बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर राज्यपाल से मिले भाजपा नेता...सांसद बघेल के अनशन पर हस्तक्षेप की मांग की
रायपुर (जसेरि)। भाजपा के दिग्गज नेताओं ने शनिवार को राज्यपाल अनुसुइया उइके से भेंट कर सरकार की शिकायत की। नेताओं ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई है। दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रताडि़त किया जा रहा है। इसके विरोध में दुर्ग के सांसद विजय बघेल अनशन पर बैठे हैं, लेकिन अभी तक सरकार के प्रतिनिधि तो दूर कलेक्टर या एसपी भी नहीं पहुंचे हैं।
भाजपा ने राज्यपाल को हस्तक्षेप कर पाटन की घटना पर संज्ञान लेने और रिपोर्ट मंगाने की मांग की। भाजपा कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के विरोध में दुर्ग सांसद बघेल अनशन पर बैठे हैं। इसके बावजूद उनकी मांगों पर प्रशासन की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। इसे लेकर शनिवार शाम को पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक सहित प्रमुख नेता एकात्म परिसर में जुटे। वहां चर्चा के बाद राजभवन पहुंचे और राज्यपाल को घटना से अवगत कराया। नेताओं ने कहा कि कांग्रेस सरकार की निरंकुशता के कारण प्रदेश अपराधियों की गिरफ्त में आ गया है। महिलाओं के साथ बलात्कार की घटनाएं तेजी के साथ बढ़ी हैं। अपराधियों के हौसला इतने बुलंद हैं कि अबोध बच्चियों-नाबालिग बेटियों के साथ पाशविक दुष्कर्म हो रहे हैं। सरकार का इस पर नियंत्रण नहीं कर पा रही है। प्रदेश नशे की गिरफ्त में है। नशीली दवाओं का व्यापार, उसकी तस्करी और नशे की पार्टियों का आयोजन आम बात हो चुकी है। हत्या-लूट और दबंगई की घटनाओं में इजाफा हो रहा है। राजनीतिक द्वेषवश भाजपा के जनप्रतिनिधियों की भी अवहेलना कर सरकार प्रताडि़त कर रही है। इस पूरे मसले पर गृहमंत्री से रिपोर्ट मंगाने की मांग की। राज्यपाल ने तीन दिनों में रिपोर्ट मंगाई है।
20 को गृहमंत्री आवास का घेराव : कानून व्यवस्था के मुद्दे पर 20 अक्टूबर को भाजपा सरकार के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन करेगी। मीडिया प्रभारी उमेश घोरमोड़े ने बताया कि इस संबंध में शनिवार को एकात्म परिसर में अहम बैठक रखी गई, जिसमें आंदोलन की रणनीति पर चर्चा के साथ सभी की जिम्मेदारियां तय की गईं।
भाजपा राजभवन को केन्द्रित कर गंदी राजनीति कर रही है: विकास
संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय के बयान पर सीधा हमला करते हुए कहा, कि कांग्रेस सरकार में मुकरने की प्रथा ही नहीं है। भाजपा के तमाम नेता भूपेश सरकार के कार्य प्रणाली से पूरी तरह नतमस्तक हैं। उनके पास और कोई मुद्दा न होने की वजह से राजभवन को मुद्दा बनाकर केन्द्र में बैठे उनके आकाओं को सक्रियता का आभास दिलाने का प्रयास कर रहे हैं। संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने भाजपा के अध्यक्ष सहित तमाम नेताओं द्वारा बार-बार राजभवन और कानून व्यवस्था को लेकर उठाई जा रही बातों पर सीधा हमला करते हुए कहा, भूपेश सरकार किसी भी मामले पर मुकरने या तथ्य से हटकर कार्य नहीं करती। पूरे देश में छत्तीसगढ़ पहला राज्य है जो चुनावी घोषणा पत्र में उल्लेखित वायदों कों एक के बाद एक पूरा करते जा रही है। आज पूरे प्रदेश में हर वर्ग के लोग भूपेश सरकार की गुणगान कर रहे हैं। किसान बिल को लेकर भाजपा के लोग जहाँ बैकफूट पर आ गए हैं, ऐसी स्थिति में उनके पास कहने और कोई मुद्दा नहीं है। तो जोर जबरन राज्यपाल अनुसुईया उईके को जो कि संवैधानिक पद पर हैं राजनीति में घसीट अपनी रोटी सेंकने में लगे हैं।