कब्जे से 4 मोबाइल फोन, नगदी 11,500/- रूपये, महंगी बी.एम.डब्ल्यू, जिसकी कीमत लगभग 55 लाख रूपये, स्विफ्ट की की कीमत लगभग 7 लाख रूपये और लाखों रूपए के सट्टा का हिसाब जब्त किया गया है। सटोरियों द्वारा बनाए गए आई.डी. में कुल 6 करोड़ 40 लाख रूपए जमा कराए गए रकम को फ्रीज कराया गया है। इसी तरह तेलीबांधा पुलिस ने भी आइपीएल क्रिकेट मैच में करोड़ों का सट्टा खिलाते हुए सात सटोरियों को अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया था पकड़े गए सटोरिए चलती कार में हाइटेक तरीके से सट्टा खिला रहे थे। उनके पास से 11 करोड़ की सट्टा-पट्टी का हिसाब-किताब, नकदी 22 हजार रुपये, लैपटॉप, कई मोबाइल जब्त किए गए। पकड़े गए सभी सटोरिए बाहर के थे जो राजधानी में सट्टा खिला रहे थे।पिछले दिनों गंज इलाके के होटल जगदीश में क्रिकेट मैच पर सट्टा खिलाते दस लोगों को पकड़ा गया था। सटोरियों से पूछताछ करने पर जानकारी मिली थी कि कुछ लोग मध्यप्रदेश के कान्हा, मंडला में बैठकर क्रिकेट सट्टा का संचालन कर रहे हैं। इसके आधार पर पुलिस टीम ने कान्हा, मंडला में दबिश देकर एक सटोरिए को पकड़ा। इसके बाद पुलिस टीम ने तेलीबांधा चौक के पास घेराबंदी कर कार में सवार गुढिय़ारी के रितेश गोविंदानी (26), आदर्श विहार कालोनी गुढिय़ारी के जितेश प्रेमचंदानी (23) और पंडरी निवासी जगजीत सिंह (22) को पकड़ा। इनके पास से दस हजार रुपये नकद, दस करोड़ से अधिक की सट्टा-पट्टी, एक लैपटॉप, नौ मोबाइल आदि जब्त किए गए। इसी तरह पुलिस ने कालीबाड़ी इलाके से भी सट्टा खिलाते 5 युवकों को गिरफ्तार किया था। लेकिन जमानती धारा होने से ये सभी आरोपी कोर्ट से जमानत पर छूट गए। अब ये सभी सटोरिए फिर से अपने धंधे में सक्रिय हो गए हैं।

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