
टिकट के दावेदारों की संगठन से होगी छुट्टी
रायपुर। भाजपा में नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में बिलासपुर सांसद अरुण साव की नियुक्ति हुई है। साव के प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालने के बाद अब पूरे संगठन को नए सिरे से गढऩे की कवायद शुरू हो गई है। क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल ने प्रदेशभर का दौरा शुरू कर दिया है। इस बार संगठन विस्तार आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए किया जाएगा। भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो टिकट के दावेदार नेताओं को प्रदेश संगठन और जिलाध्यक्ष के पद पर नियुक्त नहीं किया जाएगा।
वर्तमान में कई जिलाध्यक्ष टिकट की दौड़ में हैं, जिनसे संगठन के कामकाज को वापस लेने पर मंथन चल रहा है। बताया जा रहा है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का नौ सितंबर को प्रदेश का दौरा है। इस दौरान वे पार्टी पदाधिकारियों, कोर ग्रुप, सांसद-विधायकों की बैठक लेंगे। इसके बाद संगठन का विस्तार किया जाएगा।
कार्यकर्ता सम्मेलन में प्रदेश भर से 30 हजार से ज्यादा पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल होंगे। इसमें जिले, मंडल और बूथ स्तर के पदाधिकारी शामिल होंगे। पार्टी की कोशिश है कि विधानसभा स्तर पर 200-300 पदाधिकारी इसमें शामिल हों। पिछले विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय मंत्री अमित शाह राजधानी में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हुए थे।
भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो रायपुर सहित 12 जिलों के जिलाध्यक्ष टिकट की दौड़ में है। पार्टी संगठन ने तय किया है कि जिलाध्यक्ष उन नेताओं को बनाया जाएगा, जो जिले की विधानसभा सीट पर चुनाव में सक्रिय भूमिका निभाएं। टिकट मिलने के बाद जिलाध्यक्ष अपनी विधानसभा पर फोकस करेंगे, जिसके कारण जिले की बाकी सीट प्रभावित होती है। जिलाध्यक्षों के लिए उम्र की सीमा भी तय कर दी गई है। 50-55 वर्ष से ज्यादा उम्र का जिलाध्यक्ष नहीं बनाया जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के चयन में भी उम्र एक महत्वपूर्ण मापदंड था।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय की टीम में प्रदेश महामंत्री के पद पर नारायण चंदेल, किरणदेव और भूपेंद्र सवन्नी को जिम्मेदारी मिली थी। साव की टीम में युवा नेताओं को प्रदेश महामंत्री पद की जिम्मेदारी दी जाएगी। नारायण चंदेल को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है। वह जांजगीर-चांपा से टिकट के दावेदार हैं।
किरणदेव भी जगदलपुर की सीट से दावेदारी कर रहे हैं। ऐसे में इन दोनों नेताओं के स्थान पर किसी नए नेता को जिम्मेदारी दी जा सकती है। भाजपा के प्रदेश संगठन में आठ उपाध्यक्ष, तीन महामंत्री, एक संगठन महामंत्री, आठ मंत्री हैं। इसके साथ ही सात मोर्चा के अध्यक्षों को बदलने पर भी विचार चल रहा है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि प्रदेश कार्यकारिणी और जिलाध्यक्षों की घोषणा जल्द होगी। नियुक्ति के लिए मापदंड तय कर दिए गए हैं। इसमें जो भी नेता फिट बैठेगा, उसे जिम्मेदारी दी जाएगी। अभी 12 तेजतर्रार नेताओं को प्रदेश प्रवक्ता की जिम्मेदारी दी गई है।
