छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में भाजपा कहीं नहीं, नतीजों ने साबित किया : भूपेश

Nilmani Pal
24 Dec 2021 5:21 AM GMT
छत्तीसगढ़ में भाजपा कहीं नहीं, नतीजों ने साबित किया : भूपेश
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निकाय चुनाव में प्रदेश प्रभारी भी आए लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं के आगे टिक नहीं सके

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राहुल गांधी के साथ संगठनात्मक गतिविधियों को लेकर लंबी चर्चा हुई है। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर उनसे कोई बात नही हुई है। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे यूपी चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे कांग्रेस का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। मैने दो दिन में उत्तरप्रदेश में पांच कार्यक्रमों में शिरकत की। जहां हजारों की संख्या लोग आए।

यूपी के लोगों का भरोसा प्रियंका गांधी पर बढ़ रहा है और कांग्रेस का ग्राफ भी बढ़ रहा है। वहीं उन्होंने राहुल गांधी से मुलाकात के मामले में कहा कि उनसे संगठनात्मक गतिविधियों पर चर्चा हुई। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कोई बात नहीं हुई। तीन दिन के यूपी और दिल्ली दौरे से लौटे सीएम ने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी के लिए अच्छा संकेत है। लखीमपुर खीरी में कलेक्टर द्वारा अनुमति नहीं दिए जाने के मामले में कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है जब किसी कार्यक्रम की अनुमति देने से पहले कई शर्तें रखवाईँ गई थी। सीएम ने कहा कि स्थानीय कांग्रेस नेताओं से शपथ भरवाकर यह लिखवाया गया था कि इस कार्यक्रम में किसानों की बात नहीं होगी, लखीमपुर घटना का जिक्र नहीं होगा। टेनी के बेटे की चर्चा नहीं होगी लेकिन मैंने वो सभी काम किए जिन पर कलेक्टर ने रोक लगाई थी।

जहां संख्याबल कम वहां निर्दलीयों को लेंगे साथ

भूपेश ने निकाय चुनाव में कांग्रेस की जीत पर कहा कि बस्तर से लेकर सरगुजा तक काफी बेहतर परिणाम सामने आए हैं। कार्यकर्ताओं और प्रभारी मंत्रियों की मेहनत के दम पर कांग्रेस ने निकाय चुनाव में जीत हासिल की है। भाजपा की प्रदेश प्रभारी भी चुनाव में उतरी थी लेकिन हमारे कार्यकर्ताओं के सामने टिक नहीं पाई। उन्होंने कहा कि प्रदेश के शहरी मतदाताओं ने भी कांग्रेस सरकार पर भरोसा जताया है। जहां संख्याबल की कमी है वहां भी निर्दलीयों को साध लिया जाएगा। भाजपा तो दूर-दूर तक कहीं नहीं है।

मंत्रिमंडल में बदलाव को लेकर बात नहीं

सीएम भूपेश बघेल दिल्ली भी गए थे राहुल गांधी से उनकी मुलाकात भी हुई। कयास लगाए जा रहे थे कि प्रदेश में मंत्रिमंडल में बदलाव को लेकर दोनों के बीच बात होगी। मुख्यमंत्री ने इसे लेकर कहा कि इस मुद्दे पर राहुल गांधी से बात नहीं हुई, सिर्फ संगठनात्मक मामलों पर चर्चा हुई।अगली बार वक्त मिलेगा तो इस मामले में पर भी बात करेंगे।

यूपी में कांग्रेस का ग्राफ बढ़ रहा है

यूपी के दौरे को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे-जैसे वहां चुनाव आ रहें कांग्रेस का ग्राफ बढ़ रहा है। यूपी में हजारों की संख्या में लोग सभाओं में पहुंच रहे हैं, कांग्रेस में विश्वास जता रहे हैं। लखीमपुर दौरे को लेकर सीएम ने कहा कि लखीमपुर खीरी के कलेक्टर ने कांग्रेस के कार्यक्रम को अनुमति नहीं दी थी।मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने राजनीतिक जीवन में पहली बार देखा कि जिला प्रशासन ने कांग्रेस से कहा कि सभा में लखीमपुर की घटना का उल्लेख नहीं करेंगे, किसानों के परिवारों से मिलेंगे नहीं, टेनी के बारे में नहीं बोलेंगे। मैं वहां गया और इन सभी बातों का जिक्र मंच से किया। मैं किसान का बेटा हूं किसान की बात नहीं करूंगा तो किसकी करूंगा।

चुनाव में सत्ता का दुरुपयोग हुआ: भाजपा

चुनाव परिणामों पर भाजा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि नगरीय निकाय के चुनाव परिणाम कांग्रेस मुक्त छग का आगाज है। भाजपा कार्यकर्ता अपने पुरुषार्थ व पराकम से आगामी विस चुनावों में अंजाम तक पहुचाएंगे। चुनाव परिणाम बताने हैं कि कांग्रेस के प्रति जन विश्वास में भारी कमी आई है। दूसरी तरफ कमजोर पड़ी सियासी स्थिति को लेकर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा पूरे चुनाव में सत्ता का दुरुपयोग हुआ है। आखिरी के दो दिन तो धनबल का इस्तेमाल किया गया। हमारे प्रत्याशी कहीं एक वोट तो कहीं दो वोट से हार रहे हैं। इससे पता चलता है गड़बड़ी की गई है। चुनाव में श्वङ्करू का प्रयोग करते तो भाजपा की स्थिति मजबूत होती। ये जानते थे इसलिए बैलेट पेपर का इस्तेमाल किया। अफसरों का गलत इस्तेमाल किया गया है।

