- परिवारवाद छोड़ें, जनता में विश्वास जगाएं...
- याद आ रहे है पूर्व राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सौदान सिंह
- बीजेपी कार्यसमिति की बैठक मात्र औपचारिक साबित हुई
- तीनों बड़े नेता बीच में ही बैठक छोड़कर दिल्ली उड़़ गए
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ परिसर में प्रदेश कार्यसमिति को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महामंत्री व प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी ने कहा कि 30 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कुशल कार्यकाल का 8वां वर्ष पूरा हो रहा है। भाजपा 2014 के लोकसभा चुनाव में सबका साथ-सबका विकास के नारे के साथ जनता के बीच गई थी एवं 2019 के लोकसभा चुनाव में सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास के साथ चुनाव में जनता ने हमें पुन: अपना समर्थन दिया।
जनता को विश्वास दिलाना होगा कि भाजपा प्रदेश में दे सकती है बेहतर सरकार
जिससे हमारे कार्यकर्ताओं के मन में भारी उत्साह है। हमारे कार्यकर्ता खुश है तो इससे हमारी पार्टी की मजबूती और भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति लोगों के मन भारी आक्रोश व नाराजगी है। उन्होंने कहा कि जनता को विश्वास दिलाना होगा कि भारतीय जनता पार्टी प्रदेश में बेहतर सरकार दे सकती है। प्रदेश सरकार के लाए काले कानून (भूपेश एक्ट) के विरोध में भाजपा का आंदोलन सफल रहा। जनता का हमें व्यापक समर्थन भी मिला है।
इस बैठक में कुछ सुस्त नेताओं को फटकारे जाने की भी खबर है। दरअसल,लगभग हर 15 से 20 दिन में डी पुरंदेश्वरी और संगठन के बड़े नेताओं का छत्तीसगढ़ आना हो रहा है। ये नेता लगातार नेताओं से कह रहे हैं कि वो गांव-गांव जाकर सभाएं लें, लोगों से मिलें। मगर कुछ भाजपा नेता ये कर ही नहीं रहे। शुक्रवार को हुई बैठक के दौरान भी डी पुरंदेश्वरी ने ऐसे नेताओं को चेताते हुए फील्ड पर जाने को कहा।
विकास तीर्थ बाइक रैली
30 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल का 8वां साल पूरा हो रहा है। भाजपा प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी ने कहा कि युवा मोर्चा विधानसभा स्तर पर विकास तीर्थ बाइक रैली निकालेगी ,केन्द्र सरकार की उलब्धियों का पर्चा बांटा जाएगा। मानसून को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों से मन की बात करेंगे। इस कार्यक्रम में प्रत्येक कार्यकर्ता ज्यादा से ज्यादा किसानों सहित आमजन को मन की बात कार्यक्रम सुनने के लिए बूथों पर लेकर आएंगे।
फिर से बनेगी बीजेपी सरकार
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने बैठक में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम तेजी से विकास कि ओर बढ़ रहे हैं। 2023 में प्रदेश की कांग्रेस की विदाई तय है। प्रदेश के किसान व बेरोजगार युवा लगातार आत्महत्या कर रहे हैं। प्रदेश में लूट, डकैती, अपहरण, उद्योग का रूप ले लिया है। कांग्रेस पार्टी से लड़कर हम 2023 में निश्चित ही विशाल जनमत के साथ प्रदेश में सरकार बनाएंगे।
बूथों को मजबूत करने माईक्रो लेबल पर काम
भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि बूथों को मजबूत करने का माइक्रो लेवल का कार्यक्रम करना है। गंभीरता से काम करेंगे उतना ही अच्छा रिजल्ट आयेगा। भाजपा संगठन महामंत्री पवन साय ने 1 से 15 जून तक चलने वाले सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण योजना के प्रभारियों को दायित्व सौंपा। इस दौरान भाजपा के लोग लोगों को राम मंदिर निर्माण, धारा 370 हटाया जाना जैसी बातों के बारे में बताएंगे।
भाजपा में आम कार्यकर्ताओं की सुनवाई कब होगी
छत्तीसगढ़ भाजपा में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है, ऐसा 27 की बैठक में अहसास हुआ। जब तीनों प्रभारियों ने बैठक को बीच में छोड़कर दिल्ली उड़ गए। जबकि इस बैठक को बुलाया ही इसलिए गया था कि संगठन को अभी से मजबूती से कमर कसने ताकि अगले एक साल तक ताजगी बनी रह सके। लेकिन ऐसा कुछ हो नहीं पाया। भाजपा कार्यसमिति की बैठक के बाद यह सवाल जोर-शोर से उठ रहा है कि आखिर कार्यकर्ताओं की कब होगी सुनवाई होगी। राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकास के पास छत्तीसगढ़ के लिए समय ही नहीं है। वे छत्तीसगढ़ की चुलना में पश्चिम बंगाल से करते है, जबकि छत्तीसगढ़ एक शांत राज्य है, यहां कार्यकर्ताओं को केवल अपनी बात कहना है, मगर शिवप्रकाश से कहने से डरते है। प्रदेश प्रभारी पुरंदेश्वरी भी छत्तीसगढ़ को प्रभारी की तरह समय नहीं दे पा रही है। सह प्रभारी नितिन नबीन तो कोई भी निर्णय लेने की स्थिति में ही नहीं रहते। वहीं रटे रटाएं बयान रहते है जिससे कार्यकर्ता ऊब गए है। ऐसे हालात में आगामी चुनाव भाजपा के लिए मुश्किलों भरा हो सकता है। कार्यकर्ता फिर एक बार पूर्व राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सौदान सिंह को याद करते नहीं थक रहे है। भाजपा की बैठक में जो आगामी रणनीति की उम्मीद लगाई गई थी वैसा कुछ भी नहीं हुआ । कार्यसमिति और प्रदेश संगठन की बैठक में मात्र खाना पूर्ति की गई। प्रदेश भाजपा के नेता इस बात से हैरान परेशान है कि राष्ट्रीय सह संगठन प्रभारी शिव प्रकाश और सह प्रभारी नितिन नबीन कार्यसमिति की बैठक को बीच में छोड़कर चल दिए । वहीं प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी भी बैठक को बीच में छोड़कर निकल गई। जिसके बाद विष्णुदेव और पवन साय ने बड़ी विनम्रता से मोर्चा संभाला। बड़े नेताओं की इस तरह की रवानगी को लेकर भाजपा में तरह-तरह की चर्चा हो रही है। कुशाभाऊ परिसर में आयोजित बैठक में एक प्रस्ताव लाया गया जिसे लेकर भी प्रदेश के नेताओंं में कोई खास उत्साह नहीं दिखा। भाजपा सूत्रों का कहना है कि एक दिन पहले जिला अध्यक्षों से चर्चा हो गई थी इसलिए बायलॉज को बाईपास किया गया. यदि यह सही है तो कार्यसमिति की बैठक में फिर जिला को क्यों बुलाया गया। भाजपा की यह बैठक चुनाव के मद्दे नजर कोई खास संदेश नहीं दे पाई ।