बस्तर की घटना के लिए गठित भाजपा जांच दल ने की ग्रामीणों से मुलाकात
रायपुर। बस्तर की घटना के लिए गठित भाजपा जांच दल ने ग्रामीणों से मुलाकात की है. आपको बता दें कि विगत दिनों बस्तर जिले के भेजरीपदर में घटित घटना को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव ने एक 06 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया था।
समित के सदस्य ननकीराम कंवर, विधायक, दिनेश कश्यप, किरण देव, बैदुराम कश्यप, राजाराम तोड़ेम, शिवनारायण पाण्डेय, के साथ भाजपा प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने घटनास्थल पहुंचकर ग्राम वासियों से मुलाकात की।
यह मामला बस्तर जिले के तोकापाल ब्लाक के बेजरीपदर ग्राम का है. इस गांव की रहने वाली माते बेको (45) की 19 मार्च को मौत हो गई थी. महिला की मौत के बाद उसके शव को गांव में दफनाने के लिए मना कर दिया गया. दरअसल, मृत महिला का परिवार आदिवासी समुदाय से धर्मांतरित होकर ईसाई धर्म अपना लिया है. वहीं घरवालों ने महिला का शव आदिवासियों के लिए आरक्षित कब्रिस्तान (मुर्दा भाटा) में दफनाने पहुंचे थे. लेकिन आदिवासी समुदाय के लोग इस शव को आरक्षित कब्रिस्तान में दफनाने से मना कर दिया. जिसके बाद दोनों समुदाय के बीच ये विवाद बढ़ गया.
वहीं तनाव की स्थिति को देखते हुए रविवार दोपहर से ही पुलिस बल की तैनाती की गई, लेकिन सोमवार सुबह दोनों समुदाय के बीच विवाद और बढ़ गया, विशेष धर्म के लोग गांव में ही शव दफनाने की बात को लेकर अड़े रहे, वहीं गांव के मूल आदिवासियों ने किसी भी कीमत पर शव को गांव में दफनाने नहीं देने की बात कही. इस दौरान दोनों समुदाय के लोगों के बीच आपसी झड़प भी हुई. जिसके बाद पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया. वहीं ग्रामीणों के इस पथराव में दो जवान घायल हो गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया.
हालात को देखते हुए बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार, एडिशनल एसपी निवेदिता पॉल, सीएसपी विकास कुमार और केशलूर के एसडीओपी ऐश्वर्य चंद्राकर के अलावा टीआई और एसआई रैंक के दर्जनों पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद हैं.