भाजपा नेताओं की धुनी हुआ फेल

बड़बोले नेता अजय चंद्राकर और नारायण चंदेल बिरगांव के जिस वार्ड में 15 दिनों तक धुनी रमाए थे, वहां से कांग्रेस को सबसे ज्यादा लीड मिली है। वार्ड नं. 29 में वोटिंग के दिन चुनाव प्रभारी अजय चंद्राकर और नारायण चंदेल कुर्सी लगाकर बाहर घंटों बैठे रहे थे, इस वार्ड से कांग्रेस के मो. इकराम ने जीत हासिल की है। उन्होंने भाजपा के पिंकू गुप्ता को 446 वोटों से हराया और यहीं से सबसे ज्यादा लीड मिली।

निकाय चुनाव में भाजपा का सूपड़ा साफ

चारों नगर निगम में बनेंगे कांग्रेस के महापौर

20 दिसंबर को संपन्न हुए 15 निकायों के चुनाव में कांग्रेस का बंपर कामयावी मिली है। भिलाई, रिसाली, भिलाई-चरोदा और बीरगांव चारों में कांग्रेस के महापौर बनने जा रहे हैं। वहीं, 5 में से 4 पालिकाओं पर भी कांग्रेस का कब्जा हो चुका है। सिर्फ जामुल में भाजपा को बढ़त मिली। वहीं सभी 6 नगर पंचायतों में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। प्रदेश के चार नगर निगमों में से भिलाई और रिसाली में कांग्रेस पार्षदों की बहुमत से हुई जीत ने कांग्रेसी महापौर बनाने का रास्ता साफ कर दिया, वहीं बीरगांव और चरोदा में कांग्रेस 2 सीटों से पीछे है लेकिन पार्टी से ही बगावत करने वाले निर्दलियों की जीत ने वहां भी कांग्रेसी महापौर की संभावनाएं बढ़ा दी हैं।

पांच नगरपालिकाओं खैरागढ़, बैकुंठपुर, शिवपुर चरचा और सारंगढ़ में भी कांग्रेस पार्षद बहुमत से चुनकर आए हैं, केवल जामुल नगरपालिका ने ही भाजपा को सफाए से बचा लिया है। छह नगर पंचायतों में नरहरपुर, भोपालपटनम, भैरमगढ़, मारो, कोंटा और प्रेमनगर में भी भाजपा का सफाया हो गया है और कांग्रेस पार्षदों की बहुमत से जीत ने वहां भी पार्टी के ही अध्यक्ष का रास्ता साफ कर दिया है। खैरागढ़ में कांग्रेस-भाजपा के बीच टाई होने के बाद रिकाउंटिंग में कांग्रेस प्रत्याशी को एक वोट से विजयी घोषित किया गया। इस तरह, प्रदेश के 15 नगरीय निकायों में हुए चुनाव में भाजपा का पूरी तरह से सफाया हो गया है। कांग्रेस ने 14 निकायों में जीत हासिल कर भूपेश सरकार की तीन साल का तोहफा दिया। परिणाम के मुताबिक चारों नगर निगमों के साथ सभी 6 नगर पंचायत में कांग्रेस ने कब्जा जमाया है जबकि जामुल नगर पालिका की जीत ने भाजपा का सम्मान बचा लिया। कांग्रेस ने जिन नगर निगमों में जीत हासिल की है उनमें बीरगांव, भिलाई, भिलाई-चरौदा तथा रिसाली शामिल हैं वहीं नगर पालिकाओं में सारंगढ़, बैकुंठपुर, शिवपुर चरचा और खैरागढ़ में कांग्रेस ने जीत हासिल की। इसी तरह भोपालपट्टनम, प्रेमनगर, नरहरपुर, कोंटा, भैरमगढ़ और मारो नगर पंचायत में कांग्रेस के अध्यक्ष बनेंगे। सिर्फ जामुल नगर पालिका में ही भाजपा ने जीत हासिल की है। निकाय चुनाव के लिए कांग्रेस ने स्थानीय मुद्दों को अपना हथियार बनाकर घोषणा पत्र जारी किया था वहीं भाजपा भी स्थानीय मुद्दों के साथ मैदान में थी। कई जगह परिणाम इतने चौकाने वाले रहे कि चरौदा की वर्तमान मेयर चंद्रकांता मांडले को चुनाव में बुरी तरह हार झेलनी पड़ी वहीं सांसद सरोज पांडेय के वार्ड में निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत हासिल की वहां भाजपा दूसरे नंबर पर रही।

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