रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि कोरोना का खौफ दिखाकर राज्य सरकार पर निराधार आरोपों का सहारा ले रहे छत्तीसगढ़ के भाजपा नेता पहले अपने गिरेबान में तो झांक कर देखें। छत्तीसगढ़ के भाजपा के नेता सबसे पहले यह तो बतायें कि मोदी सरकार छत्तीसगढ़ के लिये वैक्सीन के डोज क्यों नहीं भेज रही है? 2 दिन में वैक्सीन डोज खत्म होने की स्थिति क्यों बनी? छत्तीसगढ़ में वैक्सीन डोज खत्म हो जाने की स्थिति के लिए भाजपा की केंद्र सरकार ही जिम्मेदार है। पहले कोरोना के नाम पर इकठ्ठा किये गये पीएम केयर्स फंड से छत्तीसगढ़ को कोई ठोस मदद नहीं दी गई और अब वैक्सीन के मामले में भी छत्तीसगढ़ के साथ भाजपा की मोदी सरकार भेदभाव और पक्षपात कर रही है इससे स्पष्ट है कि केंद्र की मोदी सरकार की रूचि कोरोना से लड़ने में नहीं, विपक्षी दलों से राजनीतिक लड़ाई में रुचि है। दुर्भाग्य से मोदी सरकार ने इसमें कोरोना वैक्सीन को अपना हथियार बना रही है। वैक्सीन हथियार है कोरोना महामारी के खिलाफ, इसका राजनीतिक उद्देश्य से उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। कांग्रेस मांग करती है कि छत्तीसगढ़ को पर्याप्त मात्रा में कोरोना वैक्सीन तत्काल उपलब्ध कराई जाएं। इसमें किसी भी प्रकार का हीलाहवाला या देर या ढील उचित नहीं है। जनस्वास्थ्य से जुड़े कोरोना महामारी जैसे गंभीर मामलों में राजनीतिक कारणों से फैसले नहीं लिए जाने चाहिये।
कोरोना महामारी को लेकर भाजपा कर रही है स्तरहीन राजनीति
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि कोरोना महामारी को लेकर भाजपा स्तरीहीन राजनीति कर रही है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय बयानबाजी के लिये बयान दे अपनी और अपनी पार्टी भाजपा की विश्वसनीयता को समाप्त करने का काम कर रहे है। कोरोना संक्रमण पूरे देश में बढ़ रहा है। मध्यप्रदेश में भी बढ़ रहा है। जहां भाजपा की सरकार है। इसका आरोप राज्य की कांग्रेस सरकार पर मढ़ना बहुत ही स्तरहीन बयानबाजी का ताजातरीन नमूना है। राज्य सरकार ने प्रभावी कार्यवाही करते हुये शालाओं की, विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं को स्थगित किया है। चौक-चौराहो में लोगो को रोककर मास्क के प्रति जागरूकता फैलाने का काम हो रहा है। पूर्व में जब कटघोरा में संक्रमण फैला था तब छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रभावी नियंत्रण पाया था। इस बार भी पूरी तरह से कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ी जायेगी। लेकिन महामारी के मामले में, स्वास्थ्य के मामले में गैर जिम्मेदाराना बयान और स्तरहीन राजनीति से सबको बचना चाहिये।